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Tuesday 21 August 2018

एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में फरीदाबाद के लक्ष्य ने सिल्वर मैडल जीता – पीएम मोदी ने टवीट कर दी शुभकामनाये

एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में फरीदाबाद के लक्ष्य ने सिल्वर मैडल जीता – पीएम मोदी ने टवीट कर दी शुभकामनाये

फरीदाबाद 21 अगस्त । फरीदाबाद के युवा लक्ष्य की  एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल के जीत की खबर मिलते ही उनकी सोसाइटी में जमकर ढोल बाजे पर नाच गाना और एक दूसरे को मिठाई खिलाने का दौर शुरू हो गया । गौरतलब है की मूल रूप से जींद के रहने वाले लक्ष्य फरीदाबाद में रहकर शूटिंग की तयारी के  साथ -साथ अपनी BA सेकेण्ड  ईयर की पढ़ाई भी कर रहे थे।

 ढोल पर झूमते नाचते गाते और एक दूसरे को मिठाई खिलाते नजर आ रहे लोग फरीदाबाद के लेक व्यू सोसाइटी के रहने वाले हैं ।  दरअसल लक्ष्य इन दिनों  फरीदाबाद के सैक्टर 48 के लेक व्यू सोसाइटी में रहकर अपनी पढ़ाई और शूटिंग की तैयारियों में जुटा था । आज जैसे ही उसकी जीत की खबर सोसायटी के लोगों को पता चली,  सोसाइटी में जश्न  मानना  शुरू हो गया और ढोल बाजे पर सोसाइटी वालों ने और उसके परिवार ने जमकर डांस किया और एक दूसरे को मिठाइयां खिला कर लक्ष्य के जीत की  बधाईयां दी ।हालाँकि  लक्ष्य का पूरा परिवार जींद में रहता है । लक्ष्य की मां की माने तो लक्ष्य  को शूटिंग का शौक सूचना प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठोर को मेडल मिलते देखने के बाद हुआ  और उसके बाद जब उसने शूटिंग शुरू की तो आज तक मैडम मिलने का सिलसिला रुका नही और आज भी बेटे में सिल्वर मैडल जीतकर न केवल मां बाप का बल्कि पुरे जींद जिले सहित हरियाणा प्रदेश  के लोगों और पुरे देश का नाम रोशन कर दिखाया  । लक्ष्य की मां उसकी कामयाबी के लिए उसके कोच और परिवार सहित  लक्ष्य के दादा को क्रेडिट देती है ।

Monday 20 August 2018

पहलवान बजरंग पूनिया ने गोल्ड मैडल स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को समर्पित किया

पहलवान बजरंग पूनिया ने गोल्ड मैडल स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को समर्पित किया

Sunday 19 August 2018

सर्वे : भाजपा प्रवक्ता राजीव जेटली जनता की पहली पसंद

सर्वे : भाजपा प्रवक्ता राजीव जेटली जनता की पहली पसंद

फरीदाबाद 19 अगस्त I हरियाणा भाजपा प्रवक्ता राजीव जेटली बने जनता के सबसे पसंदीदा संभावित प्रत्याशी I सोशल मीडिया पर लगभग एक साल से  बड़खल विधानसभा फेसबुक आई डी पर किये जा रहे सर्वे में जिसमे मोजुदा एवं विधायक के साथ साथ बड़े राजनितिक नेताओं के नाम भी डाले गए थे और जनता से अपने पसंद के प्रत्याशी के पक्ष में कमेन्ट के माध्यम से वोट डालने की अपील की थी और लगभग एक साल से जनता अपने पसंदीदा प्रत्याशी को वोट कर रही थी.

अब उसी सोशल मीडिया ने वोट के परिणाम घोषित किये जिसमे राजीव जेटली ने प्रथम स्थान हांसिल किया और सोशल मीडिया पर हरियाणा भाजपा प्रवक्ता राजीव जेटली जनता की पहली पसंद बने जिसमे जनता ने सबसे ज्यादा उनके पक्ष में वोट किया 

इस से एक बात तो प्रतीत होती है की जनता अब नये चेहरे को मौका देना चाहती है क्योंकि पीढियां बदल चुकी हैं और नयी पीढ़ी पुरानी परम्पराओं को छोड़ कर ऐसे युवाओं को आगे लाना चाहती है जिसमे राजनितिक सुझबुझ के साथ दूरदर्शिता भी देखी जा सके शायद यही वजह रही की संभावित प्रत्याशियों में राजनितिक और रासुक्दार परिवार से जुड़े युवा को भी नजरअंदाज कर मध्यम वर्ग से आने वाले युवा भाजपा प्रवक्ता राजीव जेटली को सबसे ज्यादा वोट देकर चुना गया        

Thursday 2 August 2018

Manav Rachna Joined BBA(G) Course Gaurav Solanki Gold Medalist

Manav Rachna Joined BBA(G) Course Gaurav Solanki Gold Medalist

FARIDABAD 3 AUGUST I We are very proud to announced that Gaurav Solanki Gold Medalist in Boxing in Commonwealth Games 2018 at Australia has joined Manav Rachna in BBA(G) Course. He is also a Gold medalist in youth Asian Championship at Bangkok, Thailand. It is a very proud privilege to have Gaurav Solanki in Manav Rachna. He has already brought glory to nation as well as himself & Family. Manav Rachna assured him full support to achieve height level performance. He was also presented with University Color by Dr. Amit Bhalla, Vice President, MREI.
दो नाबालिग बहने पहुंची चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर हेमा कौशिक की शरण में

दो नाबालिग बहने पहुंची चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर हेमा कौशिक की शरण में

फरीदाबाद, 2 अगस्त । फरीदाबाद की दो नाबालिग सगी बहनो की मथुरा में उनके ननिहाल में माँ – बाप द्वारा जबरन शादी करवाने का मामला सामने आया है. इस शादी से बचने के लिए नाबालिग बहनो ने मथुरा से भागकर फरीदाबाद स्थित चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर की शरण ली है. यह बच्चियां फरीदाबाद के एक गावं की रहने वाली है और दसवीं और बारवी की परीक्षा हरियाणा बोर्ड से 71 और 72 प्रतिशत अंको से पास कर चुकी है और भविष्य में आगे पढ़ना चाहती है ताकि अपने पैरो पर खड़ी हो सके. फिलहाल चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर महिला थाने की मदद से अब इन्हे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के आगे पेश करने की तैयारी कर रहे है. आपको बता दे बीते अप्रैल महीने में भी इन नाबालिग बहनो की जबरन करवाई जा रही शादी रुकवा दी गयी थी लेकिन एक बार फिर उनकी जबरन शादी करवाने की प्लानिंग की जा रही थी जिसके चलते समय रहते यह बच्चियां मथुरा से भागकर फरीदाबाद पहुंच गयी. 

 गौरतलब है की फरीदाबाद के एक गांव के रहने वाली दोनों नाबालिग सगी बहने है और हरियाणा बोर्ड से बड़ी बहन ने 12 की परीक्षा 72 प्रतिशत अंको से पास कर चुकी है जबकि छोटी बहन ने दसवीं की परीक्षा 71 प्रतिशत अंको से पास कर चुकी है. यह  दोनों बहने ही नाबालिग है. जिन्हे इनके माँ – बाप ने मथुरा स्थित ननिहाल में एक कमरे में बंद करके रखा हुआ था जहाँ इनके साथ जबरन शादी करने को लेकर मारपीट भी की जाती थी. अपने आपको शादी से बचाने के लिए यह दोनों बहने मथुरा से भागकर फरीदाबाद स्थित चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर हेमा कौशिक से मिली और मदद की गुहार लगाई। चाइल्ड प्रोटेक्शन 

आफिसर हेमा कौशिक ने बताया की बीते अप्रैल महीने में उन्हें सूचना मिली थी की फरीदाबाद के एक की रहने वाली दो नाबालिग बहनो की उनके माँ – बाप जबरन शादी करने की नियत से उन्हें मथुरा ले गए है इस पर उस समय उन्होंने मथुरा के एएसपी से संपर्क साँधा और इस शादी को रुकवाने के लिए कहा. इस पर मथुरा पुलिस ने इन बच्चियों के ननिहाल पहुंचकर कार्यवाही करते हुए शादी को रुकवा दिया था और बच्चियों के बयान दर्ज कर लिए थे जिसमे इन बच्चियों ने जबरन शादी करवाय जाने की शिकायत दी थी. चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर ने बताते हुए कहा की वह चाहते थे की बच्चियां फरीदाबाद वापिस आये तांकि उनकी निगरानी समय – समय पर की जा सके लेकिन परिजनों ने इन्हे मथुरा ननिहाल में ही रोक लिया था जिसमे वह कुछ नहीं कर सकते थे. लेकिन इस कहानी में दूसरा मोड़ उस समय आया जब एक बार फिर इनके माँ – बाप ने इनकी शादी करने की प्लानिंग कर ली जिसे देख बच्चियां मथुरा से भागकर मदद के लिए उनके पास पहुंची और अपनी आपबीती सुनाई। 

बच्चियों के अनुसार इनके माँ बाप ने इन्हे वहां कमरे में बंद कर रखा था और इनसे मारपीट भी की जाती थी. अधिकारी ने बताया की अब उन्होंने बल्लभगढ़ महिला थाने में सूचना दे दी है पुलिस के आने के बाद बच्चियों के बयान दर्ज कर इन्हे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के आमने पेश किया जाएगा और इन बच्चियों को शेलटर होम में जगह दिलवाई जायेगी। उन्होंने बताया की यह बच्चियां अच्छे अंको से दसवीं और बारवी की परीक्षा पास कर चुकी है और आगे पढ़ना चाहती है. उन्होंने पेरेंट्स से अपील की – कि इतने पढ़ने लिखने वाली बच्चियों को जबरन शादी में न झोंककर इन्हे पड़ने दे और इनका भविष्य खराब न करे. वहीँ अपने भविष्य के सपनो को साकार करने के लिए मथुरा से भागकर आयी

इन दोनों नाबालिग बहनो ने बताया की पहले अप्रैल में उनकी शादी जबरदस्ती मथुरा में करवाई जानी थी जिस पर उन्होंने फरीदाबाद चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर को फोन करके सूचना दे दी थी जिस पर उन्होंने उनकी मदद करते हुए यह शादी रुकवा दी थी और यह नंबर उन्हें स्कूल में एक अवेयरनेस कार्यक्रम के दौरान बताये गए थे जिसे उन्होंने नोट कर लिया था. बच्चियों ने बताया की अब एक बार फिर उनकी जबरन शादी करवाने की तैयारियां की जा रही थी जिसमे उसके माँ – बाप और ननिहाल वालो के अलावा उनके मौसा भी शामिल है. शादी से बचने के लिए वह भागकर यहाँ मदद के लिए आयी है और आगे पढ़ना चाहती है.

