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Thursday 2 August 2018

पीयूष गोयल ने रेलवे में कार्यरत खिलाडि़यों के लिए नई प्रोत्‍साहन नीति को मंजूरी दी

पीयूष गोयल ने रेलवे में कार्यरत खिलाडि़यों के लिए नई प्रोत्‍साहन नीति को मंजूरी दी

 नई दिल्ली : 3 अगस्त   केन्‍द्रीय रेल, कोयला, वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्री श्री पीयूष गोयल ने रेलवे में कार्यरत खिलाडि़यों को प्रोत्‍साहन के लिए एक नई नीति को मंजूरी दी है जिसके तहत ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाले खिलाडि़यों के अलावा पद्मश्री से नवाजे जा चुके समस्‍त खिलाडि़यों और कोचों को भी अधिकारियों के रूप में पदोन्‍नत किया जाएगा।

ओलंपिक खेलों में दो बार शिरकत कर चुके और एशियाई खेलों/राष्‍ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले खिलाडि़यों द्वारा इस दिशा में किए गए अथक प्रयासों को ध्‍यान में रखकर अब उन्‍हें अधिकारी रैंक में पदोन्‍नत करते हुए पुरस्‍कृत करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा रेलवे में कार्यरत वे खिलाड़ी भी इसी तरह से पदोन्‍नति पाने के हकदार होंगे जो अर्जुन/राजीव गांधी खेल रत्‍न पुरस्‍कार जैसे अहम अवार्ड से नवाजे जा चुके हैं।

खिलाडि़यों के सफल प्रदर्शन में कोचों के अहम योगदान को यथोचित रूप से स्‍वीकार किया गया है और ऐसे कोई भी कोच अब एक अधिकारी के रूप में पदोन्‍नत होने के योग्‍य माने जाएंगे जिनसे प्रशिक्षण प्राप्‍त खिलाडि़यों ने ओलंपिक खेलों/विश्‍व कप/विश्‍व चैंपियनशिप/एशियाई खेलों/राष्‍ट्रमंडल खेलों का कम से कम तीन बार पदक विजेता प्रदर्शन रहा होगा जिनमें ओलंपिक खेलों मे कम से कम एक पदक जीतना भी शामिल है।

यह उदार प्रोत्‍साहन नीति देश के प्रतिष्ठित खिलाडि़यों/कोचों के लिए एक प्रोत्‍साहन के रूप में काम करेगी और इसके साथ ही यह देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए रेलवे की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

राष्‍ट्रमंडल खेल 2018 के पदक विजेताओं के लिए रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड द्वारा अप्रैल 2018 में राष्‍ट्रीय रेल संग्रहालय में आयोजित अभिनंदन समारोह में श्री पीयूष गोयल ने घोषणा की थी कि रेलवे उल्‍लेखनीय प्रदर्शन करने वाले रेलवे के एथलीटों की जायज अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए शीघ्र ही एक प्रोत्‍साहन नीति की घोषणा करेगी जिसके तहत न केवल खिलाडि़यों द्वारा जीते गए पदकों, बल्कि उनके द्वारा इस दिशा में किए गए अथक प्रयासों को भी यथोचित रूप से सराहा जाएगा। मंत्री महोदय ने सफल खिलाडि़यों को तैयार करने में कोचों की अहम भूमिका को भी रेखांकित किया था।  


डीसी सोनल गोयल का अनूठा प्रयोग, सरकारी इमारतों की दीवारों का बदला नजारा

डीसी सोनल गोयल का अनूठा प्रयोग, सरकारी इमारतों की दीवारों का बदला नजारा

झज्जर, 02अगस्त। कभी निजी विज्ञापनों, बेतरतीब ढंग से लगे पोस्टरों से बदरंग सरकारी इमारतों की दीवारों का नजारा अब बदलाव की दस्तक देने लगा है। जिला मुख्यालय पर सरकारी इमारतों की दीवारों के सौंदर्यकरण के लिए मनाए जा रहे स्ट्रीट आर्ट फेस्टिवल के चलते रंग-बिरंगी तस्वीरों से सजी हर दीवार अब बोलते हुए प्रतीत हो रही है। उपायुक्त सोनल गोयल की पहल पर किए गए इस प्रयोग ने सरकारी दीवारों के सौंदर्यकरण की नई इबारत लिख दी है। उपायुक्त ने स्वयं हाथ में रंग और ब्रश लेकर 22 जुलाई को आयोजित राहगीरी कार्यक्रम से इस पहल का शुभारंभ किया था और आज शहर की सभी प्रमुख इमारतों की दीवारों की खूबसूरती देखते ही बन पड़ रही है। 

