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Monday 17 January 2022

सिंधु ने चालिहा को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई

सिंधु ने चालिहा को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई

नई दिल्ली : बीते साल दिसंबर में स्पेन में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले भारत के लक्ष्य सेन ने अपने ही देश के एचएस प्रणय पर जीत के साथ भारतीय बैडमिंटन के शीर्ष सितारों में से एक के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया, जबकि शीर्ष वरीयता प्राप्त पीवी सिंधु ने शुक्रवार को अश्मिता चालिहा पर एक शानदार जीत के साथ योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2022 के सेमीफाइनल में अपना स्थान सुरक्षित किया।

 
योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2022, एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर टूर्नामेंट का हिस्सा है और इस साल इसका आयोजन केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में हो रहा है।
 
 एकल क्वार्टर फाइनल में सेन ने एक गेम से पिछड़ने के बाद पुरुष प्रणय को ठीक एक घंटे में 14-21, 21-9, 21-14 के अंतर से हराया। दिन के दो ऐसे मुकाबलों, जिनमें भारतीय ही आमने-सामने थे, में सिंधु ने महिला एकल वर्ग में चालिहा को 21-7, 21-18 से हराया, जबकि आकर्षी कश्यप ने मालविका बनसोड को 21-12, 21-15 से हराया। बनसोड ने पूर्व विश्व नम्बर-1 साइना नेहवाल को पहले राउंड में हराकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था।
 
 सेन बनाम प्रणय निश्चित रूप से दिन का सबसे बड़े मैचों मे से एक था। और दोनों खिलाड़ियों ने खेल के स्तर, प्रयास और आक्रामकता के मामले में देखने वालों को निराश नहीं किया। युवा खिलाड़ी सेन ने अपने ट्रेडमार्क आक्रमणकारी प्रवृत्ति के साथ शुरुआत की और बहुत जल्द ही शुरुआती बढ़त ले ली।
 
 लेकिन प्रणय ने धीरे-धीरे अपने खेल का स्तर उठाया। उनके डाउन द लाइन स्मैश ने सेन के गेम प्लान को नुकसान पहुंचाया और तीसरे सीड सेन गलतियां करने लगे। एक समय स्कोर 13-13 था और इस समय तक दोनों के बीच अंतर पैदा करने वाली कोई बात नहीं थी। बाद में हालांकि प्रणय ने अगले नौ में से आठ अंक लेकर गेम अपने नाम किया।
 
अगर सेन इस स्तर पर कोई दबाव महसूस कर रहे थे, तो उन्होंने दूसरे गेम की शुरुआत में अपने दृष्टिकोण में यह नहीं दिखाया और 3-0 की बढ़त बना ली। प्रणय दूसरी तरफ लगातार गलतियां कर रहे थे। एक समय सेन ने 4-12 की बढ़त ले ली थी और इससे प्रणय उबर नहीं सके।
 
 प्रणय ने हालांकि निर्णायक मुकाबले की शुरुआत 6-1 की बढ़त के साथ की। यह अगला प्वाइंट था, जिसने शायद मैच की दिशा बदल दी। सेन ने अपने प्रतिद्वंद्वी से स्मैश की झड़ी के बीच खुद को बचाते हुए क्रॉस कोर्ट ड्राइव के साथ अंक हासिल किया।
 
 सेन ने ड्रिबल पर शटल को नेट से थोड़ा दूर रखकर और प्रणय के शरीर पर बहुत अधिक आक्रमण करके अगले 11 में से 9 अंक जीते।
 
प्रणय ने हालांकि स्कोर को 12-12 से बराबर करने में सफलता हासिल की लेकिन वह आगे गति को बनाए नहीं रख सके क्योंकि सेन ने रैलियों के दौरान अधिक धैर्य दिखाया और उन्होंने इसका अधिकतम लाभ उठाया।
 
 मैच के बारे में सेन ने कहा, "पहले गेम में हम दोनों वास्तव में तेजी से खेल रहे थे और आक्रामकता भी थी। दूसरे गेम के बाद हमने और अधिक रैली करना शुरू किया और मैं काफी सहज महसूस कर रहा था।”
 