इन नाबालिग बहनो की बहादुरी देखकर चाइल्ड प्रोटेक्शन आफिसर और पुलिस भी इनकी कायल हो गयी है. जाहिर सी बात है की इन बच्चियों के उठाय गए इस कदम से अन्य नाबालिग बच्चियों को प्रेरणा मिलेगी जिनके माँ बाप उनकी जबरन कम उम्र में शादी करवाकर उनके भविष्य को गर्त में झोंक देते है. 
डीसी सोनल गोयल का अनूठा प्रयोग, सरकारी इमारतों की दीवारों का बदला नजारा

डीसी सोनल गोयल का अनूठा प्रयोग, सरकारी इमारतों की दीवारों का बदला नजारा

झज्जर, 02अगस्त। कभी निजी विज्ञापनों, बेतरतीब ढंग से लगे पोस्टरों से बदरंग सरकारी इमारतों की दीवारों का नजारा अब बदलाव की दस्तक देने लगा है। जिला मुख्यालय पर सरकारी इमारतों की दीवारों के सौंदर्यकरण के लिए मनाए जा रहे स्ट्रीट आर्ट फेस्टिवल के चलते रंग-बिरंगी तस्वीरों से सजी हर दीवार अब बोलते हुए प्रतीत हो रही है। उपायुक्त सोनल गोयल की पहल पर किए गए इस प्रयोग ने सरकारी दीवारों के सौंदर्यकरण की नई इबारत लिख दी है। उपायुक्त ने स्वयं हाथ में रंग और ब्रश लेकर 22 जुलाई को आयोजित राहगीरी कार्यक्रम से इस पहल का शुभारंभ किया था और आज शहर की सभी प्रमुख इमारतों की दीवारों की खूबसूरती देखते ही बन पड़ रही है। 

झज्जर से पहले स्ट्रीट आर्ट का प्रयोग राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगालुरू, गोवा के साथ-साथ हरियाणा के मिलेनियम सिटी गुरूग्राम में भी सफल साबित हुआ है। दिल्ली-जयपुर नेशनल हाइवे पर गुरूग्राम से गुजरते समय दीवारों के सौंदर्यकरण को दुनिया भर में सराहा गया है। 
स्वच्छ भारत और पर्यावरण संरक्षण के संदेश को मिला बढ़ावा


उपायुक्त ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन तथा क्लीन सिटी-क्लीन एनवायरमेंट के संदेश का सार्थक साबित करने वाले स्ट्रीट आर्ट का असल उद्देश्य युवा शक्ति को सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाना है। उपायुक्त के विजन पर आधारित स्ट्रीट आर्ट के कंसेप्ट को धरातल पर उतारने में झज्जर के एसडीएम रोहित यादव की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर के स्ट्रीट आर्ट में सबसे खास बात यह है कि जिला के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने इसमें अपना योगदान दिया है। गवर्नमेंट गल्र्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल की दीवारों पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए हरी-भरी पेंटिंग अपने आप में एक अनूठा प्रयोग है। स्कूली बच्चों ने अपने प्रदर्शन में जो क्रिएटिविटी दिखाई है उसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है।
शहर की खूबसूरती में चार चांद लगाती दीवारें

हालांकि झज्जर में स्ट्रीट आर्ट का प्रयोग जहांआरा बाग स्टेडियम की दीवारों पर पहले हो चुका था लेकिन स्टेडियम की दीवारों पर पेंटिंग प्रोफेशनल आर्टिस्ट ने तैयार की थी। जबकि स्ट्रीट आर्ट फेस्टिवल में स्कूली बच्चों व झज्जर शहर में पेंटिंग का शौक रखने वाले बुजुर्गों व युवाओं ने भी भागीदारी की। जनभागीदारी के साथ बड़े पैमाने पर इस प्रयोग को उतारने की परिकल्पना उपायुक्त सोनल गोयल ने तैयार की। स्ट्रीट आर्ट फेस्टिवल से अब स्टेडियम के साथ-साथ जिला सैनिक बोर्ड, सिंचाई विभाग, बिजली निगम, गवर्नमेंट गल्र्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल, झज्जर-गुरूग्राम मार्ग पर लघु सचिवालय के सामने पब्लिक हेल्थ की दीवार पर बनी पेंटिंग आज झज्जर शहर की खूबसूरती में चार चांद लगा रही है। स्कूली बच्चों के साथ-साथ गुरूग्राम की फाइन आर्ट संस्था चित्रयोग के कलाकारों की भी झज्जर शहर के सौंदर्यकरण में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। चित्रयोग फाइन आर्ट ग्रुप हरियाणा स्वर्ण जयंती महोत्सव तथा हैपनिंग हरियाणा समिट के दौरान गुरूग्राम की दीवारों को निखारने का काम भी कर चुका है। 


Sunday 8 July 2018

बेस्ट फ्लू इन्फ्लुएंजा होम्योपैथी मेडिसिन

बेस्ट फ्लू इन्फ्लुएंजा होम्योपैथी मेडिसिन

फरीदाबाद 9 जुलाई। इन्फ्लुएंजा इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण एक तीव्र ऊपरी श्वसन पथ संक्रमण है, जो विशेष रूप से सर्दी के दौरान दुनिया भर में प्रकोप और महामारी में होता है।

यद्यपि यह अस्थायी रूप से कमजोर पड़ रहा है, फ्लू आमतौर पर स्वस्थ लोगों में एक आत्म-सीमित संक्रमण होता है, जो अधिकांश मामलों में कुछ दिनों के बाद स्वचालित रूप से उपचार करता है।

हालांकि, कुछ जोखिम समूहों में, इन्फ्लूएंजा में अधिक आक्रामक कोर्स हो सकता है, जिससे साइनसिसिटिस, ओटिटिस मीडिया, निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और दिल की मांसपेशियों की सूजन और दिल को कवर करने वाली झिल्ली यानी मायोकार्डिटिस और पेरीकार्डिटिस जैसी जटिलताओं का कारण बन सकता है। शिशुओं, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, immunodeficiency वाले लोगों या पुरानी दिल या फेफड़ों की बीमारियों के साथ समूह गंभीर फ्लू के विकास के सबसे बड़े जोखिम पर समूह हैं

इस लेख में हम इन्फ्लूएंजा के मुख्य लक्षणों और उन लक्षणों के बारे में बात करेंगे जो जटिलताओं की घटना को इंगित करते हैं।

इन्फ्लूएंजा के मुख्य लक्षणों और लक्षणों की सूची जो इस आलेख में संबोधित की जाएगी, निम्नानुसार है:

38ºC से ऊपर, उच्च बुखार।

खांसी

· गले में खरास।

Coriza और sinusitis।

· छींक आना।

· सरदर्द।

· मांसपेशियों में दर्द।

थकावट और कमजोरी।

· भूख में कमी।

उल्टी और दस्त (बच्चों में सबसे आम)।

फ्लू के संकेत और लक्षण
24 से 9 6 घंटों तक की ऊष्मायन अवधि के बाद, फ्लू के संकेत और लक्षण आमतौर पर इतने अचानक प्रकट होते हैं कि कई रोगी बीमारी शुरू होने के ठीक समय बता सकते हैं। शरीर में उच्च बुखार, कमजोरी और दर्द, श्वास, गले में गले और राइनाइटिस जैसे श्वसन संबंधी लक्षण आमतौर पर बीमारी के पहले कुछ घंटों में मौजूद होते हैं।

हालांकि, किसी भी संक्रमण की तरह, इन्फ्लूएंजा की नैदानिक ​​तस्वीर सभी मरीजों के लिए जरूरी नहीं है। बुखार और हल्के लक्षणों के बिना फ्लू के मामले हैं। ऐसे मरीज़ भी हैं जो भूख, कमजोरी और चक्कर आना चाहते हैं।

युवा बच्चे और बुजुर्ग मरीज़ वे होते हैं जो अक्सर अकल्पनीय लक्षण होते हैं, जो आमतौर पर निदान करने के लिए डॉक्टर के लिए कुछ कठिनाई पैदा करते हैं।

असम्बद्ध इन्फ्लूएंजा वाले मरीज़ आमतौर पर दो से पांच दिनों में लगातार सुधार करते हैं, हालांकि इन्फ्लूएंजा चित्र जो 7 दिनों से अधिक समय तक चलते हैं, असामान्य नहीं हैं। कुछ रोगियों ने श्वसन लक्षणों में सुधार किया है, लेकिन वे अभी भी कई दिनों के लिए कमजोरी या थकावट के लक्षणों का अनुभव करते हैं।

फ्लू की जटिलताओं आमतौर पर बीमारी के कुछ दिनों के बाद होती है। आम तौर पर, रोगी सुधार के लक्षण दिखाना शुरू करता है, जैसे बुखार में कमी और श्वसन लक्षणों में कमी, और अचानक, फिर से, नए बुखार स्पाइक्स और सामान्य गिरावट के साथ।

हम आगे समझाएंगे इन्फ्लूएंजा के 10 सबसे आम लक्षण। जाहिर है, मरीजों को उन सभी लक्षणों की आवश्यकता नहीं है जिन्हें हम सूचीबद्ध करने जा रहे हैं; अधिकांश नहीं करते हैं। हालांकि, सूची और आपके लक्षणों के बीच पत्राचार जितना अधिक होगा, उतनी अधिक संभावना है कि आपकी तस्वीर वास्तव में इन्फ्लूएंजा है।