झज्जर से पहले स्ट्रीट आर्ट का प्रयोग राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगालुरू, गोवा के साथ-साथ हरियाणा के मिलेनियम सिटी गुरूग्राम में भी सफल साबित हुआ है। दिल्ली-जयपुर नेशनल हाइवे पर गुरूग्राम से गुजरते समय दीवारों के सौंदर्यकरण को दुनिया भर में सराहा गया है। 
स्वच्छ भारत और पर्यावरण संरक्षण के संदेश को मिला बढ़ावा


उपायुक्त ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन तथा क्लीन सिटी-क्लीन एनवायरमेंट के संदेश का सार्थक साबित करने वाले स्ट्रीट आर्ट का असल उद्देश्य युवा शक्ति को सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाना है। उपायुक्त के विजन पर आधारित स्ट्रीट आर्ट के कंसेप्ट को धरातल पर उतारने में झज्जर के एसडीएम रोहित यादव की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि झज्जर के स्ट्रीट आर्ट में सबसे खास बात यह है कि जिला के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने इसमें अपना योगदान दिया है। गवर्नमेंट गल्र्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल की दीवारों पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए हरी-भरी पेंटिंग अपने आप में एक अनूठा प्रयोग है। स्कूली बच्चों ने अपने प्रदर्शन में जो क्रिएटिविटी दिखाई है उसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है।
शहर की खूबसूरती में चार चांद लगाती दीवारें

हालांकि झज्जर में स्ट्रीट आर्ट का प्रयोग जहांआरा बाग स्टेडियम की दीवारों पर पहले हो चुका था लेकिन स्टेडियम की दीवारों पर पेंटिंग प्रोफेशनल आर्टिस्ट ने तैयार की थी। जबकि स्ट्रीट आर्ट फेस्टिवल में स्कूली बच्चों व झज्जर शहर में पेंटिंग का शौक रखने वाले बुजुर्गों व युवाओं ने भी भागीदारी की। जनभागीदारी के साथ बड़े पैमाने पर इस प्रयोग को उतारने की परिकल्पना उपायुक्त सोनल गोयल ने तैयार की। स्ट्रीट आर्ट फेस्टिवल से अब स्टेडियम के साथ-साथ जिला सैनिक बोर्ड, सिंचाई विभाग, बिजली निगम, गवर्नमेंट गल्र्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल, झज्जर-गुरूग्राम मार्ग पर लघु सचिवालय के सामने पब्लिक हेल्थ की दीवार पर बनी पेंटिंग आज झज्जर शहर की खूबसूरती में चार चांद लगा रही है। स्कूली बच्चों के साथ-साथ गुरूग्राम की फाइन आर्ट संस्था चित्रयोग के कलाकारों की भी झज्जर शहर के सौंदर्यकरण में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। चित्रयोग फाइन आर्ट ग्रुप हरियाणा स्वर्ण जयंती महोत्सव तथा हैपनिंग हरियाणा समिट के दौरान गुरूग्राम की दीवारों को निखारने का काम भी कर चुका है। 


Tuesday 31 July 2018

प्रदेश सरकार लोगों को गुणात्मक व विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिये कृतसंकल्प :  जय राम ठाकुर  मुख्यमंत्री

प्रदेश सरकार लोगों को गुणात्मक व विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिये कृतसंकल्प : जय राम ठाकुर मुख्यमंत्री

मंडी 31 जुलाई 2018:-- राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को उनके घरद्धार के समीप विशेषज्ञ तथा गुणात्मक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मण्डी जिले के नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सा महाविद्यालय के संकाय व स्टाफ सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कही। 

