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Tuesday 20 November 2018

हरियाणा में 10 की 10 लोकसभा सीटें भाजपा की होंगी- राजीव जेटली

हरियाणा में 10 की 10 लोकसभा सीटें भाजपा की होंगी- राजीव जेटली


फरीदाबाद 20 नवंबर ।भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजीव जेटली ने 19 नवंबर को फरुखनगर में प्रधानमंत्री की के एम पी, विश्कर्मा स्किल यूनिवर्सिटी व बल्लबगढ़ तक मेट्रो  विस्तार के उद्घाटन समारोह के दौरान आयोजित रैली की सफलता पर प्रदेशवासियों का धन्यवाद किया

जेटली ने कहा हरियाणा की जनता ने रैली में लाखों की तादात में शिरकत कर देश के प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री मनोहरलाल को अपना खुला समर्थन दिया जो आगामी लोकसभा चुनावों में मतदान के रूप में हरियाणा की 10 की 10 सीटों को भाजपा की झोली में डालने का काम करेंगी।

प्रदेश प्रवक्ता राजीव जेटली ने विपक्ष पर भी हमला करते हुए कहा जहां एक तरफ 18 घंटे काम करने वाले देश के ईमानदार प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के पहियों पर चलने वाले   देश व प्रदेश को निर्मल व शुद्ध  जल पर चलने वाली नाव में बदल रहे है वही दूसरी और कुछ परिवार उन भ्रष्ट पहियों को कंधे पर उठाए वापिस प्रदेश में लगाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।

जेटली ने कहा प्रदेश की जनता जात पात के झगड़े में ना पड़ते हुए अपने बच्चों का सुनहरा भविष्य बनाने में मोदी मनोहर के हाथ मजबूत करेंगे क्योंकि यह प्रदेश कुछ हजार राजनीतिक कार्यकर्ताओं का नही बल्कि ढाई करोड़ प्रदेश वासियों के है जो प्रदेश में ईमानदारी व पारदर्शिता चाहते हैं और इस पारदर्शिता व ईमानदारी की पहचान अगर कोई इस प्रदेश में बना तो वो हैं केवल प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल।

इस लिए जनता ईमानदारी की नाव का किसी भी तरह की भ्रष्टाचारी लहरों से संतुलन नही बिगड़ने देगी।

Monday 29 October 2018

प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने मैं नहीं हम एप जारी करने और सेल्‍फ 4 सोसायटी पर आई.टी. पेशेवरों के साथ संवाद का मूल पाठ

प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने मैं नहीं हम एप जारी करने और सेल्‍फ 4 सोसायटी पर आई.टी. पेशेवरों के साथ संवाद का मूल पाठ

NEW DELHI , 29 अक्टूबर। मंत्री परिषद के मेरे सभी साथी, भारत के औद्योगिक जीवन को गति देने वाले, आईटी प्रोफेशन को बल देने वाले सभी अनुभवी महानुभाव, और आईटी के क्षेत्र से जुड़ी हुई हमारी युवा पीढ़ी, गांव में CSC के सेंटर में बैठे हुए बहुत आशाओं के साथ सपनों संजो करके जी रहे हमारे स्कूल, कॉलेज के students, आईआईटी समेत अनेक institutions के विद्यार्थी, मेरे लिए प्रसन्नता का विषय है कि जो मुझे सबसे प्रिय काम है ऐसे अवसर पर आज आपके बीच आने का मौका मिला है।

हमारे मंत्री श्री रविशंकर जी, सरकार के काम का ब्योरा दे रहे थे, लेकिन मैं इस काम के लिए आपके बीच नहीं आया हूं। कोई भी इंसान अपने करियर में कितना भी आगे चला जाए, वैभव कितना ही प्राप्त कर ले, पद-प्रतिष्ठा कितनी ही प्राप्त कर लें। एक प्रकार से जीवन में जो सपने देखें हो वो सारे सपनें अपनी आंखों के सामने उसे अपने स्व-प्रयत्न से साकार की, उसके बावजूद भी उसके मन में संतोष के लिए तड़प, भीतर संतोष कैसे मिले? और हमने अनुभव किया है कि सब प्राप्ति के बाद व किसी और के लिए कुछ करता है, कुछ जीने का प्रयास करता है, उस समय उसका satisfaction level बहुत बढ़ जाता है।