1- उच्च फीवर
बुखार फ्लू के सबसे आम संकेतों में से एक है। यह आमतौर पर 38 डिग्री सेल्सियस और 41 डिग्री सेल्सियस के बीच उच्च होता है, और अचानक शुरू होता है। बच्चों में बुखार 9 5% मामलों में होता है, जिसमें आधा से अधिक रोगी 39 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तापमान तक पहुंचते हैं। बुजुर्गों में, बुखार कम या यहां तक ​​कि मौजूद नहीं हो सकता है।

विभिन्न प्रकार के वायरस के कारण बुखार के विपरीत जो सर्दी का कारण बनता है, जो आमतौर पर केवल 24 से 48 घंटे तक रहता है, इन्फ्लूएंजा बुखार आमतौर पर 2 से 5 दिनों तक रहता है।

पसीना और ठंड दो संकेत हैं जो अक्सर बुखार के साथ होते हैं। फ्लू के कई व्यवस्थित लक्षण, जैसे शरीर में दर्द, सिरदर्द, कमजोरी, थकावट और भूख की कमी, बुखार उच्चतम होने पर कई बार गहन हो जाती है।

बुखार से जुड़ी जटिलताओं

एक लगातार उच्च बुखार जो 4 या 5 दिनों के बाद सुधार के संकेत नहीं दिखाता है, कुछ जटिलताओं के अस्तित्व का सुझाव दे सकता है। एक और व्यवहार जो जटिलताओं को इंगित कर सकता है वह 1 या 2 दिनों के लिए बुखार में कमी है, यह बताता है कि प्रक्रिया संकल्प में है, इसके बाद उच्च बुखार के नए चोटियों और रोगी की सामान्य स्थिति में बिगड़ती है।

2- COUGH
खांसी एक लक्षण है जो लगभग 80% फ्लू रोगियों में होता है। ज्यादातर मामलों में, खांसी सूखी होती है, लेकिन यह दिनों में प्रत्याशा के साथ उत्पादक बन सकती है।

खांसी बीमारी की शुरुआत में हमेशा मौजूद नहीं होती है और स्थिति के समाधान के बाद गायब होने वाले अंतिम लक्षणों में से एक हो सकती है। अक्सर रोगी के पास कोई अन्य लक्षण नहीं होता है, लेकिन कुछ और दिनों तक सूखी खांसी रखता है।

खांसी को बाधित करने वाली दवाओं का उपयोग इंगित नहीं किया जाता है, क्योंकि वे स्थिति को बढ़ा सकते हैं और जटिलताओं की घटना का पक्ष ले सकते हैं, खासकर यदि रोगी की अपेक्षा है। रोगी को हाइड्रेटेड रखने और स्राव के कमजोर पड़ने के लिए बहुत सारे पानी पीना सबसे सही है। रात्रि खांसी से राहत में शहद प्रभावी प्रतीत होता है।

खांसी से जुड़ी जटिलताओं

संकेतों में से एक जो चल रहे जटिल संकेत दे सकता है
संकेतों में से एक संकेत जो एक चल रही जटिलता का संकेत दे सकता है वह छाती में दर्द, सांस की तकलीफ और उच्च बुखार से जुड़ी बहुत हरी या पीले रंग की प्रत्यारोपण खांसी की उपस्थिति है। इन मामलों में, निमोनिया को रद्द करना आवश्यक है।

3- थ्रेट दर्द
गले की सूजन फ्लू का एक और आम लक्षण है और आम तौर पर बीमारी के पहले दिन मौजूद होती है।

इन्फ्लूएंजा गले में गले को बहुत लाल रंग की फेरींगिटिस की विशेषता है, लेकिन टन्सिल में पुस की उपस्थिति के बिना, जो स्ट्रेप्टोकोकल फेरींगिटिस का एक सामान्य संकेत है।

इन्फ्लूएंजा वाले सभी मरीज़ फेरींगिटिस विकसित नहीं करते हैं, लेकिन उन मामलों में, गले में गले अक्सर गंभीर होते हैं, जिससे ठोस खाद्य पदार्थ निगलने या यहां तक ​​कि लार निगलने में कठिनाई होती है।

4- CoryZA और स्टूफी नोएएस
ठंडा coryza और नाक सर्दी और एलर्जीय rhinitis के विशिष्ट लक्षण हैं। हालांकि, ये लक्षण फ्लू में भी हो सकते हैं, खासकर बच्चों में, जहां वे 80% मामलों में मौजूद हैं।

नमकीन पानी के साथ नाक गुहा धोना अधिक प्रभावी लगता है और प्रतिकूल प्रतिक्रियाओं के जोखिम नहीं लेता है।

Rhinitis से जुड़े जटिलताओं

राइनाइटिस साइनसिसिटिस में प्रगति कर सकती है, खासतौर पर विचलित सेप्टम या अन्य शारीरिक परिवर्तनों वाले रोगियों में जो परानाल साइनस की बाधा उत्पन्न करती है।

एक साइनसिसिटिस जो 5 से 7 दिनों के बाद सुधार के संकेत नहीं दिखाती है या जो कोई स्पष्ट और पारदर्शी स्राव नहीं छोड़ती है और बुखार और पीले रंग की हो जाती है, जो बुखार या बुखार की वापसी से जुड़ी होती है, बैक्टीरिया साइनसिसिटिस में साइनसिसिटिस वायरल संक्रमण के परिवर्तन को इंगित कर सकती है।

साइनसिसिटिस के साथ, ओटिटिस मीडिया इन्फ्लूएंजा और गंभीर राइनाइटिस वाले मरीजों की जटिलता भी हो सकती है, खासकर बच्चों में।

5- स्नीज़िंग
राइनाइटिस की तरह, छींकना सर्दी और एलर्जी का एक सामान्य लक्षण है, लेकिन यह फ्लू में भी मौजूद हो सकता है।

छींकने से संबंधित कोई जटिलता या विशिष्ट उपचार नहीं है।

6- हेडैच
बच्चों की तुलना में वयस्कों में फ्लू-जैसे सिरदर्द एक आम लक्षण है। यह आमतौर पर उन रोगियों में अधिक गंभीर होता है जो साइनसिसिटिस विकसित करते हैं या जब बुखार अधिक होता है।

दर्द खोपड़ी में फैल सकता है या आंखों के चारों ओर या गर्दन के नाप के क्षेत्र में अधिक स्थानीयकृत हो सकता है।

यदि कोई विरोधाभास नहीं है, तो दर्द को नियंत्रित करने के लिए आम एनाल्जेसिक या एंटी-इंफ्लैमेटरीज का उपयोग किया जा सकता है। शांत और मंद प्रकाश वाले स्थान आमतौर पर कुछ राहत लाते हैं।

7- मस्तिष्क दर्द
पूरे शरीर में मांसपेशी दर्द वयस्कों में एक सामान्य फ्लू लक्षण है, लेकिन यह केवल बच्चों के एक छोटे से हिस्से में मौजूद है।

निचले हिस्से, बाहों और पैरों की मांसपेशियों को अक्सर सबसे ज्यादा प्रभावित किया जाता है। मांसपेशियों के अलावा, जोड़ भी दर्द हो सकता है।

मांसपेशी दर्द एक सामान्य फ्लू लक्षण है। सर्दी में, यह असामान्य है, और जब मौजूद है, आमतौर पर कमजोर है।

8- थकान और कमजोरी
थकान की कमी और ताकत की कमी सर्दी के संबंध में एक सामान्य फ्लू लक्षण भी है। थकान सभी उम्र में होती है, लेकिन यह बच्चों में अधिक ध्यान देने योग्य है, खासकर जब बुखार अधिक होता है।

थकावट एक लक्षण है जो तस्वीर में जल्दी दिखाई देता है और उपचार के कई दिनों तक रह सकता है। कुछ रोगी 3 सप्ताह तक ताकत और मनोदशा की कमी की भावना की रिपोर्ट करते हैं।

थकान से जुड़ी जटिलताओं

इन्फ्लूएंजा की एक दुर्लभ जटिलता मायोकार्डिटिस है, जो दिल की मांसपेशियों की सूजन है। एक मरीज, जो फ्लू को ठीक करने के कुछ दिनों के बाद, फिर से तीव्र थकान, सांस की तकलीफ और पैरों में सूजन की प्रगतिशील बीमारी के साथ प्रस्तुत करता है, कार्डियक भाग के लिए मूल्यांकन किया जाना चाहिए।

9- भूख की कमी
बीमारी के पहले 48 घंटों में भूख की कमी बहुत आम है, खासतौर पर उस चरण के दौरान जब बुखार उच्चतम होता है।

आपको बेताब सोचने की ज़रूरत नहीं है कि रोगी को हर कीमत पर खाना चाहिए। पहले दो दिनों के लिए, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रोगी को हाइड्रेटेड रखना है। भूख आमतौर पर धीरे-धीरे लौटती है।

जो रोगी अच्छी तरह से भोजन नहीं कर रहा है, उसके लिए सबसे अच्छी रणनीति यह है कि बुखार सबसे कम होने पर भोजन की पेशकश करना है।

10- वोटिंग और डायरेरिया (इन्फैंट्स में सबसे ज्यादा कॉमन)
उल्टी, दस्त और पेट दर्द वायरल उत्पत्ति के गैस्ट्रोएंटेरिटिस के लक्षण हैं, लेकिन शायद ही कभी वयस्क फ्लू में होते हैं।

हालांकि, 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लगभग 10% फ्लू के कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण हैं। उल्टी आमतौर पर अतिसार से अधिक आम है।

उल्टी और दस्त से जुड़ी जटिलताओं

निर्जलीकरण मुख्य जटिलता है जो उल्टी और / या दस्त का अनुभव करने वाले बच्चों में हो सकती है। घर का बना सीरम या मौखिक रिहाइड्रेशन सेरा इन तस्वीरों के इलाज और रोकथाम के सबसे उपयुक्त तरीके हैं।


1. एकोनाइट नेपेलस: फ्लो के पहले चरण के लिए एकोनाइट सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक दवा है। एकोनाइट रोगी फ्लू के लक्षण बहुत जल्दी आते हैं, और रोगी बहुत चिंतित और बेचैन होता है। शुष्क, ठंडी हवा के संपर्क से बीमारी। शिखर और ठंडी तरंगें शरीर के माध्यम से उच्च बुखार के साथ गुजरती हैं।