जय राम ठाकुर ने कहा कि यह महाविद्यालय अपनी अधोसंरचना और अवस्थिति के कारण प्रदेश के सबसे बेहतरीन चिकित्सा महाविद्यालय के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय को आरम्भ में इएसआईसी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के रूप में विकसित किया जाना था, लेकिन कुछ कारणों से ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद इस महाविद्यालय को प्रदेश के लिए स्वीकृत किया गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इस कालेज में उत्कृष्ट ढांचागत सुविधाएं तथा शानदार परिसर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शीघ्रातिशीघ्र इस महाविद्यालय के लिए आवश्यक अधोसंरचना तथा संकाय उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने कहा कि सभीएमआरआई, सीटी स्कैन और एक्सरे जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं इस संस्थान में उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह चिकित्सा महाविद्यालय क्षेत्र के लोगों के वरदान साबित होगा, क्योंकि इसके बनने से बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उनके घर द्धार पर ही उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि आगामी चार-पांच वर्षों के भीतर यह संस्थान प्रदेश का सबसे बेहतरीन महाविद्यालय बनकर उभरेगा।

उन्हांने कहा कि राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रभावी प्रबन्धन के लिए प्रदेश का पहला चिकित्सा विश्वविद्यालय मण्डी जिले में स्थापित किया जाएगा।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने इस संस्थान के परिसर में ‘बेहड़े’ का पौधा रोपा। 
इसके पश्चात, मुख्यमंत्री ने परिधि गृह मण्डी में लोगों की समस्याएं भी सुनी।
लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय के निवर्तमान प्राचार्य डा. डी.एस. धीमान ने मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस संस्थान की आधारशिला वर्ष 2009 में रखी गई थी तथा पहला सत्र वर्ष 2017 में शुरू हुआ था। इस महाविद्यालय का संकाय भारतीय चिकित्सा परिषद के मानदण्डों के अनुरूप तैनात किया गया है।

विधायक जवाहर ठाकुर, राकेश जम्वाल तथा इन्द्र सिंह गांधी, महाविद्यालय के नए प्राचार्य डा. रजनीश पठानिया, निदेशक चिकित्सा शिक्षा अशोक शर्मा, उपायुक्त मण्डी ऋग्वेद ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Wednesday 25 July 2018

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने भाजपा सरकार पर जमकर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने भाजपा सरकार पर जमकर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप


फरीदाबाद 25 जुलाई । हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डा. अशोक तंवर ने राफेल डील को लेकर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार ने कुछ पूंजीपति घरानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य यह डील की है क्योंकि यूपीए सरकार 2012 में जिन 36 राफेल को फ्रांस से 526.10 करोड़ रुपए में खरीदा गया था और मोदी सरकार ने उसी विमान की कीमत 1670.70 करोड़ रुपए चुकाई। इस तरह 36 राफेल खरीद में करीब 41 हजार 205 करोड़ का यह घोटाला उजागर हुआ है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद के पटल पर इस मुद्दे को जोरशोर से उठाकर भाजपा सरकार के दोमुंह चेहरे को जनता के समक्ष उजागर करने का काम किया है और कांग्रेस इस मुद्दे को सडक़ से लेकर संसद तक पुरजोर तरीके से उठाएगी वहीं चुनावों में भी इसे र्पूा रुप से मुद्दा बनाएगी कि भाजपा की कथनी और करनी में क्या अंतर है।

 श्री तंवर बुधवार को नीलम-बाटा रोड स्थित होटल डिलाईट में आयोजित पत्रकार समेलन को संबोधित कर रहे थे। पत्रकारों को संबोधित करते हुए अशोक तंवर ने कहा कि गोपीनयता का हवाला देकर जिस राफेल लड़ाकू विमान की कीमत बताने से सरकार इंकार कर रही थी, उसका खुलासा फ्रांस सरकार ने करते हुए कहा कि उहोंने इस डील में कभी भी यह शर्त नहीं रखी कि वह इसकी कीमत सार्वजनिक नहीं कर सकते, लेकिन देश की सुरक्षा के लिहाज से राफेल की विशेषताओं को उजागर नहीं किया जा सकता। ाी तंवर ने कहा कि कुछ महीने पहले देश की रक्षामंाी निर्मला सीतारमा ने कहा था कि सरकार जल्द ही राफेल की कीमतों को सार्वजनिक करेगी, लेकिन अब वह प्राानमंाी नरेंद्र मोदी के दबाव में अपने वायदे से मुकर्र गई, जो कि देश के लोगों के साथ सीाा-सीाा ाोखा है। ाी तंवर ने कहा कि भाजपा सरकार इन दिनों देश सहित हरियााा में अपने जिला मुयालय खोलने के लिए खासी चर्चाओं में है। ईमानदारी का ढिंढौरा पीटने वाली भाजपा विवादित भूमियों पर अपने मुयालय बना रही है और दिी में भाजपा का मुयालय किसी सात सितारा होटल से कमतर नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी तरह गुरुग्राम के सेक्टर-41 में ऐसी धर्मस्थली पितृ जमीन, जिसे हाईकोर्ट ने 1956 में छोड़ दिया था, जिसकी आज करोड़ों रुपए कीमत है,