मैं अभी प्रारंभ की फिल्म में श्रीमान अज़ीम प्रेम जी को सुन रहा था। 2003-04 में जब मैं गुजरात का मुख्य मंत्री था और वो कार्यकाल में मुझसे मिलने आते थे तो अपने business के संबंध में, सरकार के साथ किसी काम के संबंध में वो बात करते थे। लेकिन उसके बाद मैंने देखा पिछले 10-15 साल से जब भी मिलना हुआ है एक बार भी वे अपना, कंपनी का, अपने corporate work का उसके काम की कभी चर्चा नहीं करते। चर्चा करते हैं तो जिस मिशन को लेकर इन दिनों काम कर रहे हैं वो education का, उसी की चर्चा करते हैं और इतना involve हो करके करते हैं जितना कि वो अपनी कंपनी के लिए नहीं करते। तो मैं अनुभव करता हूं कि उस उम्र में, उम्र के इस पढ़ाव पर जीवन में इतनी बड़ी कंपनी बनाई, इतनी बड़ी सफलता की, यात्रा की, लेकिन संतोष मिल रहा है, 

अभी जो काम कर रहे हैं उससे। इसका मतलब यह हुआ कि व्यक्ति के जीवन में, ऐसा नहीं है कि हम जिस प्रोफेशन में है, अगर मान लीजिए की डॉक्टर है तो किसी की सेवा नहीं करता है... करता है, एक scientist है लेबोरेटरी के अंदर अपनी जिंदगी खपा देता है और कोई ऐसी चीज खोज करके लाता है जो पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों की जिंदगी को बदलने वाली है। इसका मतलब नहीं यह नहीं की है वो समाज के लिए काम नहीं करता है। इसका मतलब यह नहीं है कि वह खुद के लिए जीता था या खुद के नाम के लिए कर रहा था, जी नहीं। वो कर रहा था लोगों के लिए, लेकिन अपने हाथों से अपने आंखों के सामने, अपनी मौजूदगी में जो करता है, उसका संतोष अलग होता है। और आज वो संतोष आखिरकार की जो मूल प्रेरणा होती है हर इंसान, कुछ आप भी अपने आप देख लीजिए, अपने खुद के जीवन से देख लीजिए, स्वांत: सुखाय, कुछ  लोग यह करते है कि मुझे संतोष मिलता है, मुझे भीतर से आनंद मिलता है, मुझे ऊर्जा मिलती है।

हम रामायण में सुन रहे हैं कि गिलहरी भी रामसेतु के निर्माण में राम के साथ जुड़ गई थी। लेकिन एक गिलहरी ने तो प्रेरणा पा करके उस पवित्र कार्य में जुड़ना अच्छा माना, लेकिन दूसरा भी एक दृष्टिकोण हो सकता है कि राम जी को अगर सफल होना है, ईश्वर भले ही हो उसको भी गिलहरी की जरूरत पड़ती है, जब गिलहरी जुड़ जाती है तो सफलता प्राप्त होती है। सरकार कितने ही initiative लेती हो, सरकार कितना ही बजट खर्च करती हो लेकिन जब तक जन-जन का उसमें हिस्सा नहीं हो, भागीदारी नहीं होगी तो हम जो परिणाम चाहते हैं, इंतजार नहीं कर सकता हिन्दुस्तान। दुनिया भी हिन्दुस्तान को अब इंतजार करते हुए देखना नहीं चाहती है। दुनिया भी हिन्दुस्तान को, हिन्दुस्तान लीड करे इस अपेक्षा से देख रही है। 

अगर यह दुनिया की अपेक्षा है तो हमें भी हमारे देश को उसी रूप से करना होगा। अगर वो करना है तो हिन्दुस्तान के सामान्य मानव की जिंदगी में बदलाव कैसे आये। मेरे पास जो कौशल है, सामर्थ्य है, जो शक्ति हो, जो अनुभव है उसका कुछ उपयोग मैं किसी के लिए कर सकता हूं क्या ? एक बात निश्चित है कि किसी ऐसे स्थान है, जहां पर कोई भी गरीब आए, कोई भूखा आए, तो खाना मिल जाता है। वहां जो देने वाले लोग हैं वे भी बड़े समर्पित भाव से देते हैं। खाने वाला जो जाता है वहां, एक स्थिति ऐसी आ जाती है, एक institutional arrangement है, व्यवस्था है, मैं जाऊंगा, मुझे मिल जाएगा। जाने वाले को भी उसके प्रति विशेष attention नहीं होता है कि देने वाले कौन है। देने वाले के मन में भी कुछ conscious नहीं होता है कि आया कौन था। क्यों? क्योंकि उसकी एक आदत बन जाती है, कोई आता है 