2. आर्सेनिकम एल्बम: रोगी गर्म चेहरे और शरीर की ठंड के साथ चिंता और बेचैनी से भरा है। शारीरिक तनावहीनता के कारण कई बार थकावट के साथ रोगी पतन हो जाता है। बुखार के बाद ठंड और कठोरता के साथ मतली, उल्टी और दस्त की रोगी शिकायतें। रोगी को पानी के छोटे सिप्स के लिए प्यास है और कंपनी चाहता है। मृत्यु का बहुत डर है।


3. बेलाडोना: फ्लू की अचानक शुरुआत की रोगी शिकायत। पतले विद्यार्थियों और चमकीले आंखों के साथ गर्म, लाल चेहरे की रोगी शिकायत। बहुत गंभीर थ्रोबिंग सिरदर्द की रोगी शिकायत जो गति से भी बदतर हो जाती है। मरीज को पानी के लिए बहुत कम या प्यास के साथ बुखार होता है। शरीर गर्म होने के बावजूद हाथों और पैरों की बर्फीली ठंडीता। बुखार के साथ Delirium। सभी इंद्रियों की संवेदनशीलता से अधिक, इसलिए रोगी प्रकाश, या छूने और शोर के लिए और भी बुरा महसूस करता है। लक्षण 3 बजे खराब हो जाते हैं।


4. ब्रायोनिया अल्बा: फ्लू की रोगी शिकायतों जो धीरे-धीरे सेट होती है और धीरे-धीरे प्रगति करती है। रोगी बहुत चिड़चिड़ाहट है और अकेले रहना पसंद करता है। उनके सभी लक्षण, संयुक्त या मांसपेशियों में दर्द से अलग, आंदोलन से भी बदतर हैं और आराम से बेहतर हैं। रोगी बड़ी मात्रा में पानी के लिए बहुत प्यास है, और जूल में पीते हैं। रोगी को त्वचा की सूखापन की भी शिकायतें, लेपित जीभ के साथ, होंठ टूट जाते हैं। बाएं पक्षीय गंभीर सिरदर्द जो गति के साथ बढ़ता है। बुखार के दौरान डिलिरियम, मरीज घर जाना चाहता है हालांकि वह पहले से ही घर पर है।


5. जेल्समियम: गेल्सिमियम सबसे अच्छी होम्योपैथिक दवा है जहां फ्लू के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं। रोगी की भारीता, कमजोरी की शिकायतें। रोगी बहुत सुस्त और सुस्त है। कमजोरी के साथ कमजोरी है।


 6. यूपेटोरियम पेरोफियाटियम: फ्लू के दौरान मांसपेशियों और हड्डियों में उच्च बुखार और गंभीर दर्द की रोगी शिकायतें। रोगी को लगता है जैसे उसकी हड्डियां टूट गई हैं। रोगी ठंडा है, लेकिन शीतल पेय की इच्छा है। ठंडा होने से ठीक पहले बहुत प्यास है। बुखार के साथ गंभीर सिरदर्द की रोगी शिकायतें। लक्षण 7 से 9 बजे के बीच बढ़ जाते हैं। शरीर में दर्द और शव पूरे रीढ़ की हड्डी को ऊपर और नीचे चलाते हैं। सिरदर्द की रोगी शिकायतें जो पीछे से शुरू होती हैं और अपने माथे पर विकिरण करती हैं।


Friday 22 June 2018

Ashbeer Saini prevails by three shots to bag maiden win

Ashbeer Saini prevails by three shots to bag maiden win


Karnal, Haryana, June 22, 2018: Kapurthala lad Ashbeer Saini’s career got a new lease of life after he bagged his maiden professional title at the PGTI Feeder Tour event at the Madhuban Meadows Golf Club in Karnal, Haryana. The 24-year-old Saini, who returned a sedate one-over-71 in the final round, prevailed by three shots at nine-under-201 for a wire-to-wire victory.


Delhi’s Pawan Verma fired a three-under-67 to gain two spots and finish in second at six-under-204.


Ashbeer Saini (63-67-71), the overnight leader by five shots, had an ordinary front-nine on Friday making two birdies and two bogeys. His best effort on the outward nine was a chip-in for a terrific par-save on the fifth.


The luxury of a commanding overnight lead and the absence of any serious challenge on the final day ensured Ashbeer’s win despite his double bogey on the 13th. He finally sealed it with a superb drive that resulted in a birdie on the 15th.


Saini had joined the professional ranks in 2013 as a bright prospect after having had the distinction of being India’s leading junior and amateur golfer in the preceding years.


However, the golfer who has been inspired by his city-mate Gaganjeet Bhullar, could not achieve the desired results in his first five seasons as a professional and was also hampered by a wrist injury that he suffered in 2016.


Saini said, “This win is huge for me as it helps me finally break the victory barrier and put behind the disappointments of the past. I’ve fully recovered from my injury now and this win might just prove to be the turning point of my career.


“My game is improving with every passing event and I’ve been pretty consistent of late as is evident from my top-10 finishes in all three Feeder Tour events this season.


“My driving and putting were outstanding this week. I once again created opportunities today by landing my drives on or close to the green on almost three occasions. I feel I’m now well prepared to make an impact on the main tour,” added Ashbeer, who moved up four spots to third place on the Feeder Tour Order of Merit.


Pawan Verma (72-65-67) produced the third day’s joint best score, a 67, to bag his second runner-up finish of the season. Verma, a former winner on the Feeder Tour, thus climbed from fourth to second place on the Feeder Tour Order of Merit.


Gurugram’s Kushal Singh, who also carded the day’s joint best 67, finished tied third along with Lucknow’s Amardeep Rawat (69) at five-under-205.


Karnal’s Maniram finished tied 19th at eight-over-218.


Gurugram-based Dhruv Sheoran, winner of the first two events of the season, missed the cut at Karnal but continues to lead the money list by over Rs. 30,000 as his season’s earnings read Rs. 2,03,440.


   

Wednesday 13 June 2018

Devanshi Rana wins Gold Medal in South Delhi Open Shooting

Devanshi Rana wins Gold Medal in South Delhi Open Shooting

NEW DELHI : 13 JUNE । Famous Shooter and Indian junior team's coach Jaspal Rana's daughter Devanshi Rana won a Gold medal in 10 meter pistol event of 2nd South Delhi District Open Shooting Competition. The South Delhi District Rifle Association (SDDRA), conducted the 2 nd South Delhi District Open Shooting Competition 2018 in Air Pistol & Air Rifle events at the Siri Fort Sports Complex on 26th May 2018 and 9th June 2018. The 2-day long competitions saw participation by 163 enthusiastic shooters – the youngest being 8 years old and the eldest 62 years.

The Chief Guest on the occasion was Shri Asif Ali, IPS, Dy Commissioner of Police (Licensing), Delhi Police. Insp. Azam Khan, SHO of Jamia Police Station and a renowned international level shotgun shooter also graced the occasion. They also gave away the medals to the winners. According to Shri Anupam Kamal, President of SDDRA, the uniqueness of this competition was that even children from economically weaker sections (EWS) participated through the NGO ISHWAR. Also, a special category of Under-12 boys and girls was created, where children could participate in the competition in sitting or standing position. 

As per Shri Nishant Mangla, General Secretary of SDDRA, the Gold Medal winners were: Vinay (Para category); Divij Belwal; Shaurya Sarin; Anmol Arora; Tanjeet Singh; Anupam Kamal; Dr Deepak Jain (Veteran category); Rishabh Mavi; Siddharth Mavi; Harpreet Singh; Mirza Mohd. Mustafa; Khushi Kapoor; Mahima Singh; Devanshi Rana; Lovleen Kaur; Pooja Agarwal (Para category); Aadya Mall; Simran Kaur; Bhanu Priya; Kaushal Singh; Viraj Singh; Diya Phogaat. 
The Silver Medal winners were: Agneya Kaushik; Dhruv Rawat; Abhijeet Chaudhary; Ravi Mathur; RK Sisodia; Satvik Kapoor; Aman Aryan Roach; Ojasvi Sangwan; Aishwary
Chatterjee; Harleen Kaur; Surabhi Chhikara; Aarzoo Saifi; Samina; Shreya Jain; Ekaksh Grover; Daksh Jamwal; Prarthana Khanna. 

The Bronze Medal Winners were: Aditya Verma; Yash Jaggi; Naveen Singh Panwar; Mohan Singh; Ishwinder Jit Singh; Pratyush Aman Barik; Deepak Kumar Saini; Diya Phogaat; Nishtha Sharma; Aditi Sehrawat; Shipra Singh; Jahnvi Madan; Videh Jain; Naamya Kapoor. The award ceremony concluded with the vote of thanks by Shri Abhijeet Singh, Vice President, SDDRA. 

Sunday 10 June 2018

एमएसएमई सैक्टर को अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा भागीदार : राजीव चावला

एमएसएमई सैक्टर को अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा भागीदार : राजीव चावला

फरीदाबाद : 10  जून 2018 । एमएसएमई सैक्टर को अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा भागीदार माना जा रहा है वहीं इस सैक्टर के समक्ष चुनौतियां भी बढ़ी हैं जिनका समाधान परस्पर एकजुटता, जागरूकता तथा उचित प्रशिक्षण से ही संभव है।

गुडग़ांव में आईएमएसएमई आफ इंडिया द्वारा आयोजित आंत्रेप्यूनर्स ईवनिंग में यह विचार व्यक्त करते हुए आईएमएसएमई आफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि एसएमई सैक्टर के लिये जो योजनाएं सरकार द्वारा बनाई गई हैं उन्हें क्रियान्वित करने की दिशा में जागरूकता का संचार किया जाए और इसके साथ-साथ ऐसा माहौल बनाया जाए जहां संबंधित शंकाओं का समाधान हो सके और एसएमई सैक्टर के विकास की राह प्रशस्त हो सके। 

श्री चावला ने विभिन्न कार्यक्रमों, योजनाओं व लाभ की जानकारी देते बताया कि एसएमई सैक्टर के लिये कई योजनाएं बनाई गई हैं जिनका लाभ उठाकर यह क्षेत्र प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सकता है।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित उद्यमियों का स्वागत करते श्री चावला ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि नये परिवेश के अनुरूप योजनाओं के संबंध में जानकारी लेने की इच्छा उद्योग प्रबंधकों में है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण इस आयोजन भारी उपस्थिति है। 