 इस जमीन पर भी भाजपा जिला मुयालय बनाने की फिराक में है, जिसको लेकर गांव के लोग पिछले 16 दिनों से धरने पर बैठे है। उन्होंने कहा कि भाजपा पंचकूला व गुरुग्राम में अपने हैड क्वार्टर कार्यालय बनाना चाहती है, जहां गुरुग्राम में इसका जबरदस्त विरोध किया जा रहा है और इन कार्यालयों को बनाने के लिए करोड़ों रुपए की राशि कहां से आएगी, इसकी भी वह जांच की मांग करते है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार आते ही इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी। हरियाणा की दस लोकसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों के सर्वे के सवाल को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा कोई सर्वे नहीं करवाया है, जिसमें उन्होंने कोई पैनल बनाकर हाईकमान को सौंपा हो। उन्होंने तो सिर्फ संगठन की गतिविधियों कैसे और सक्रिय हो इसको लेकर पर्यवेक्षक नियुक्त किए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पास दस लोकसभाओं में सक्षम उमीदवार है, जो कि चुनावों में भाजपा प्रत्याशियों को धूल चटाने का काम करेंगे। इस मौके पर जिला प्रभारी मोहमद बिलाल, प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी, प्रदेश महासचिव पंडित राजेंद्र शर्मा, राजकुमार तेवतिया, प्रदेश सचिव सुमित गौड़, सत्यवीर डागर, डा. राधा नरुला, ज्ञानचंद आहुजा, राकेश भड़ाना, सरदार परमजीत गुलाटी, नरेश गोदारा, धर्मदेव आर्य, अनीशपाल, नीरज गुप्ता, सुनील नागर एडवोकेट सहित अनेकों कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।

Sunday 8 July 2018

बेस्ट फ्लू इन्फ्लुएंजा होम्योपैथी मेडिसिन

बेस्ट फ्लू इन्फ्लुएंजा होम्योपैथी मेडिसिन

फरीदाबाद 9 जुलाई। इन्फ्लुएंजा इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण एक तीव्र ऊपरी श्वसन पथ संक्रमण है, जो विशेष रूप से सर्दी के दौरान दुनिया भर में प्रकोप और महामारी में होता है।

यद्यपि यह अस्थायी रूप से कमजोर पड़ रहा है, फ्लू आमतौर पर स्वस्थ लोगों में एक आत्म-सीमित संक्रमण होता है, जो अधिकांश मामलों में कुछ दिनों के बाद स्वचालित रूप से उपचार करता है।

हालांकि, कुछ जोखिम समूहों में, इन्फ्लूएंजा में अधिक आक्रामक कोर्स हो सकता है, जिससे साइनसिसिटिस, ओटिटिस मीडिया, निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और दिल की मांसपेशियों की सूजन और दिल को कवर करने वाली झिल्ली यानी मायोकार्डिटिस और पेरीकार्डिटिस जैसी जटिलताओं का कारण बन सकता है। शिशुओं, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, immunodeficiency वाले लोगों या पुरानी दिल या फेफड़ों की बीमारियों के साथ समूह गंभीर फ्लू के विकास के सबसे बड़े जोखिम पर समूह हैं

इस लेख में हम इन्फ्लूएंजा के मुख्य लक्षणों और उन लक्षणों के बारे में बात करेंगे जो जटिलताओं की घटना को इंगित करते हैं।

इन्फ्लूएंजा के मुख्य लक्षणों और लक्षणों की सूची जो इस आलेख में संबोधित की जाएगी, निम्नानुसार है:

38ºC से ऊपर, उच्च बुखार।

खांसी

· गले में खरास।

Coriza और sinusitis।

· छींक आना।

· सरदर्द।

· मांसपेशियों में दर्द।

थकावट और कमजोरी।

· भूख में कमी।

उल्टी और दस्त (बच्चों में सबसे आम)।

फ्लू के संकेत और लक्षण
24 से 9 6 घंटों तक की ऊष्मायन अवधि के बाद, फ्लू के संकेत और लक्षण आमतौर पर इतने अचानक प्रकट होते हैं कि कई रोगी बीमारी शुरू होने के ठीक समय बता सकते हैं। शरीर में उच्च बुखार, कमजोरी और दर्द, श्वास, गले में गले और राइनाइटिस जैसे श्वसन संबंधी लक्षण आमतौर पर बीमारी के पहले कुछ घंटों में मौजूद होते हैं।