वो खाना खिलाता है, वो चल देता है। लेकिन एक गरीब किसी गरीब परिवार के दरवाजे पर खड़ा है, भूखा है, और एक गरीब अपनी आधी रोटी बांट करके दे देता है। दोनों को जीवन भर याद रहता है। उसमें संतोष मिलता है। व्यवस्था के तहत होने वाली चीजों की बजाय स्व प्रेरणा से होने वाली चीजें कितना बड़ा परिवर्तन करती है यह हम सबने देखा है। हम कभी हवाई जहाज से जा रहे हैं बगल में कोई बुजुर्ग बैठे हैं, पानी पीना है, बोटल है लेकिन खुल नहीं रही है, हमारा ध्यान जाता है, हम तुरंत उसको खोल देते हैं, हमें संतोष मिलता है। यानि किसी के लिए जीने का आनंद कुछ और होता है।

मैंने एक परंपरा विकसित करने का प्रयास किया है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद, जब मैं मुख्यमंत्री था तब भी किया करता था, किसी university के convocation में जाता हूं, तो मुझे बुलाने वालों से मैं आग्रह करता हूं कि आप उस university के नजदीक में कहीं सरकारी स्कूल हो, झुग्गी-झोपड़ी के गरीब बच्चे पढ़ते हो, आठवीं, नौंवी, दसवीं के, तो वो मेरे 50 special guest होंगे और उस convocation में उनको जगह दीजिए, उनको बैठाइये, उनको निमंत्रित कीजिए और वो आते है

Sunday 28 October 2018

इधर लोगों की प्रदूषण से सांस फूली, उधर बोर्ड बोला मशीन है खराब

इधर लोगों की प्रदूषण से सांस फूली, उधर बोर्ड बोला मशीन है खराब

फरीदाबाद, 29 अक्टूबर I शहर में प्रदूषण की मात्रा अधिक हुई तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मशीन में गड़बड़ी बता दी। बोर्ड का कहना है कि मशीन में गड़बड़ी होने के कारण पीएम 2.5 का स्तर काफी अधिक दिखा रहा था। लेकिन अब मशीन को सही कर लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि मशीन में कुछ दिक्कतें होने से पीएम 2.5 का स्तर बढ़ा हुआ बताया जा रहा था। मशीन की कमियों को दूर करा दिया गया है, जिससे उ मीद है कि आने वाले दिनों में जिले में प्रदूषण का सही स्तर पता चल सकेगा।

प्रदूषण के मामले में फरीदाबाद देशभर के टॉप 10 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है। शुक्रवार को पीएम 2.5 का स्तर 381 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया था। फरीदाबाद में सेक्टर 16 ए स्थित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्यालय के ऊपर एक मशीन लगी हुई है, जिससे प्रदूषण के स्तर का पता चलता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिसर विजय चौधरी ने बताया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी दो दिन पहले फरीदाबाद आए थे। 

उन्होंने कहा कि मशीन पीएम 2.5 का स्तर 300 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक बता रही है, जबकि इतना अधिक प्रदूषण विजुअल नहीं हो रहा है। इसलिए उन्होंने मशीन को चैक कराने के आदेश दिए। क्योंकि मशीन का संचालन प्राइवेट कंपनी करती है, इसलिए हमने कंपनी के अधिकारियों को बुलाया। उन्होंने मशीन को अपडेट किया है। उ मीद है कि अब प्रदूषण का स्तर कम होगा और पीएम 2.5 का सही स्तर हमें पता चल पाएगा। विजय चौधरी ने बताया कि शनिवार रात से रविवार दोपहर तक मशीन बंद रही थी। रविवार को दोपहर लगभग 12 बजे से शाम 4 बजे तक पीएम 2.5 का औसत स्तर 93 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया है।
फरीदाबाद बना देश का सबसे प्रदूषित शहर, पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल दें इस्तीफा : विकास चौधरी

फरीदाबाद बना देश का सबसे प्रदूषित शहर, पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल दें इस्तीफा : विकास चौधरी