कार्यक्रम में इंटल द्वारा आयोजित सोल्यूशन फार स्माल बिजनेस भी विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा। इस सैशन में इंटल ने विश्व के सबसे छोटे व तेज चलने वाले पीसी का प्रदर्शन किया जो टिफिन बाक्स से लेकर विजटिंग कार्ड बाक्स तक के थे। यही नहीं इन पीसी में एडवांस प्रोसैसर, मैमोरी, स्पीड और सेफटी के साथ ओरिजनल विंडो मुख्य फीचर्स थे। 

कार्यक्रम में चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रवीण अग्रवाल द्वारा जीएसटी:व्हाट नैकस्ट विषय पर दी गई जानकारी को भी उपस्थितजनों ने सराहा। विजि सोल्यूशन के विजि साफटवेयर का प्रदर्शन भी उपस्थितजनों के लिये उत्सकुता का केंद्र बना रहा। 

कार्यक्रम मेें प्रश्रोत्तरी का भी आयोजन किया गया जिसमें उपस्थितजनों ने विशेषज्ञों से कई प्रश्र किये और अपनी शंकाओं का समाधान किया। 

Saturday 9 June 2018

 दिल्ली में एम् . ए . ऍफ़ का प्रतिनिधि मंडल ताइवान के उद्योगपतियों से मिला

दिल्ली में एम् . ए . ऍफ़ का प्रतिनिधि मंडल ताइवान के उद्योगपतियों से मिला



फरीदाबाद : 9 जून 2018 ,   मशीनरी उपभोगताओ व निमार्ताओं के बिज़नेस सेमिनार का आयोजन ,   होटल ली  - मेरीडियन, नई दिल्ली,   में किया गया  इसकी अध्यक्षता ताइवान से आये  Taiwan ambessdor श्री चंग क्वांग टिएन ने की थी उनके साथ  उद्योगपतियो का एक  प्रतिनिधिमंडल ताइवान से आया था  एवं  पच्चीस उद्योगपतियों   की टीम मनुफक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद ने  भाग लिया।

श्री रमणीक प्रभाकर , महासचिव एम् . ए . ऍफ़, ने सम्बोधित करते हुए कहा की ये बहुत अच्छा आदान -प्रदान हुआ है दो देशो के बीच के उद्योगपतियो का   अतिथि देश से आये हुए प्रतिनिधिमंडल  से व्यापर को आगे और नई तकनीक द्वारा आगे बढ़ाने के लिए सकारत्मक विषयो पर  चर्चा की उन्होंने उनके इन्वितिओं को स्वीकार किया व् कहा बहुत जल्द मनुफक्चरर्स  एसोसिएशन फरीदाबाद का उद्योगपतियो प्रनिधिमंडल ताइवान लेकर जाएगा एवं श्री मुकेश कालरा , जॉइंट सेक्रेटरी ऑफ़ FISME ,का धन्यवाद् दिया   I

रमणीक प्रभाकर, महासचिव , एम् . ए . ऍफ़,नरेश वर्मा , पूर्व प्रधान ,एम् . ए . ऍफ़  तेजीश प्रभाकर,  , प्रदीप चोयल , जगदीश शर्मा , विष्णुदत्त , संदीप शर्मा , मोहन मुकुट , प्रवीण कुमार, के बी सचदेवा ,विनोद गर्ग  इत्यादि जाने माने उद्योगपति सम्लित हुए 


Monday 28 May 2018

 दिन में मेकअप करते वक्त भूलकर भी ना करें ये गलतियां – मंजू मेकओवर आर्टिस्ट

दिन में मेकअप करते वक्त भूलकर भी ना करें ये गलतियां – मंजू मेकओवर आर्टिस्ट

फरीदाबाद, 28 मई:  मेकओवर आर्टिस्ट मंजू ने ख़ास बातचीत में बताया की खूबसूरत दिखने की तमन्‍ना हर महिला की होती है। इसके लिए वह दिन और रात का समय नहीं देखती है। लेकिन अगर आपको दिन में कहीं जाना हो तो उसके लिए मेकअप के दौरान कुछ बातों को ध्‍यान में रखिए। अगर आप उन टिप्स को फॉलो नहीं करती हैं तो हो सकता है कि पार्टी में जाकर आप हंसी के पात्र बन जाए या फिर आपके करीबी ही आपको आपके मेकअप के लिए टोकने लग जाएं। अगर आप चाहती हैं 

पूरी पार्टी में आप ही हाईलाइट हों तो आपको मेकअप के वक्त कुछ मामूली सी चीजों में ध्यान में रखने की जरूरत है। दिन में श्रृंगार के टिप्‍स दिन के किया गया मेकअप कम से कम होना चाहिए, क्योंकि आप भारी-भरकम मेकअप करके लोगों की नजरों में नहीं आना चाहेंगी जो आपकी दिखावट किसी टेलीविजन सीरियल के कैरेक्टर सी बनाकर लोगों के सामने पेश कर सकता है। काजल प्रयोग करना ज़रूरी है 

क्योंकि यह आपकी आंखों की खूबसूरती को बढ़ाता है। मस्कारा न लगायें और इसके बजाय अपनी आंखों को आकर्षक बनाने के लिए किसी न्यूट्रल शेड का आई शैडो इस्‍तेमाल करें। ब्लश लगाने से बचें इसकी बजाय हल्का फाउंडेशन ही आपके चेहरे की कई खामियों को छुपाने के लिये काफी होता है। आई मेकअप के लिए दिन में डार्क कलर का आई शैडो डरावना लग सकता है इसलिए हमेशा न्‍यूड या न्‍यूट्रल कलर का आई शैडो लगाएं। यह नेचुरल भी लगता है और क्‍लासी भी। इसके अलावा शिमर आई शैडो का प्रयोग ना करें। सुबह के समय आईलाइनर या मस्‍कारा से अपनी आंखों को ऊपर और नीचे ना रंगे। आप एक पतली सी आइलाइनर या काजल की रेखा खींच सकती हैं।

 दिन के समय मस्‍कारा ना लगायें। लिपस्टिक इस्तेमाल करें और अपने चेहरे की रौनक तरोताजा दिखाने के लिये इस पर हल्के ग्लॉस का टच दें। दिन के लिये हल्का मेक-अप हमेशा उपयुक्त साबित होता है। आपको अपने होंठो पर न्‍यूड कलर लगाना चाहिये। यदि आप चाहें तो शिमर ग्‍लॉस का प्रयोग भी कर सकती हैं। इसका ख्‍याल रखें कि दिन के समय कभी भी डार्क कलर का प्रयोग ना करें जैसे, रेड या ब्राउन। अपने चेहरे को फेस वॉश से धोएं और कॉटन बॉल को टोनर में भिगो कर उससे चेहरे को पोछें। टोनर लगाने से चेहरे का मेकअप बरकरार रहता है और फैलता भी नहीं है। हमेशा वही फाउंडेशन यूज करें जो आपके चेहरे के रंग से एक शेड हल्‍का हो। इस मेकअप टिप्‍स को दिन और रात के मेकअप के लिये आजमाएं। इससे चेहरा नेचुरल लगेगा। साथ ही फाउंडेशन के रंग का ही कॉम्‍पैक यूज करें। दिन के समय रोज़ी ब्‍लश का यूज ना करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के फेज़-1 का शुभारंभ किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के फेज़-1 का शुभारंभ किया

बागपत :28 मई । प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दो नवनिर्मित एक्सप्रेसवे देश के नाम समर्पित किये । इनमें से पहला निज़ामुद्दीन सेतु से दिल्ली- उत्तर प्रदेश सीमा तक विस्तृत 14 लेन वाले अभिगम नियंत्रितदिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का प्रथम चरण है । देश के नाम समर्पित दूसरी परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 1 पर कुंडली से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 पर पलवल तक विस्तृत 135 किलोमीटर लंबा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) है ।

एक बार कार्य पूर्ण हो जाने पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे देश की राजधानी से मेरठ जाने में लगने वाले समय एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के अनेक दूसरे भागों में जाने में लगने वाले समय को काफी कम कर देगा ।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के शुभारंभ के बाद जैसे ही प्रधानमंत्री नेराजमार्ग के परीक्षण के लिये कुछ किलोमीटर तक खुली जीप में यात्रा की,नवनिर्मित मार्ग परएकत्रित लोगों ने उनका अभिवादन किया ।

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) दिल्ली के लिये अनियत यातायात को मोड़ करराष्ट्रीय राजधानी में भीड़भाड़ एवं प्रदूषण को कम करने के दोहरे लक्ष्य की प्राप्ति में योगदान देगा ।

इस अवसर पर बागपत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का समूचाप्रसार जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा । उन्होंने कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे दिल्ली में यातायात की भीड़भाड़ कम करने में मददगार होगा । प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों के जीनव स्तर को उन्नत बनाने में आधुनिक अवसंरचना की एक महत्वपूर्ण भूमिका है । उन्होंने सड़कों, रेलवे, जलमार्गों इत्यादि समेत ढांचागत व्यवस्था के निर्माण में उठाये जा रहे कदमों का ब्यौरा प्रस्तुत किया । प्रधानमंत्री ने अवसंरचना विकास की गति में वृद्धि के उदाहरण दिये ।

महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में प्रधानमंत्री ने विस्तार से बताया कि कैसे स्वच्छ भारत अभियान, एवं उज्ज्वला योजना के अंतर्गत एलपीजी कनेक्शन महिलाओं के जीवन को आसान बना रहे हैं । उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के अंतर्गत प्रदान 13 करोड़ ऋण में से 75 प्रतिशत से अधिक महिला उद्यमियों को दिये गए हैं।

प्रधानमंत्री ने अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के लिये उठाये जा रहे कदमों का उल्लेख भी किया ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के केंद्रीय बजट में ग्रामीण एवं कृषि संबंधी अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिये 14 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है ।

Wednesday 2 May 2018

Homeopathy for Cold cough Flu

Homeopathy for Cold cough Flu

FARIDABAD : 2 MY I भरी हुई नाक तब होती है जब नाक और आसन्न ऊतकों और रक्त वाहिकाओं को अधिक तरल पदार्थ के साथ सूज हो जाता है, जिससे "घृणित" लग रहा हो। नाक की भीड़ या अनुनासिक निर्वहन या "बहुरंगी नाक" के साथ नहीं हो सकती है।