लक्ष्य का सामना अब कल मलेशिया के एनजी त्जे योंग से होगा।
 
 दिन के दूसरे बड़े मैच में, चालिहा के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए सिंधु काफी जल्दी में दिखाई दे रही थीं। पहले तो उन्होंने शुरुआती गेम को 21-7 से जीत लिया। लेकिन अगर वह यह सोच रही थीं कि दूसरे गेम में भी उन्हें आसाम जीत मिल जाएगी तो वह गलत थीं क्योंकि चालिहा बिना लड़ाई के आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार नहीं थी।
 
 चालिहा को लंबे समय से देश में अगली पीढ़ी के शटलरों के बीच एक विशेष प्रतिभा माना जाता है और असम की इस 22 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने कुछ शानदार आक्रमण कौशल का प्रदर्शन करते हुए अपनी बेहद मशहूर भारतीय प्रतिद्वंद्वी को दबाव में डाल दिया।
 
हालांकि, सिंधु ने अपने अनुभव के दम पर दूसरे गेम में 15-15 से स्कोर बराबर किया। सिंधु ने अपनी प्रतिद्वंद्वी को कोर्ट पर हर ओर दौड़ाया औऱ इस दौरान चालिहा ने शटल को गेम में बनाए रखने के लिए जंप और डाईव की मदद से अपना पूरा प्रयास झोंका लेकिन वह अंततः मुकाबले को तीसरे गेम में नहीं ले जा सकीं।
 
 सिंधु का सामना अब थाईलैंड की सुपनिदा कटेथोंग से होगा, जिन्हें तेज बुखार के कारण सिंगापुर की जिया मिन येओ के मैच से हटने के बाद क्वार्टर फाइनल में वाकओवर मिला था।
 
इससे पहले, कश्यप ने टूर्नामेंट में बनसोड का शानदार सफर समाप्त किया। साइना नेहवाल को पहले दौर में परेशान करने वाली बनसोड शुरू से ही नर्वस दिखीं और उनकी प्रतिद्वंद्वी ने अपने अच्छे खेल से यह सुनिश्चित किया कि वह कभी भी सहज ना हो पाएं।
 
कश्यप ने सामान्य से अधिक आक्रामक होकर चीजों को मिश्रित किया और बनसोड को बहुत सारी बेजां गलतियां करने के लिए मजबूर किया। दूसरे गेम के अंत में बनसोड लंबी रैलियों में प्रतिद्वंद्वी को उलझाने का प्रयास करती दिख रहीं थीं लेकिन तब तक वह 10-18 से पीछे हो चुकी थी और तब तक उनकी वापसी को लेकर बहुत देर हो चुकी थी।
 
कश्यप का सामना अब दूसरी वरीयता प्राप्त बुसानन ओंगबामरुंगफान से होगा, जिन्होंने दूसरे क्वार्टर फाइनल में अमेरिका के लॉरेन लैम को 21-12, 21-8 से हराया।
 
पुरुष एकल वर्ग में विश्व चैंपियन लोह कीन यू ने रूस के सर्गेई सिरंत को 21-16, 21-13 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
 
 पुरुष युगल में, शीर्ष वरीयता प्राप्त मोहम्मद अहसान और हेंड्रा सेतियावान ने नॉर्वे के टोर्जस फ़्लैटन और वेगार्ड रिखीम पर 21-12, 21-14 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। दूसरी वरीयता प्राप्त भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने भी सिंगापुर के ही योंग काई टेरी और लोह कीन हेन को 21-18, 21-18 से हराकर अंतिम- दौर में चरण में प्रवेश किया।
 
 भारतीय जोड़ी अब आठवीं वरीयता प्राप्त फैबियन डेलरू और विलियम विलेगर के फ्रांसीसी संयोजन से भिड़ेगी, जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फाइनल मुकाबले में आयरलैंड के जोशुआ मैगी और पॉल रेनॉल्ड्स को 21-9, 23-21 के अंतर से हराया।
 