फरीदाबाद 28 अक्टूबर । फरीदाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर की सूची में आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा के पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री विपुल गोयल पर बड़ा निशाना साधते हुए उन्हें ‘शोमैन’ (मदारी) की संज्ञा देते हुए सीधे-सीधे तौर पर उनसे इस्तीफे की मांग की है। हरियाणा कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी ने आज सेक्टर-9 स्थित कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कहा कि बड़े दुख का विषय है कि हरियाणा सरकार में पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री के औहदे पर विराजमान विपुल गोयल का गृहक्षेत्र फरीदाबाद ही है, लेकिन फरीदाबाद का प्रदूषण स्तर निरंतर बढ़ता जा रहा है। हालात ऐसे पैदा हो गए है कि स्वच्छता के मामले में देश में फरीदाबाद का नाम बदनाम होने के बाद अब प्रदूषण के क्षेत्र में भी फरीदाबाद नंबर वन बन गया है। होना तो यह चाहिए था कि फरीदाबाद को स्थानीय पर्यावरण मंत्री होने के नाते यहां के लोगों को प्रदूषण से मुक्ति के रुप में एक बड़ी सौगात मिलती, 

लेकिन मंत्री जी को सैर-सपाटे व ईवेट मैनेजमेंट से ही फुर्सत नहीं है, जिसके चलते कोई भी ऐसा ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे यहां के लोगों को बढ़ते प्रदूषण से राहत मिल सके।उन्होंने कहा कि पर्यावरण ही नहीं उद्योगमंत्री के रुप में भी विपुल गोयल नाकारा ही साबित हुए है क्योंकि उनके कार्यकाल में फरीदाबाद में एक भी बड़ी कंपनी की मदर यूनिट स्थापित नहीं हुई है।  उन्होंने कहा कि जब मंत्री जी अपने कार्य को ही अंजाम नहीं दे रहे तो ऐसे में उन्हें मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है वह फरीदाबाद की जनता से माफी मांगकर तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे। उन्होंने खुली चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही फरीदाबाद के प्रदूषण को ठीक नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी चुप नहीं बैठेंगी चाहे उन्हें सडक़ों पर उतरकर धरना-प्रदर्शन के रुप में कितना बड़ा आंदोलन ही क्यों न करना पड़े।  पत्रकार सम्मेलन में कांग्रेस ओबीसी सैल हरियाणा के चेयरमैन राकेश भड़ाना, असंगठित कांग्रेस वर्ग के प्रदेश चेयरमैन ज्ञानचंद आहुजा, पूर्व जिला महासचिव नीरज गुप्ता, व्यापार सैल फरीदाबाद के अध्यक्ष रणजीत रावल, ओबीसी सैल फरीदाबाद के जिलाध्यक्ष नरेश वैष्णव, फरीदाबाद विधानसभा ओबीसी सैल अध्यक्ष सुनील यादव, सोनू अलावलपुर आदि अनेकों कांग्रेसी नेता भी उपस्थित थे।

 प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी ने भाजपा पर हल्ला बोलते हुए इन्हें झूठ और जुमले की सरकार बताते हुए कहा कि 3 साल पूर्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मंत्री विपुल गोयल ने मोदी-अमित शाह की नजरों में अपने आपको श्रष्ेठ मंत्री दिखाने के लिए एक शोमैन की तरह फरीदाबाद में एक घण्टे मेें 2 लाख पौधे लगाने का नाटक कर लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाने का काम किया था, लेकिन तीन साल में बगैर रखरखाव व देखभाल के उन 2 लाख पौधों में से मात्र 2 हजार पौधे भी जीवित नहीं बचे है। वहीं 2 साल पूर्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ही मंत्री जी द्वारा शहर के 40 वार्डाे में स्वच्छता व प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए पार्षदों को 40 ट्रैक्टर देने के लिए फोटोसैशन कराया था, वह सभी 40 ट्रैक्टर मात्र 15 दिन में ही कंपनी यह कहकर वापिस ले गई, कि इनकी पैमेंट नहीं हुई है इसलिए यह ट्रैक्टर मामला भी फोटोसैशन तक रह गया है। इसके एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण लेबल को कम करने को लेकर दिल्ली में पिछले वर्ष राष्ट्रीय स्तर की एक बड़ी बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें हरियाणा की ओर से पर्यावरण और उद्योगमंत्री विपुल गोयल ने भाग लेकर प्रदूषण रोकने के क्षेत्र में बड़े कदम उठाने का वायदा किया था, लेकिन आज उस बैठक को भी एक वर्ष बीत गया है और प्रदूषण घटने की बजाए फरीदाबाद को प्रदूषण बढऩे में देश में नंबर वन तमगा मिल गया है। पर्यावरण व उद्योग मंत्री के रुप में विपुल गोयल की इस उपलब्धि को देखते हुए कांग्रेस पार्टी उनसे इस्तीफे की मांग कर रही है। श्री चौधरी ने कहा कि फरीदाबाद में प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन गई है अगर जल्द ही इस पर काबू नहीं किया गया तो यहां पर महामारी फैल सकती है