हालांकि, किसी भी संक्रमण की तरह, इन्फ्लूएंजा की नैदानिक ​​तस्वीर सभी मरीजों के लिए जरूरी नहीं है। बुखार और हल्के लक्षणों के बिना फ्लू के मामले हैं। ऐसे मरीज़ भी हैं जो भूख, कमजोरी और चक्कर आना चाहते हैं।

युवा बच्चे और बुजुर्ग मरीज़ वे होते हैं जो अक्सर अकल्पनीय लक्षण होते हैं, जो आमतौर पर निदान करने के लिए डॉक्टर के लिए कुछ कठिनाई पैदा करते हैं।

असम्बद्ध इन्फ्लूएंजा वाले मरीज़ आमतौर पर दो से पांच दिनों में लगातार सुधार करते हैं, हालांकि इन्फ्लूएंजा चित्र जो 7 दिनों से अधिक समय तक चलते हैं, असामान्य नहीं हैं। कुछ रोगियों ने श्वसन लक्षणों में सुधार किया है, लेकिन वे अभी भी कई दिनों के लिए कमजोरी या थकावट के लक्षणों का अनुभव करते हैं।

फ्लू की जटिलताओं आमतौर पर बीमारी के कुछ दिनों के बाद होती है। आम तौर पर, रोगी सुधार के लक्षण दिखाना शुरू करता है, जैसे बुखार में कमी और श्वसन लक्षणों में कमी, और अचानक, फिर से, नए बुखार स्पाइक्स और सामान्य गिरावट के साथ।

हम आगे समझाएंगे इन्फ्लूएंजा के 10 सबसे आम लक्षण। जाहिर है, मरीजों को उन सभी लक्षणों की आवश्यकता नहीं है जिन्हें हम सूचीबद्ध करने जा रहे हैं; अधिकांश नहीं करते हैं। हालांकि, सूची और आपके लक्षणों के बीच पत्राचार जितना अधिक होगा, उतनी अधिक संभावना है कि आपकी तस्वीर वास्तव में इन्फ्लूएंजा है।

1- उच्च फीवर
बुखार फ्लू के सबसे आम संकेतों में से एक है। यह आमतौर पर 38 डिग्री सेल्सियस और 41 डिग्री सेल्सियस के बीच उच्च होता है, और अचानक शुरू होता है। बच्चों में बुखार 9 5% मामलों में होता है, जिसमें आधा से अधिक रोगी 39 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तापमान तक पहुंचते हैं। बुजुर्गों में, बुखार कम या यहां तक ​​कि मौजूद नहीं हो सकता है।

विभिन्न प्रकार के वायरस के कारण बुखार के विपरीत जो सर्दी का कारण बनता है, जो आमतौर पर केवल 24 से 48 घंटे तक रहता है, इन्फ्लूएंजा बुखार आमतौर पर 2 से 5 दिनों तक रहता है।

पसीना और ठंड दो संकेत हैं जो अक्सर बुखार के साथ होते हैं। फ्लू के कई व्यवस्थित लक्षण, जैसे शरीर में दर्द, सिरदर्द, कमजोरी, थकावट और भूख की कमी, बुखार उच्चतम होने पर कई बार गहन हो जाती है।

बुखार से जुड़ी जटिलताओं

एक लगातार उच्च बुखार जो 4 या 5 दिनों के बाद सुधार के संकेत नहीं दिखाता है, कुछ जटिलताओं के अस्तित्व का सुझाव दे सकता है। एक और व्यवहार जो जटिलताओं को इंगित कर सकता है वह 1 या 2 दिनों के लिए बुखार में कमी है, यह बताता है कि प्रक्रिया संकल्प में है, इसके बाद उच्च बुखार के नए चोटियों और रोगी की सामान्य स्थिति में बिगड़ती है।

2- COUGH
खांसी एक लक्षण है जो लगभग 80% फ्लू रोगियों में होता है। ज्यादातर मामलों में, खांसी सूखी होती है, लेकिन यह दिनों में प्रत्याशा के साथ उत्पादक बन सकती है।