Monday 13 September 2021

 जय डागर को सर्वश्रेष्ठ गेंदबजी का पुरस्कार दिया गया

जय डागर को सर्वश्रेष्ठ गेंदबजी का पुरस्कार दिया गया


                                       आरपीसीए स्टोर ने आरपीसीए पाली को 20 रन से हराया I

फरीदाबाद :  रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी मैदान पाली में प्रैक्टिस मैच खेला गया यह मैच आरपीसीए स्टोर और आरपीसीए पाली के बीच खेला गया । इस मैच में आरपीसीए स्टोर ने आरपीसीए पाली को 20 रन से हराया I इस मौके पर बीसीसीआई कोच धर्मेंदर फागना ने बताया की यह मैच 50-50  ओवर का था और आरपीसीए स्टोर ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्यण लिया । टीम की और से बल्लेबाजी करते हुए टीम ने 41 ओवर में 10 विकेट पर 192 रन बनाए टीम की और बल्लेबाजी करते हुए ज़ाहिर ने 45 रन , ललित ने 21 रन , हर्ष फागना ने 20 रन , अंश और मोहम्मद ने 15 रन बनाए  | आरपीसीए पाली की और से गेंदबाजी करते हुए जय डागर ने 5 विकेट ली , आशीष , गर्वित और विष्णु व् भावेश ने 1 - 1 विकेट ली । इस लक्ष्य का पीछा करते हुए आरपीसीए स्टोर ने 48.1 ओवर में  10  विकेट में 172 रन बनाकर हार का सामना करना पड़ा और टीम की और से बल्लेबाजी करते हुए कप्तान जय डागर ने 53 रन , ज़हीर खान ने 45 रन , रिज़वान खान ने 37 रन , प्रिंस ने 10 रन बनाए । आरपीसीए पाली टीम की ओर से गेंदबाज़ी करते हुए प्रधुमन ने 3 विकेट , मोहम्मद और समीर खान ने 2 - 2  विकेट ली  , हर्ष फागना व् ज़ाहिर और अंश ने 1 - 1 विकेट ली I                                                                                                                                          बेस्ट गेंदबजी का पुरस्कार जय डागर को दिया गया I ( आरपीसीए पाली से )  

इस मैच में मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार हर्ष फागना को दिया गया ( आरपीसीए स्टोर से ) 

Monday 6 September 2021

 रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी ने महेश क्रिकेट अकादमी को 83 रन से हराया

रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी ने महेश क्रिकेट अकादमी को 83 रन से हराया

                                          समीर खान की बदौलत से रविंदर फागना ने जीता मैच 

फरीदाबाद :  पुश अकादमी क्रिकेट लीग अंडर 13 क्रिकेट टूर्नामेंट मैच में रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी ने महेश क्रिकेट अकादमी को 83 रन से हराया । यह मुकाबला दा डोम क्रिकेट मैदान गुरुग्राम के मैदान पर खेला गया I इस मौके पर बीसीसीआई कोच धर्मेंदर फागना ने बताया की यह मैच  40 - 40  ओवर का था ओर यह मैच रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी और महेश क्रिकेट अकादमी  के साथ खेला गया । 

 रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का निर्यण लिया रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी टीम की ओर बल्लेबाजी करते हुए टीम ने  40 ओवर में 4 विकेट पर 209 रन बनाए टीम की और बल्लेबाजी करते हुए कप्तान समीर खान ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए  98 रन , हर्ष कुमार सिंह ने नाबाद 51 रन , तक्ष ने 22 रन , अकिव सैफी ने 15 रन बनाए | महेश क्रिकेट अकादमी की और से गेंदबाजी करते हुए चंद्रा मोहन ने 2 विकेट , देव और आयुष ने 1 - 1 विकेट ली ।

इस लक्ष्य का पीछा करते हुए महेश क्रिकेट अकादमी ने  35.4 ओवर में 10 विकेट में  126 रन बनाकर हार का सामना करना पड़ा  । टीम की और से बल्लेबाजी करते हुए चंद्रा मोहन ने 60 रन , असीम सिंह 19 रन , देव ने 10 रन बनाए । रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी टीम की ओर से गेंदबाज़ी करते हुए मोहम्मद शनिब ने 3 विकेट , अनुज भारद्वाज ने 2 विकेट , ऋषब व् वंशज और जतिन ने 1 - 1  विकेट ली । मैन ऑफ द मैच पुरस्कार समीर खान को दिया गया ( रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी से )

 रविंदर फागना टी 20 मिक्स कॉर्पोरेट टूनामेंट आरसीसी पैंथर्स सोहना ने 35 रन से जीता

रविंदर फागना टी 20 मिक्स कॉर्पोरेट टूनामेंट आरसीसी पैंथर्स सोहना ने 35 रन से जीता