, इसका प्रमाण फरीदाबाद के किसी भी नर्सिंग होमों व बड़े अस्पतालों के साथ-साथ गली मोहल्ले में खुले क्लिनिकों में बैठे डाक्टरों के यहां सांस, दमा, खुजली, एलर्जी व आंखों में जलन आदि अनेकों गंभीर समस्याओं के सैकडों मरीजों की संख्या प्रतिदिन प्रत्येक डाक्टर पर देखी जा सकती है। उन्होंने भाजपा पर बड़ा सवाल दागते हुए कहा कि स्वदेशी के नाम पर चाईनीज वस्तुओं का विरोध करने वाली भाजपा राज में फरीदाबाद में चाईना की बड़ी कंपनी ईकोग्रीन को सफाई का ठेका दिया जाता है और हैरानी की बात तो यह है कि एक ओर तो खेतों में पराली जलाने पर पूरे गांव की बिजली काटने के साथ-साथ किसानों पर मुकदमें दर्ज किए जाते है, वहीं दूसरी ओर ईको ग्रीन द्वारा बडे बडे कूडे को खुले में जलाने पर फरीदाबाद के मंत्री व विधायकों द्वारा ईकोग्रीन कंपनी को वाहवाही दी जाती है, जो जनता की समझ से परे है। इसके अलावा फरीदाबाद से गुजर रही आगरा कैनाल में यहां के लोगों को मिल रहा जहरीला पानी भी एक बडी समस्या है, जिसे दूर कराने के लिए हरियाणा सरकार व स्थानीय पर्यावरण व उद्योगमंत्री ने कोई ठोस कार्यवाही आज तक नहीं की है, जिससे कि यहां की जनता को इस जहरीले पानी से निजात मिल सके। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता अब पर्यावरण व उद्योग मंत्री तथा भाजपाईयों की नौटंकी को अच्छी प्रकार से समझ चुकी है और अब इनके बहकावे में आने वाली नहीं है क्योंकि लोगों को ज्यादा दिनों तक बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता। जनता की समझ में आ गया है कि फरीदाबाद में विकास केवल और केवल कांग्रेस के शासन में ही हुआ है। भाजपाईयों ने फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी का नाम तो दिया है, लेकिन फरीदाबाद आज देश की नरक सिटी बनकर रह गई है। सिक्स लेन, मेट्रो व बाईपास, यूनिवर्सिटी के अलावा जितनी भी बडी परियोजनाएं है वो सब कांग्रेस पार्टी की ही देन है। 

Thursday 11 October 2018

Best Homeopathic medicine for Uric acid -Gout

Best Homeopathic medicine for Uric acid -Gout

फरीदाबाद 12 अक्टूबर ।  शास्त्रीय होम्योपैथिक क्लिनिक में, किसी भी बीमारी के लिए हमारा दृष्टिकोण व्यक्ति को पूरी तरह से इलाज करना है। इस प्रकार, रोगी के संविधान को कम करने से हमेशा शास्त्रीय होम्योपैथिक डॉक्टर को सबसे उपयुक्त उपाय चुनने में मदद मिलती है। सही होम्योपैथिक दवा के साथ डॉ। अभिषेक के अनुसार, एक आहार लेना बहुत महत्वपूर्ण है जो purines में कम है।

उच्च यूरिक एसिड के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी चिकित्सा
आउरा होम्योपैथी में, डॉक्टरों की हमारी खुराक रोगी की कुल तस्वीर के आधार पर होम्योपैथिक दवा निर्धारित करती है जिसमें उसकी जीवनशैली, मानसिक तनाव, उसके तनाव स्तर और भावनात्मक स्थिति, उनके चरित्र, आहार, यूरिक एसिड का पारिवारिक इतिहास और अन्य कारक शामिल हैं। गौट-एरिक एसिड के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक दवा खोजने के लिए - दर्दनाक जोड़। ऑरा होम्योपैथी क्लिनिक में, हमारे उपचार को वैयक्तिकृत किया जाता है, यानी गठिया या उच्च यूरिक एसिड स्तर वाले 2 रोगियों को अलग-अलग व्यक्तियों के रूप में माना जाता है, और प्रत्येक रोगी को होम्योपैथिक दवा निर्धारित की जाएगी जो उनके लक्षण के साथ सबसे अच्छी तरह से मेल खाती है।

