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Thursday 27 February 2020

मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक कप-2020 में छाए मानव रचना के छात्र

मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक कप-2020 में छाए मानव रचना के छात्र

फरीदाबाद, 28 फरवरी:  मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज के छात्रों ने बेंग्लुरू में आयोजित हुए मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक कप 2020 में मोस्ट पॉपुलर टीम का अवॉर्ड अपने नाम किया है। एग्जीबिशन देखने आए लोग अंत के कैनोपी में लगी एक मशीन के जरिए मोस्ट पॉपुलर टीम का चयन करते हैं, जिस व्यक्ति को जो भी प्रोजेक्ट पसंद आता है वह उसके लिए वोट करता है। छात्रों ने एक ऐसी मशीन बनाई जिसके जरिए सिंगल यूज प्लास्टिक को री-यूजएबल बनाया जाता है। हम सब जानते हैं कि आज के समय में प्लास्टिक को जिंदगी से हटाया नहीं जा सकता लेकिन री-यूज जरूर किया जा सकता है।

इसी को ध्यान में रखते हुए छात्रों ने यह मशीन बनाई है। छात्रों द्वारा बनाया गए इस प्रोजेक्ट का नाम ‘Plastic Salvager’ और उनकी टीम का नाम ‘ईको वारियर्स’ है। यह मशीन अपनी मेंटर डॉ. आशीष ग्रोवर के नेतृत्व में इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर के छात्र राहुल सोनी, परवेज हसन, इकबाल आलम और अरविंद ने यह मशीन तैयार की है।

मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक कप-2020 के जजिस और विजिटर्स द्वारा इस मशीन की सराहना की गई। MRIIRS के इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ. अनीता खोसला इस साल मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक कप की ज्यूरी और एडवाइजर कमेटी की सदस्य भी रही।

Wednesday 26 February 2020

जी एस टी रिटर्न भरना सीख छात्र बनाये अपना करियर : सचिन कथूरिया

जी एस टी रिटर्न भरना सीख छात्र बनाये अपना करियर : सचिन कथूरिया

फरीदाबाद, 26 फरवरी : एन.एच. 3  डी.ए.वी. शताब्दी कॉलेज,फरीदाबाद में वाणिज्य विभाग द्वारा  जीएसटी पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया |  कार्यशाला में सी एम ए सचिन कथूरिया मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे | सचिन कथूरिया ने  कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों को जीएसटी फर्म रजिस्ट्रेशन,  जीएसटी रिटर्न और इनकम टैक्स रिटर्न भरने की प्रक्रिया की विधिवत जानकारी दी | साथ ही छात्रों को जी एस टी के क्षेत्र में ज्ञान में अर्जित कर करियर संवारने के लिए प्रोत्साहित किया | 

कॉलेज प्राचार्य डॉ सतीश आहुजा ने बताया की  वाणिज्य विभाग के छात्र ऐसे  कार्यशाला के माध्यम से वर्तमान में अत्यंत महत्वपूर्ण और अनिवार्य विषय की व्यवहारिक जानकारी प्राप्त कर अपने लिए रोजगार व् स्वरोजगार का अवसर बना सकते है | विभाग के कोऑर्डिनेटर मुकेश बंसल ने बताया की दो दिवसीय वर्कशॉप में लगभग 80 छात्रों ने भाग लिया इस वर्कशॉप के दौरान सभी छात्रों के साथ-साथ विभाग के शिक्षकों का भी भागीदारी रही | कार्यशाला में मुख्य रूप से वाणिज्य विभाग हेड रवि कुमार, डीन ललिता ढींगरा, पंकज झा आदि लोग मौजूद रहे | 

मानव रचना में बिल्डिंग सस्टेनेबल कॉम्पेटिटिव एज पर सम्मेलन

मानव रचना में बिल्डिंग सस्टेनेबल कॉम्पेटिटिव एज पर सम्मेलन

फरीदाबाद, 26 फरवरी: फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एफएमएस), मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) ने दो दिवसीय MR CON 2020: ‘कॉन्फ्रेंस ऑन बिल्डिंग सस्टेनेबल कॉम्पिटिटिव एज’ का आयोजन किया। इस दौरान 64 रिसर्च पेपर्स सब्मिट किए गए और 53 रिसर्च पेपर्स प्रेजेंट किए गए। यह सम्मेलन उद्योग जगत, शिक्षाविदों और सरकार के प्रतिष्ठित लोगों, नीति निर्माताओं को एक साथ लाने के लिए एक सार्थक प्रयास था।