आमतौर पर नाक की भीड़ पुराने बच्चों और वयस्कों के लिए एक झुंझलाहट है। लेकिन नाक की भीड़ उन बच्चों के लिए गंभीर हो सकती है जिनकी नींद उनकी नाक की भीड़ या शिशुओं से परेशान होती है, जिनके परिणामस्वरूप एक कठिन समय पर भोजन हो सकता है।


कारण - नाक की भीड़ किसी भी चीज के कारण हो सकती है जो अनुनासिक ऊतकों को उत्तेजित या उत्तेजित करती है। संक्रमण - जैसे सर्दी, फ्लू या साइनसाइटिस - एलर्जी और विभिन्न परेशानी, जैसे कि तम्बाकू धूम्रपान, सब कुछ नाक का कारण हो सकता है कुछ लोगों को बिना किसी स्पष्ट कारण के लिए लंबे समय से चलने वाले नाक हैं - एक शर्त जिसे नॉनलार्लिक राइनाइटिस या वासोमोटर रिनिटिस (वीएमआर) कहा जाता है।

कम सामान्यतः, नाक की भीड़ कणिकाओं या एक ट्यूमर के कारण हो सकती है।


नाक की भीड़ के संभावित कारणों में शामिल हैं: तीव्र साइनसाइटिस, एलर्जी, क्रोनिक साइनसिस, सामान्य सर्दी, डिकॉग्स्टेस्टेंट नाक स्प्रे अति प्रयोग, विच्छेदन सेप्टम, मादक पदार्थों की लत, सूखी हवा, बढ़े हुए एनोनेओड्स, नाक में विदेशी शरीर, हार्मोनल परिवर्तन, फ्लू, दवाएं, जैसे कि उच्च रक्तचाप की दवाएं, नाक जंतु, गैर एलर्जी रैनिटिस, व्यवसायिक अस्थमा, गर्भावस्था, श्वसन संक्रमण संबंधी वायरस, तनाव, थायराइड विकार, तंबाकू का धुआं, बहुभुज के साथ ग्रैनुलोमेटोसिस





NUX VOMICA 30-Nux Vomica नाक बाधा रात के समय में अपने चरम पर है जब राहत प्रदान करने में महान मदद के प्रभावी होम्योपैथिक उपाय नक्स वोमिका रात के घंटों में बेहद भरे हुए नाक वाले रोगियों को आराम प्रदान करने में बहुत फायदेमंद है। रोगियों को इस होम्योपैथिक उपाय की आवश्यकता होती है, रात के समय तीव्र नाक भराई होती है। व्यक्ति यह भी वर्णन कर सकता है कि दिन के दौरान, रात में नाक निर्वहन होता है, इसे अवरुद्ध कर दिया जाता है। इसके अलावा मरीज़ एक तरफ नाक की बाधा और अन्य पर मुक्ति के मुक्त महसूस कर सकते हैं। खुली हवा में जाकर नाक अवरोध को भी बिगड़ता है।

सैम्बुक्स एनआईजी 30-सॅंबुबुस नाक रुकावट के लिए एक और शीर्ष होम्योपैथिक दवा है जो अत्यंत नाक नाक छिद्रों के साथ है। रुकावट के कारण सांस लेने में बहुत मुश्किल है और यह व्यक्ति को बैठने के लिए मजबूर करता है। अधिकतर रात में, घुटन और साँस लेने में कठिनाई के कारण व्यक्ति को नींद से बैठना पड़ता है। नाक अवरोध के लिए शिशुओं को दिया जाने पर सैंबुबुस भी बहुत प्रभावशाली होता है। रुकावट घुटन और मुँह में सांस लेने की ओर जाता है और शिशु को मां की फूड लेने के दौरान बुरी स्थिति का सामना करना पड़ता है

आर्सेनिक्स एल्बम 30-आर्सेनिकम एल्बम का निर्धारण तब किया जाता है जब नाक के अवरोध नाक एलर्जी के कारण होते हैं। यह मुख्य रूप से निर्धारित होता है जब नाक अवरोध के साथ जल नाक निर्वहन जल रहा है। वहाँ नाक से प्रचुर मात्रा में पानी और उत्तेजक निर्वहन है। तीव्र प्यास है और मरीज को खुली हवा में भी बुरा लगता है।

ग्लेज़ैमियम 30-गिल्सिमियम निर्धारित किया जाता है जब नाक रुकावट में बंद महसूस होने के साथ सुस्त सिरदर्द होता है, और एक धाराप्रवाह नाक निर्वहन होता है।

सिनापिस एनआईजीआरए 30 - सिनापीस नीग्रै एलर्जी के कारण नाक की भीड़ के लिए एक और उपाय है। यह तब निर्धारित होता है जब वैकल्पिक नहर एलर्जी की प्रतिक्रिया के कारण अवरुद्ध होते हैं। नाक और आंखों से भी मुक्ति होती है।

कैलकिया कार्ब 30- नाक पॉलीप के कारण कैल्केरा कार्ब नाक रुकावट के लिए बहुत प्रभावी है कार्ब नाक कणों के लिए एक और उत्कृष्ट होम्योपैथिक दवा है। यह ज्यादातर बाएं पक्षीय नाक कणों के लिए संकेत दिया जाता है। बाएं तरफ नलिका अवरुद्ध लगता है नाक से भ्रूण पीला डिस्पैच के साथ इसमें शामिल किया जा सकता है नाक में दुख और विकृत सनसनी भी महसूस होती है। नाक में आक्रामक गंध भी चिह्नित है नाक की जड़ में बहुत अधिक सूजन होती है। क्लेक्वेरा कार्ब का निर्धारण तब किया जाता है जब लोग आसानी से ले जाते हैं। मौसम में बदलाव नाक की शिकायतों से जुड़ा होता है। कैल्केरा कार्ब वसा, पिलपिला व्यक्तियों के लिए अधिक उपयुक्त है, जिनके अंडे की लालसा है।

लैम्ना लघु 30 - पॉलिप्स के कारण नाक अवरोध को हटाने के लिए लेम्ना माइनर शीर्ष होम्योपैथिक उपाय है। इसका उपयोग करने वाले लक्षण श्वास लेने में कठिनाई के साथ नाक कब्ज और गंध की हानि होते हैं। पोस्टेरियर टपकता भी नाक रुकावट के साथ आते हैं। कुछ व्यक्ति नाक डिस्चार्ज का अनुभव करते हैं, जबकि अन्य में, नाक गुहा शुष्क रहता है। अवरुद्ध नाक में आक्रामक गंध है लेम्ना माइनर पॉलीप के लिए सबसे प्रभावी होम्योपैथिक उपाय है जो गीली मौसम में बिगड़ता है। पॉलीप के मामलों में, लेम्ना माइनर नाक अवरोध को कम कर देता है, श्वसन की समस्या से राहत देता है, और गंध की शक्ति फिर से आती है।

संगीन्रिया नाइट्रिकम 3 एक्स - सोंगुनेरिया नाइट्रिकम, पॉलीप के कारण नाक की भीड़ के लिए भी प्रभावी है और यह नाक को नाक के नाक के साथ अवरुद्ध होने पर भी एक प्रभावी होम्योपैथिक दवा है। डिस्चार्ज प्रकृति में बहुत जलते हैं और व्यक्ति को छींकने का भी अनुभव होता है।

काली बीआईटीमाइकियम 30-काली बिच्रिमिक्यू सिनाइसिस के कारण नाक की भीड़ के लिए एक उत्कृष्ट उपाय है, जहां डिस्चार्ज गले में वापस चला जाता है।
रमणीक प्रभाकर को "कर्म श्री अवार्ड" अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच एवं इन्डो-नेपाल समरसता ऑर्गेनाइजेशन ने किया सम्मानित

रमणीक प्रभाकर को "कर्म श्री अवार्ड" अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच एवं इन्डो-नेपाल समरसता ऑर्गेनाइजेशन ने किया सम्मानित

फरीदाबाद : 1 मई I अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच एवं इन्डो-नेपाल समरसता ऑर्गेनाइजेशन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित, अन्तर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक सम्मलेन एवं रात्रिभोज कार्यक्रम "सांस्कृतिक विविधिता में एकता" विषय पर चर्चा करते हुए नेपाल सरकार के प्रथम उपराष्ट्रपति महोदय एवं विभिन्न राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के संग द इंडियन सोसाइटी ऑफ़ इंटरनेशनल लॉ, नई दिल्ली  में 1 मई 2018 (श्रमिक दिवस) को कार्यक्रम का आयोजन किया गया |

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत परिपेक्ष्य में "समरसता मिशन" | भारत - नेपाल की वैदिक कालीन का पुर्नउत्थान हो,  भारत पुनः वैदिक कालीन जगतगुरु के आसान पर पद स्थापित हो एवं 8वा सबसे ताकतवर भारत को सुरक्षा परिषद् में वीटो पावर के साथ स्थाई सदस्यता प्राप्त हो |

संरक्षक न्यायमूर्ति श्री परमानद झा जी प्रथम उपराष्ट्रपति नेपाल सरकार, श्री मुरली मनोहर जोशी जी पूर्व मंत्री भारत सरकार, महावीर प्रसाद टोरडी अन्तर्राष्ट्रीय संयोजक व् श्री कुलदीप शर्मा जी एडवोकेट ने रमणीक प्रभाकर महासचिव मैन्युफेक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद को "कर्म श्री अवार्ड" से सम्मानित किया |

श्री मुरली मनोहर जोशी जी पूर्व मंत्री भारत सरकार ने अपने वक्तव्य में रमणीक प्रभाकर की सरहाना करते हुए कहा कि विश्व की सांस्कृतिक एवं सामाजिक व्यवस्था का भारतीय सांस्कृतिक एवं सामाजिक हेतु अन्तर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक समन्वय संगोष्टी में भारत नेपाल के बहुआयामी सम्बन्धो, मानवीय प्रेम एवं एकता के प्रतीक आपकी सेवाओं का मूल्यांकन करते हुए आपके द्वारा जो सेवा एवं सहयोग प्रदान किया गया वह प्रशंसनीय है | हम आपकी राष्ट्रीय सेवा भावना का आदर करते है और मंच उज्जवल भविष्य की कामना करते है |