उच्च यूरिक एसिड होने के जोखिम के बारे में और जानने के लिए हमें देखें
गठिया के इलाज के लिए नीचे 10 सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी दवाएं हैं- उच्च यूरिक एसिड।

कोल्चिकम: महान पैर की उंगलियों के दर्द और सूजन, एड़ी में दर्द की मरीज की शिकायत, वह भी छूने के लिए सहन नहीं कर सकता है। निचले हिस्सों की सूजन और ठंडाता। दर्द और बुखार के साथ जोड़ों की कठोरता। कभी-कभी दर्द को बदलने के रोगी की शिकायतों। रात और शाम को गर्म मौसम से दर्द बढ़ जाता है। अधिक जानकारी हमें देखें: दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी डॉक्टर

यूर्टिका यूरेन: यह होम्योपैथिक दवा उच्च यूरिक एसिड के स्तर के इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि यह हमारे शरीर से यूरिक एसिड को खत्म करने में वृद्धि करती है। डायथेसिस: गठिया और यूरिक एसिड। संयुक्त दर्द त्वचा के विस्फोट जैसे आर्टिकरिया से जुड़ा हुआ है। Deltoid, कलाई और एड़ियों में सूजन और दर्द की रोगी शिकायत।

बेंजोइक एसिड: आक्रामक और उच्च रंगीन मूत्र के साथ-साथ क्रैकिंग ध्वनियों के साथ दर्द और पेट की सूजन और अन्य जोड़ों की सूजन की शिकायतें। दर्दनाक गठिया नोड्स। उजागर और खुली हवा में संयुक्त दर्द बढ़ता है।

लेडम पाल: आरोही संधिशोथ के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक दवा, विशेष रूप से छोटे जोड़ों के दर्द को अलग करना। ग्रेट पैर की अंगुली दर्दनाक, सूजन और स्पर्श करने के लिए गर्म। सामान्य रूप से शीत अनुप्रयोग के साथ दर्द ठीक हो जाता है।

एंटीमोनियम क्रूड: गैस्ट्रिक शिकायतों के साथ विशेष रूप से ऊँची एड़ी और उंगलियों में गठिया दर्द। जीभ मोटी सफेद लेपित है। गर्मी और ठंडे स्नान के साथ लक्षण बढ़े। 

सबिना: यह गर्भाशय बीमारियों के साथ महिला रोगी के लिए सबसे अच्छा है। गर्म कमरे में संयुक्त दर्द खराब हो जाता है। लाल चमकदार सूजन और गौटी नोडोसिटी की रोगी शिकायतें। Esp। गर्भाशय की परेशानी के साथ महिलाओं में।

अर्नीका: सूजन और दर्द से पीड़ित भावनाओं के साथ जोड़ों में दर्द, दर्द चलने के साथ बढ़ता है। अलग संयुक्त दर्द के कारण, रोगी को उसके निकट छुआ या संपर्क करने से डर लगता है।

बर्बेरिस वल्गारिस: क्रोनिक गठ संविधान। दर्द की अचानक शुरुआत। जोड़ों में अचानक सिलाई दर्द की रोगी शिकायतें। दर्द गति के साथ बढ़ता है। मेटाटारल हड्डियों के बीच दर्द को सिलाई करना जैसे नाखून छेड़छाड़ कर रहा है, खड़े होने पर दर्द बढ़ता है।

लाइकोपोडियम: एक कंकड़ पत्थर से दर्द को ठीक करें। पैर की उंगलियों और उंगलियों में दर्द के साथ तलवों पर कॉलोसिटी। दाहिने पैर गर्म और बाएं पैर ठंडा। पेशाब के दौरान रोगी रोना, पेशाब में लाल तलछट। पेशाब गुजरने के बाद बैकैश में सुधार हुआ। संयुक्त दर्द और अन्य शिकायतें 4 बजे से शाम 8 बजे के बीच बढ़ीं।


Rhododendron: जोड़ों के दर्द और सूजन विशेष रूप से महान पैर की अंगुली संयुक्त, दर्दनाक स्थिति तूफान से पहले बढ़ जाती है। सही पक्षपातपूर्ण स्नेह। सुबह में सुबह, तूफान से पहले और लंबे समय तक रहने के बाद संयुक्त दर्द बढ़ गया। सामान्य रूप से गर्मी और खाने में गर्मी के साथ।