ग्रुप ह्यूमन कैपिटल मैक्स इंडिया के निदेशक पी. द्वारकानाथ कार्यक्रम के गेस्ट ऑफ ऑनर रहे। उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में कुछ परिवर्तनों की भविष्यवाणी की जा सकती है जबकि कुछ में नहीं, इसलिए आज के समय को हम VUCA (Volatility, uncertainty, complexity and ambiguity) वर्ल्ड कहते हैं। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान "इन एक्सीलेंस ऑफ सर्च" जैसी पुस्तक के बारे में बातचीत की। उन्होंने बताया कि कल जो सच था, वह आज नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कल के प्रतियोगी आज भी मौजूद नहीं हो सकते हैं। सस्टेनेबल कॉम्पिटिटिव एडीज (एससीई) के लिए लोग, कल्चर, इनोवेशन और लीडरशिप महत्वपूर्ण हैं।

दो दिन तक चले इस कार्यक्रम में पहले दिन तीन तकनीकी सत्रों में सतत विकास, कस्टमर लीडरशिप और कल्चर एंव एथिकल गवर्नेंस पर चर्चा की गई। वहीं दूसरे दिन दो तकनीकी सत्रों में बिल्डिंप पीपल पावर और स्पीडी इनोवेशन पर चर्चा हुई।

 कार्यक्रम में फोर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के प्रोफेसर डॉ. सुबीर वर्मा, इफ्को टोकियो के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रमेश कुमार, पद्मश्री डॉ. प्रीतम सिंह, मैनेजमेंट कंसल्टेंट बिजनेंस एंड स्ट्रैटेजी वाईवी वर्मा, एमआरआईआईआरएस के वीसी डॉ. संजय श्रीवास्तव,एफएमएस के डीन डॉ. हरि अरोड़ा, एमआरआईआईआरएस के प्रोवीसी डॉ. एमके सोनी, मानव रचना के डीजी डॉ. एनसी वाधवा समेत छात्र और फैकल्टी मेंबर्स मौजूद रहे।
इंटरनेट ऑफ थिंग्स से बदल रही है प्रौद्योगिकी, विद्यार्थी रहे अपडेटः कुलपति प्रो. दिनेश कुमार

इंटरनेट ऑफ थिंग्स से बदल रही है प्रौद्योगिकी, विद्यार्थी रहे अपडेटः कुलपति प्रो. दिनेश कुमार

फरीदाबाद, 26 फरवरी - जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा सीईईआरआई पिलानी के सहयोग से इंटरनेट आफ थिंग्स (आईओटी) मॉड्यूल के प्रशिक्षण पर टीईक्यूआईपी प्रायोजित छह दिवसीय हैंड्स ऑन ट्रेनिंग कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला का संचालन विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग और कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है, जिसमें 50 से ज्यादा प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है। 

कार्यशाला का उद्घाटन कुलपति प्रो दिनेश कुमार ने किया। उद्घाटन सत्र में सीईईआरआई पिलानी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. कोटा सोलेमन राजू उपस्थित थे। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस. के. गर्ग, कंप्यूटर एप्लीकेशन विभागाध्यक्ष डॉ. अतुल मिश्रा, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभागाध्यक्षा डॉ. नीलम तुर्क, टीईक्यूआईपी कोर्डिनेटर डॉ. मुनीश वशिष्ठ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों तथा संकाय सदस्यों को आईओटी के अनुप्रयोगों की उपयोगिता के बारे में जानकारी प्रदान करना है। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डाॅ. कोटा सोलेमन राजू ने आईओटी एनालिटिक्स एप्लिकेशस की विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगिता पर चर्चा की और बताया कि किस तरह से हेल्थ माॅनिटरिंग सिस्टम, स्मार्ट होम और स्मार्ट सिटी जैसे क्षेत्रों में इस प्रौद्योगिकी का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है।

इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति प्रो दिनेश कुमार ने कहा कि वर्तमान प्रौद्योगिकी इंटरनेट ऑफ थिंग्स की ओर बढ़ रही है और इस उन्नत तकनीक को लेकर संकाय सदस्यों तथा विद्यार्थियों को अपडेटिड रहने की आवश्यकता है। मौजूदा समस्याओं के समाधान खोजने और सीखने के महत्व पर बल देते हुए कुलपति ने विद्यार्थियों को बहु-विषयक अनुप्रयोगों की जानकारी लेने तथा रोबोटिक्स, इंटरनेट आफ थिंग्स, बिग-डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी नई तकनीकों को सीखने पर ध्यान केन्द्रित करने का आह्वान किया।

इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग की अध्यक्षा डॉ. नीलम तुर्क ने कहा कि कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों के लिए आईओटी से संबंधित कई प्रेरक सत्रों का आयोजन किया जायेगा और उन्हें आईओटी मॉड्यूल के प्रशिक्षण का भी अनुभव मिलेगा। इस अवसर पर सीईईआरआई पिलानी से उपस्थित विशेषज्ञ वक्ताओं में डॉ. गौरव पुरोहित और डॉ. प्रमोद तंवर भी उपस्थित थे।

Tuesday 18 February 2020

विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में  हवनयज्ञ के साथ संपन्न हुआ  2019 शिक्षा सत्र

विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में हवनयज्ञ के साथ संपन्न हुआ 2019 शिक्षा सत्र

फरीदाबाद 18 फ़रवरी  । विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। 2019 के शिक्षा सत्र के समापन पर आयोजित इस हवन यज्ञ के अवसर पर कक्षा दसवीं एवं 12वीं के छात्रों को उनकी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं दी गईं। स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव के साथ स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव, शम्मी यादव, डॉयरेक्टर सीएल गोयल, प्रिंसिपल कुलविंदर कौर ने बच्चों के यज्ञ में आहुति डालकर उन्हें आने वाले दिनों में होने वाली परीक्षाओं में बेहतर परिणाम के लिए शुभकामनाएं दीं और प्रेरित किया। छात्रों को संबोधित करते हुए धर्मपाल यादव ने कहा कि बोर्ड एग्जाम एक ऐसी एग्जाम हैं, जिसमे सभी घबराते हैं, लेकिन इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं हैं। एग्जाम का पैटर्न इतना भी कठिन नहीं होता, कि आप इस तरह से डरें। यादव ने कहा कि जिस तरह से बच्चे लोकल एग्जाम की तैयारी करते हैं, बोर्ड की एग्जाम भी वैसी ही होती हैं। 

अगर आप आत्म विश्वास के साथ अपना काम ठीक से करेंगे तो आपको निश्चित ही सफलता मिलेगी। छात्रों से बात करते हुए स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने उन्हें परीक्षा के टिप दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को चाहिए कि वे शुरुवात से अलर्ट रहें। एक साथ दिमाग पर बोझ ना बनाये। एक रूटीन बनाकर, शुरुवात से उसी के अनुसार काम करें। ऐसा करने से आखरी में आपके पास पर्याप्त समय होगा, जिसमे आप रिविज़न कर पायेंगे और एक्स्ट्रा तैयारी में समय दे पायेंगे। 

दीपक यादव ने कहा कि छात्रों के लिए यह बहुत जरूरी है कि टाइम टेबल बना कर पढाई करें। अपने डाउट जरुर समय रहते क्लियर कर लें, क्यूंकि समय कम बचने पर इससे चिंता बढ़ती हैं और आत्मविश्वास में कमी आती हैं।  दीपक यादव ने बच्चों से बातचीत करते हुए उन्हें समझाया कि परीक्षा के दिनों में हमें ठीक से नींद नहीं आती और जब भी पढऩे बैठते हैं सुस्ती सी लगती हैं इससे बचने के लिए रोजाना ठीक से 6 से 7 घन्टे की नींद लें और पढ़ाई करते समय बीच-बीच में थोड़ा अंतर लें। इस अवसर पर स्कूल के सभी अध्यापकगण एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।