कार्यक्रम में उपस्थित संरक्षक न्यायमूर्ति श्री परमानद झा जी प्रथम उपराष्ट्रपति नेपाल सरकार, मुख्य अतिथि श्री मुरली मनोहर जोशी जी पूर्व मंत्री महोदय भारत सरकार नई दिल्ली, डा. जी. वी. कृष्णामूर्ति पूर्व चुनाव आयुक्त भारत सरकार नई दिल्ली, श्री महावीर प्रसाद टोरडी जी अन्तर्राष्ट्रीय संयोजक, श्री कुलदीप शर्मा जी एडवोकेट व् अनेक गणमान्य, प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया |

Wednesday 11 April 2018

कॉमन वेल्थ खेलों में मानव रचना के छात्रों का डंका

कॉमन वेल्थ खेलों में मानव रचना के छात्रों का डंका

फरीदाबाद 11 अप्रैल। मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के छात्रों ने कॉमन वेल्थ खेलों में जीत का परचम लहराकर पूरे विश्व में नाम रोशन किया है। फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में एमबीए की छात्रा श्रेयसी सिंह ने स्वर्ण और छात्र अंकुर मित्तल ने कांस्य पदक जीता है। 

श्रेयसी सिंह ने ऑस्ट्रेलियाई शूटर एम्मा कॉक्स को मात देते हुए 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में महिलाओं के डबल ट्रैप शूटिंग इवेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। आपको बता दें, श्रेयसी ने स्कॉटलैंड के ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स-2014 में सिल्वर मेडल जीता था। इस बार वह अपने मेडल कर रंग बदलने में कामयाब रहीं।

वहीं, शूटर अंकुर मित्तल ने सातवें दिन पुरुषों की डबल ट्रैप स्पर्धा का कांस्य पदक अपने नाम किया। अंकुर ने 53 अंक हासिल करते हुए तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक जीता।

मानव रचना शैक्षणिक संस्थान को दोनों खिलाड़ियों पर गर्व है। उम्मीद करते हैं छात्र यूं ही आगे बढ़कर विश्वभर में देश का नाम रोशन करेंगे।

Saturday 31 March 2018

आस्ट्रेलिया के सिडनी में जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में मशहूर निशानेबाज़ जसपाल राणा की बेटी देवांशी राणा ने दो स्वर्ण पदक जीते

आस्ट्रेलिया के सिडनी में जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में मशहूर निशानेबाज़ जसपाल राणा की बेटी देवांशी राणा ने दो स्वर्ण पदक जीते

नई दिल्ली : 31 मार्च । आस्ट्रेलिया के सिडनी में जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में मशहूर निशानेबाज़ जसपाल राणा की बेटी देवांशी राणा ने दो स्वर्ण पदक जीतकर दिल्ली का नाम रोशन किया है, देवांशी ने दस मीटर एयर पिस्टल और 25 मी स्पोर्ट्स पिस्टल में टीम इवेंट का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस दोहरी स्वर्णिम सफलता के बाद दिल्ली लौटी देवांशी का इंदिरा गाँधी हवाई अड्डे पर ज़ोरदार स्वागत किया गया। 

दिल्ली स्टेट राइफल एसोसिएशन के सचिव और भारतीय टीम की कोच राजीव शर्मा के साथ ही संयुक्त सचिव फरीद अली, उपाध्यक्ष शकुन भुगरा, कोषाध्यक्ष जसपाल सिंह मारवाह और सभी गवर्निंग बॉडी सदस्यों ने देवांशी राणा को बधाई दी, और भारतीय निशानेबाज़ों को भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन करने की शुभकामनाएं दीं.. 

देवांशी राणा को ओएनजीसी इस्पोंसर कर रही है। प्रतियोगिता में देवांशी राणा के पिता जसपाल राणा टीम के कोच और चाचा सुभाष राणा ज्यूरी की भूमिका निभा रहे है वहीं देवांशी राणा भी देश के लिए दो स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रही। राणा परिवार की अब तीसरी पीढ़ी ने भी अब निशानेबाजी में स्वर्णीम शुरुवात कर दी है।

Saturday 10 March 2018

सर्वोदय हॉस्पिटल देगा अब कैंसर को मुंहतोड़ जवाब

सर्वोदय हॉस्पिटल देगा अब कैंसर को मुंहतोड़ जवाब

फरीदाबाद 10  मार्च।  सर्वोदय अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर अपने नाम को सार्थक करते हुए मेडिकल अनुसंधान और रिसर्च के लिए कार्य करता रहता है जिसका वर्तमान उदाहरण 10 -11  मार्च को ब्रैस्ट कैंसर फाउंडेशन-  इंडिया की वार्षिक कांफ्रेंस की मेजबानी करना था | ज्ञात हो कि सर्वोदय अस्पताल में कैंसर के लिए विश्वस्तरीय तकनीकी सुविधा के साथ शहर की सबसे अनुभवी कैंसर विज्ञान की टीम है जो डॉ. सुमंत गुप्ता के दिशानिर्देश पर कार्य कर रही है 
इन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए ब्रैस्ट कैंसर फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया की कार्यकारिणी कमेटी ने इस वर्ष की वार्षिक कांफ्रेंस सर्वोदय हॉस्पिटल के साथ होना निर्धारित किया था | 

सर्वोदय अस्पताल के वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमंत गुप्ता ने बताया  कि कांफ्रेंस में भारत के प्रसिद्ध स्तन कैंसर विशेषज्ञों के साथ हमारी कैंसर विशेषज्ञों की टीम ने "स्तन कैंसर के प्रारंभिक निदान और उपचार" विषय और इसके लिए नई रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया | डॉ. गुप्ता ने आगे जोड़ते हुए बताया कि इस कांफ्रेंस में 800 से अधिक दुनिया भर से आये कैंसर विशेषज्ञों ने शिरकत की | 

जिसमें 6 पदमश्री और 2 पदमभूषण डॉक्टरों ने भी अपनी उपस्थति दर्ज कराई | सर्वोदय अस्पताल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. शिवम् वत्सल ने हुए बताया कि भारत में स्तन कैंसर शहर में सबसे अधिक और गांव में दूसरा सबसे ज़्यादा होने वाले कैंसरों में से एक है और स्तन कैंसर पर विशेषकर भारत में चर्चा करना सराहा नहीं जाता है और आखिरी दशक से ब्रैस्ट कैंसर के मरीजों में बहुत तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है क्यूंकि इंडियन मेडिकल काउंसिल और रिसर्च के अनुसार वर्ष 2016 में डेढ़ लाख नए कैंसर के मरीज पाये गए | डॉ. वत्सल ने आगे जोड़ते हुए बताया कि इस दो दिवसीय कांफ्रेंस में पहला दिन ब्रैस्ट कैंसर के कारण, निदान और उपचार विषय पर गंभीर चर्चा के नाम रहा जिसमें कांफ्रेंस को 5 सत्रों में बाँटा गया था जिसके माध्यम से इस जानलेवा बीमारी को विस्तार से समझा और रोका जा सके इसमें साथ ही कैंसर विज्ञान में आयी नई तकनीक, रेडिएशन थेरपि, 

हार्मोन थेरेपि और कैंसर  क्षेत्र में आयी नई दवाइयों पर भी चर्चा हुई | इस सम्मेलन का आयोजन स्तन कैंसर के खिलाफ लड़ाई को उच्च स्तर तक ले जाने और शहर को एकजुट करने के लिए  किया गया था ताकि स्तन कैंसर पर सार्वजनिक रूप से चर्चा करने की चुप्पी और शर्म को तोड़ा जा सकें। कांफ्रेंस का समापन 11 मार्च को मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीटूशन्स  के सहयोग से, मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीटूशन्स के प्रांगण में  "द पिंक रिबन ऑर्ट फेस्टिवल" का आयोजन करके किया जाएगा जिसमे एक पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया
जाएगा - जहां कला का उपयोग स्तन कैंसर के बारे में बातचीत शुरू करने के एक माध्यम के रूप में किया जाएगा। जहाँ एक साथ दिल्ली - एन० सी० आर० के लगभग 1500 लोग ब्रैस्ट कैंसर जागरूकता और नारी सशक्तिकरण के लिए चित्रकारी करेंगे  और ब्रैस्ट कैंसर और उससे जुडी सभी जानकारियों को प्राप्त करेंगे इसका मुख्य उद्देश्य समाज में इस कैंसर के प्रति सजगता विकसित हो सके |


सर्वोदय अस्पताल के चेयरमैन डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि सर्वोदय  अस्पताल एक स्वस्थ समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध है जिसमें महिलाओं को केंद्र में रखकर समय- समय पर सर्वोदय अस्पताल महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिए कार्य करता रहता है इसी दिशा में सर्वोदय अस्पताल पूरे मार्च माह में महिलाओं के स्तन कैंसर की जाँच के लिए मात्र 1 रूपये में मेमोग्राफी की सुविधा दे रहा है | हमें पूरा भरोसा है कि सर्वोदय अस्पताल की यह कोशिश महिलाओं की झिझक को ख़त्म करके उन्हें स्तन कैंसर की जाँच के लिए प्रोत्साहित करेगी | जिससे स्तन कैंसर का समय रहते पता लगाया जा सके और इसका उपयुक्त ईलाज करवाया जा सके |

Friday 9 March 2018

हर्षवर्धन सिंह,आकाश दीप भाकर ,फरीद खान का जोनल क्रिकेट अकैडमी मैं कैंप के लिए चयन

हर्षवर्धन सिंह,आकाश दीप भाकर ,फरीद खान का जोनल क्रिकेट अकैडमी मैं कैंप के लिए चयन

फरीदाबाद 9 मार्च। फरीदाबाद के तीन क्रिकेटरों का जोनल क्रिकेट अकैडमी अंडर-16 प्रशिक्षण शिविर के लिए चयन हुआ है। जिला क्रिकेट एसोसिएशन  के  प्रेजीडेंट रजत भाटिया ने बताया कि   इनमें हर्षवर्धन सिंह, आकाश दीप भाकर और फरीद खान शामिल हैं। हर्षवर्धन सिंह लेग स्पिनर गेंदबाज हैं, जो स्टेट लेवल पर छह मैच खेल चुके हैं, जिनमें वह 17 विकेट लेकर 130 रन बना चुके हैं। 