फरीदाबाद : 18th रविंद्र फागना मिक्स कॉर्पोरेट टी - 20 क्रिकेट टूर्नामेंट मैच का फाइनल मैच रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी सोहना के मैदान पर खेला गया I  इस मौके पर मुख्य अतिथि सोनू खटाना चैयरमैन सोहना नगर परिषद गुरुग्राम और अधिवक्ता धर्मेंद्र खटाना सोहना  ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया और खिलाड़ियों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया ।  

यह फाइनल मैच आरसीसी पैंथर्स सोहना ने रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी सोहना को 35 रन से हराया  I  इस मौके पर बीसीसीआई कोच धर्मेंदर फागना ने बताया की यह मैच  20-20 ओवर का था ओर यह मैच आरसीसी पैंथर्स सोहना और रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी सोहना  के साथ खेला गया I रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी करने का निर्यण लिया , आरसीसी पैंथर्स सोहना टीम की ओर बल्लेबाजी करते हुए टीम ने  20 ओवर में 9 विकेट पर 140 रन बनाए टीम की और बल्लेबाजी करते हुए भूरा भामला 28 रन , गगन ने 26 ,रन , परवीन राघव ने 21 रन , मुकेश ने 19 रन बनाए | 


रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी की और से गेंदबाजी करते हुए  सोनू गुज्जर ,नीरज तिवारी और अशोक ने  2 - 2 विकेट ली , निशांत  ,अक्षय और परम ने 1 - 1 विकेट ली । इस लक्ष्य का पीछा करते हुए रविंदर फागना क्रिकेट अकादमी ने 20 ओवर में 6 विकेट में 105 रन बनाकर हार का सामना करना पड़ा  और टीम की और से बल्लेबाजी करते हुए प्रिंस लोहिआ ने 32 रन , मनीष ने 21 रन , परम ने 13 रन ,  रोहित ने 13 रन बनाए । आरसीसी पैंथर्स सोहना टीम की ओर से गेंदबाज़ी करते हुए केपी भामला ने 3 विकेट , भूरा भामला ने 2 विकेट ली I लखन अंपायर द्वारा मैन ऑफ द मैच  पुरस्कार केपी भामला गुज्जर को दिया गया ( आरसीसी पैंथर्स सोहना से )

मैन ऑफ द टूर्नामेंट मुकेश कुमार ( आरसीसी पैंथर क्लब सोहना ) 

बेस्ट गेंदबाज अमित कुमार ( आरसीसी पैंथर क्लब सोहना  ) 

बेस्ट बल्लेबाज तोफीके अहमद ( नहू क्रिकेट एसोसिएशन  )

Tuesday 31 August 2021

 प्रीति दहिया और तीन अन्य युवा महिलाओं ने भारत की झोली में डाले स्वर्ण पदक

प्रीति दहिया और तीन अन्य युवा महिलाओं ने भारत की झोली में डाले स्वर्ण पदक

नई दिल्ली, 31 अगस्त, 2021 : प्रीति दहिया और तीन अन्य युवा महिला मुक्केबाज 2021 एएसबीसी एशियाई युवा और जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप के अंतिम दिन चैम्पियन बनकर उभरीं। इनकी स्वर्णिम सफलता की बदौलत भारत ने दुबई में आयोजित की गई इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में 14 स्वर्ण सहित कुल 39 पदक अपनी झोली में डाले।


 भारत इससे पहले खेले गए जूनियर इवेंट में आठ स्वर्ण, पांच रजत और छह कांस्य पदक सहित कुल 19 पदक पहले ही जीत चुका था। युवा मुक्केबाजों ने प्रतिष्ठित कॉन्टिनेंटल इवेंट में भारत की तालिका में 20 और पदक (छह स्वर्ण, नौ रजत और पांच कांस्य) जोड़े। खास बात यह रही कि पहली बार इस इवेंट के माध्यम से जूनियर और युवा दोनों आयु वर्ग के मुकाबले साथ-साथ खेले गए।



 बिश्वमित्र चोंगथम (51 किग्रा) ने एशियाई चैंपियनशिप में युवा पुरुष वर्ग में पिछले सात वर्षों में भारत का पहला स्वर्ण जीता और विशाल (80 किग्रा) ने पदक तालिका में एक और सोने का तमगा जोड़ा। इसी तरह नेहा (54 किग्रा) ने युवा महिला वर्ग में देश को स्वर्ण पदक दिलाया। उनका मुकाबला सोमवार की देर रात खेला गया। वह 3-2 से विभाजित निर्णय से कजाकिस्तान की ऐशागुल येलुबायेवा के खिलाफ जीत हासिल करने में सफल रही।