आकाशदीप भाकर लेफ्ट आर्म स्पिनर गेंदबाज हैं, जो की 17 विकेट ले चुके हैं। यह दोनों खिलाड़ी गांव भूपानी स्थित द गुरुकुल क्रिकेट अकैडमी में प्रशिक्षण लेते हैं, लेवल ए कोच अनिकेत ने बताया कि ये दोनों खिलाडी गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी मैं भी अच्छा पर्दशन करते है और  फरीद  खान महाराजा उमेद सिंह क्रिकेट अकैडमी में प्रशिक्षण लेता है और वह 6 मैचों में 10 विकेट ले चुका है। प्रशिक्षण शिविर कहां पर लगेगा, यह अभी तय नहीं हो पाया है। बीसीसीआई के निर्देश पर जोनल क्रिकेट अकैडमी चलती है 

Sunday 18 February 2018

खाद्य एलर्जी के लिए सर्वश्रेष्ठ होमियोपैथी औषधि

खाद्य एलर्जी के लिए सर्वश्रेष्ठ होमियोपैथी औषधि

फरीदाबाद 19 फरवरी ।  इस लेख में हम खाद्य एलर्जी के कारण, लक्षण और होम्योपैथिक उपचार को संबोधित करेंगे। भोजन की प्रतिक्रिया के प्रकार के बीच का अंतर महत्वपूर्ण है जब वे तीव्रता और विभिन्न उपचार की डिग्री दिखाते हैं।

क) खाद्य एलर्जी: यह एक या अधिक प्रकार के भोजन के एक या एक से अधिक प्रोटीन के प्रति प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया है। खाद्य एलर्जी, कुछ मामलों में, गंभीर एनाफिलेक्सिस को जन्म दे सकती है

बी) गैर एलर्जी प्रतिक्रियाओं: प्रतिक्रियाओं है कि प्रतिरक्षा प्रणाली के सक्रियण के कारण नहीं हैं; उनमें से हम लैक्टोज असहिष्णुता, गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स, पेट दर्द, भोजन की जहर, आदि का उल्लेख कर सकते हैं।

खाने से एलर्जी
खाद्य एलर्जी लगभग 8% बच्चों और 3% वयस्कों को प्रभावित करती है। खाद्य एलर्जी एक मजबूत आनुवंशिक घटक है और 70% रोगियों के पास सकारात्मक पारिवारिक इतिहास है। शास्त्रीय भोजन एलर्जी आईजीई बुलाया एक एंटीबॉडी की कार्रवाई के कारण होता है हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को किसी भी विदेशी पदार्थ से लड़ने के लिए क्रमादेशित किया जाता है जो हमारे शरीर पर हमला करता है, तथापि, कुछ सहिष्णुता होती हैं जब ये पदार्थ जठरांत्र प्रणाली से गुजरते हैं। एक व्यक्ति जो कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी है, उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली कुछ प्रोटीन पर प्रतिक्रिया करती है, क्योंकि यह एक खतरनाक हमलावर है। भोजन एलर्जी के साथ एक रोगी में आमतौर पर अन्य प्रकार की एलर्जी होती है, जैसे कि राइनाइटिस, अस्थमा, त्वचा एलर्जी, आदि, क्योंकि समस्या आईजीई के उत्पादन में है, जो अपर्याप्त लक्ष्य को निर्देशित करता है, अर्थात हमारे शरीर के लिए प्रोटीन हानिकारक नहीं है। एक्जिमा से 1/3 से अधिक बच्चों को भी कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी है।

उदाहरण के लिए, शेलफिश के लिए एक रोगी एलर्जी वास्तव में इन खाद्य पदार्थों में उपस्थित एक या अधिक प्रोटीन से एलर्जी है। इसलिए, चिंराट के लिए एलर्जी रोगी अन्य क्रस्टेशियंस बर्दाश्त नहीं कर सकता, क्योंकि प्रोटीन बहुत समान हैं। उसी तर्क के बाद, मूँगफली के एलर्जी वाले रोगी सोया, मटर या सेम के घूस पर प्रतिक्रिया कर सकते हैं। जब रोगी को प्रोटीन हाइपर एलर्जी हो तो पाचन ट्रैक में आते हैं, आईजीई एंटीबॉडी भड़काऊ प्रतिक्रिया पैदा करती है, गलती से सोच रही है कि यह प्रोटीन शरीर के लिए हानिकारक है।

जब आईजीई एंटीबॉडी प्रोटीन से जुड़े होते हैं, तो वे अन्य कोशिकाओं को सक्रिय करते हैं, जैसे मस्तूल कोशिकाएं (फेफड़े, गले, त्वचा, नाक और आंतों में बड़ी मात्रा में मौजूद हैं) और बोडोफिल जो रक्त में फैलते हैं। ये कोशिकाएं हिस्टामाइन जैसे रसायनों का उत्पादन करती हैं, जो कि आक्रमणकारी एजेंट के विनाश के लिए जिम्मेदार हैं, अंत में, अंत में एलर्जी के विशिष्ट लक्षण पैदा करने के लिए खाद्य एलर्जी का तंत्र समान है, उदाहरण के लिए, एलर्जी रिनिटिस के मुताबिक
कुछ प्रोटीन की शरीर की प्रतिक्रिया अधिक होती है, और इससे बासोफिल और मस्तूल कोशिकाओं द्वारा रसायनों को छोड़ना और एलर्जी की प्रतिक्रिया अधिक होती है। कुछ मामलों में, प्रतिक्रिया इतनी असभ्य है कि यह रोगी के जीवन को खतरे में डालती है, एनाफिलेक्सिस नामक एक शर्त।

खाद्य एलर्जी की लम्बाई भोजन के घूस के कुछ घंटों के बाद एक भोजन एलर्जी के लक्षण दिखाई देते हैं, हालांकि, यह 4 से 6 घंटे तक लग सकता है। चूंकि फेफड़े, गले, त्वचा, नाक और आंतों में बड़ी संख्या में मास्ट कोशिकाएं होती हैं, एलर्जी के लक्षण आमतौर पर इन अंगों से जुड़े होते हैं।

खाद्य एलर्जी का सबसे आम लक्षण अर्चिसिया, खुजली और लाल (खुजली) सजीले टुकड़े हैं जो आमतौर पर ट्रंक पर स्थित होते हैं। एक अन्य आम लेकिन अधिक खतरनाक लक्षण एंजियोएडेमा है, जो श्लेष्म झिल्ली की सूजन होती है जो आमतौर पर होंठों की सुई के साथ प्रकट होता है। जब एंजियोडियोमा गंभीर हो जाता है, जीभ की सूजन और गले के श्लेष्म झिल्ली हो सकता है, जिससे फेफड़ों में वायु प्रवाह की रुकावट हो सकती है। रोगी हवा की रुकावट के कारण श्वास बंद कर सकता है। अन्य एलर्जी लक्षणों में राइनाइटिस, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, अस्थमा, दस्त, पेट में दर्द और उल्टी शामिल होते हैं। यदि बेसोफिल और मस्तूल कोशिकाओं का एक विशाल सक्रियण है, तो प्रतिक्रिया इतनी मजबूत हो सकती है कि इससे अत्यधिक वासोडिलेशन का कारण बनता है, जिससे रोगी को धमनीय सदमे के रूप में जाना जाता है, जिसके कारण परिसंचारी शॉक की स्थिति होती है।

ओरल एलर्जी सिंड्रोम
ओरल एलर्जी सिंड्रोम, जिसे पराग-खाद्य एलर्जी सिंड्रोम भी कहा जाता है, एलर्जी सिंड्रोम के रूप में भी जाना जाता है, जो एलर्जी रेजिटाइटिस से लगभग आधे रोगियों को पराग को प्रभावित करता है। ये रोगी कच्चे फलों और सब्जियों को एलर्जी की एक तस्वीर पेश करते हैं जो उनको खाए जाने के तुरंत बाद प्रकट होते हैं। सबसे आम भोजन केले, तरबूज, तरबूज, सेब, आड़ू, बेर, गाजर, ककड़ी, कद्दू, हेज़लनट, अजवाइन, अन्य के बीच में हैं।

शारीरिक व्यायाम के बाद खाद्य एलर्जी
एक प्रकार की एलर्जी है जो स्वयं को प्रकट करती है अगर मरीज कुछ खाद्य पदार्थ खाने से 4 घंटे तक कुछ शारीरिक गतिविधि का अभ्यास करता है। इस प्रकार की एलर्जी के साथ रोगी चिंराट खा सकता है और कुछ भी नहीं महसूस कर सकता है, लेकिन अगर वह खाती है और कुछ प्रकार के व्यायाम का अभ्यास कर रहा है, तो उसे एनाफिलेक्टिक प्रतिक्रिया भी भुगतनी पड़ सकती है।

खाद्य एलर्जी की विषाक्तता  निदान में नैदानिक ​​इतिहास शामिल है, जहां प्रतिक्रियाओं से पहले खाए गए खाद्य पदार्थों और लक्षणों के प्रकट होने के लिए समय बीतने पर ध्यान दिया जाना चाहिए।

त्वचा परीक्षण मदद कर सकता है इन में, एलर्जी चिकित्सक उन रोगियों के प्रति प्रतिक्रियाओं की तलाश में रोगी के प्रकोष्ठ में कई प्रकार के प्रोटीन का इस्तेमाल करता है। परिणाम में केवल 15 मिनट लगते हैं परीक्षण का मुख्य मूल्य तब होता है जब यह ऋणात्मक होता है, जो कि प्रोटीन को त्यागने के लिए कार्य करता है जो किसी भी प्रतिक्रिया का कारण नहीं था। सकारात्मक परीक्षण यह निश्चित नहीं है कि रोगी इस प्रोटीन से एलर्जी है

कुछ मामलों में एनाफिलेक्टेक्टीक प्रतिक्रिया के उच्च जोखिम के साथ, चिकित्सक अधित्याग के जोखिम के कारण इस परीक्षण को नहीं चुन सकते।

यह अब संभव है कि खून में विशिष्ट आईजीई के खुराक को यह पता चले कि मरीज को एलर्जी कैसे विकसित होता है।

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