 बाद में, प्रीति दहिया ने 2021 युवा विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता कजाकिस्तान की ज़ुल्दिज़ शायाखमेतोवा के खिलाफ 60 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में इसी तरह की जीत के साथ एक और स्वर्ण पदक भारत की झोली में डाला। इसके बाद स्नेहा कुमारी (66 किग्रा) और खुशी (75 किग्रा) ने भी अपने-अपने फाइनल में जीत हासिल करते हुए स्वर्ण पदक जीता। स्नेहा ने रेफरी स्टॉपिंग द कॉन्टेस्ट (आरएससी) के माध्यम से स्थानीय दावेदार रहमा अलमुर्शिदी पर जीत दर्ज की जबकि  खुशी ने कजाकिस्तान की डाना दीडे को हराया।



 बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, “यह हमारे जूनियर और युवा मुक्केबाजों के लिए एक शानदार प्रदर्शन रहा है। 39 पदक जीतना एक सराहनीय उपलब्धि है और यह केवल भारत में हमारे पास मौजूद मुक्केबाजी प्रतिभा की गहराई को दर्शाता है। एक महासंघ के रूप में, हम देश भर से अधिक से अधिक युवाओं की पहचान करने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि उन्हें विशिष्ट स्तर पर भविष्य के चैंपियन के रूप में तैयार करने के लिए सर्वोत्तम कोचिंग और मार्गदर्शन सुनिश्चित किया जा सके। मुझे यकीन है कि इतने बड़े टूर्नामेंट में प्राप्त मूल्यवान अनुभव इन मुक्केबाजों को अपने लिए एक मजबूत रास्ता तय करने में मदद करेगा। बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) की ओर से, मैं एक बार फिर सभी विजेताओं और कोचों और सहयोगी स्टाफ को इस सफल अभियान के लिए बधाई देता हूं, और उन्हें भविष्य के टूर्नामेंट के लिए शुभकामनाएं देता हूं।“


इस बीच अंतिम दिन अन्य युवा मुक्केबाज विश्वनाथ सुरेश (48 किग्रा), निवेदिता कार्की (48 किग्रा), तमन्ना (50 किग्रा), सिमरन वर्मा (52 किग्रा), प्रीति (57 किग्रा), खुशी (63 किग्रा), वंशज (64 किग्रा), जयदीप रावत (71 किग्रा) और तनीशबीर कौर संधू (81 किग्रा) ने देश के लिए रजत पदक जीते।


इससे पहले एक महिला सहित पांच मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में पहुंचकर युवा वर्ग में कांस्य पदक जीता था। पुरुषों में, दक्ष सिंह (67 किग्रा), दीपक (75 किग्रा), अभिमन्यु लौरा (92 किग्रा) और अमन सिंह बिष्ट (92+ किग्रा) ने कांस्य पदक हासिल किया, जबकि लशु यादव (70 किग्रा) ने महिला वर्ग में कांस्य पदक जीता।


 युवा वर्ग में 20 पदकों के साथ, भारत ने 2019 में मंगोलिया के उलानबटार में हासिल किए गए पांच स्वर्ण सहित 12 पदकों के अपने पिछले संस्करण के पदकों की संख्या को भी बेहतर बनाया।



 युवा वर्ग में स्वर्ण पदक विजेताओं को 6,000 अमेरिकी डॉलर जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं क्रमशः 3,000 अमेरिकी डॉलर और 1,500 अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार दिया गया। हालांकि, जूनियर स्पर्धा में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 4,000 अमेरीकी डालर, ,000 अमेरीकी डालर और 1,000 अमेरीकी डालर से सम्मानित किया गया।



 चैंपियनशिप में इस साल कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी देशों ने हिस्सा लिया। इससे इस प्रतिष्ठित आयोजन में प्रतिस्पर्धा के स्तर में इजाफा देखा गया। महामारी के कारण युवा मुक्केबाज लम्बे समय से रिंग में प्रतिस्पर्धा नहीं कर पा रहे थे लेकिन इस आयोजन ने एशियाई स्तर पर होनहार युवा प्रतिभाओं को रिंग में उतरकर अपनी क्षमता का आकलन करने का बेहतरीन मौका प्रदान किया।