खांसी बीमारी की शुरुआत में हमेशा मौजूद नहीं होती है और स्थिति के समाधान के बाद गायब होने वाले अंतिम लक्षणों में से एक हो सकती है। अक्सर रोगी के पास कोई अन्य लक्षण नहीं होता है, लेकिन कुछ और दिनों तक सूखी खांसी रखता है।

खांसी को बाधित करने वाली दवाओं का उपयोग इंगित नहीं किया जाता है, क्योंकि वे स्थिति को बढ़ा सकते हैं और जटिलताओं की घटना का पक्ष ले सकते हैं, खासकर यदि रोगी की अपेक्षा है। रोगी को हाइड्रेटेड रखने और स्राव के कमजोर पड़ने के लिए बहुत सारे पानी पीना सबसे सही है। रात्रि खांसी से राहत में शहद प्रभावी प्रतीत होता है।

खांसी से जुड़ी जटिलताओं

संकेतों में से एक जो चल रहे जटिल संकेत दे सकता है
संकेतों में से एक संकेत जो एक चल रही जटिलता का संकेत दे सकता है वह छाती में दर्द, सांस की तकलीफ और उच्च बुखार से जुड़ी बहुत हरी या पीले रंग की प्रत्यारोपण खांसी की उपस्थिति है। इन मामलों में, निमोनिया को रद्द करना आवश्यक है।

3- थ्रेट दर्द
गले की सूजन फ्लू का एक और आम लक्षण है और आम तौर पर बीमारी के पहले दिन मौजूद होती है।

इन्फ्लूएंजा गले में गले को बहुत लाल रंग की फेरींगिटिस की विशेषता है, लेकिन टन्सिल में पुस की उपस्थिति के बिना, जो स्ट्रेप्टोकोकल फेरींगिटिस का एक सामान्य संकेत है।

इन्फ्लूएंजा वाले सभी मरीज़ फेरींगिटिस विकसित नहीं करते हैं, लेकिन उन मामलों में, गले में गले अक्सर गंभीर होते हैं, जिससे ठोस खाद्य पदार्थ निगलने या यहां तक ​​कि लार निगलने में कठिनाई होती है।

4- CoryZA और स्टूफी नोएएस
ठंडा coryza और नाक सर्दी और एलर्जीय rhinitis के विशिष्ट लक्षण हैं। हालांकि, ये लक्षण फ्लू में भी हो सकते हैं, खासकर बच्चों में, जहां वे 80% मामलों में मौजूद हैं।

नमकीन पानी के साथ नाक गुहा धोना अधिक प्रभावी लगता है और प्रतिकूल प्रतिक्रियाओं के जोखिम नहीं लेता है।

Rhinitis से जुड़े जटिलताओं

राइनाइटिस साइनसिसिटिस में प्रगति कर सकती है, खासतौर पर विचलित सेप्टम या अन्य शारीरिक परिवर्तनों वाले रोगियों में जो परानाल साइनस की बाधा उत्पन्न करती है।

एक साइनसिसिटिस जो 5 से 7 दिनों के बाद सुधार के संकेत नहीं दिखाती है या जो कोई स्पष्ट और पारदर्शी स्राव नहीं छोड़ती है और बुखार और पीले रंग की हो जाती है, जो बुखार या बुखार की वापसी से जुड़ी होती है, बैक्टीरिया साइनसिसिटिस में साइनसिसिटिस वायरल संक्रमण के परिवर्तन को इंगित कर सकती है।

साइनसिसिटिस के साथ, ओटिटिस मीडिया इन्फ्लूएंजा और गंभीर राइनाइटिस वाले मरीजों की जटिलता भी हो सकती है, खासकर बच्चों में।

5- स्नीज़िंग
राइनाइटिस की तरह, छींकना सर्दी और एलर्जी का एक सामान्य लक्षण है, लेकिन यह फ्लू में भी मौजूद हो सकता है।

छींकने से संबंधित कोई जटिलता या विशिष्ट उपचार नहीं है।

6- हेडैच
बच्चों की तुलना में वयस्कों में फ्लू-जैसे सिरदर्द एक आम लक्षण है। यह आमतौर पर उन रोगियों में अधिक गंभीर होता है जो साइनसिसिटिस विकसित करते हैं या जब बुखार अधिक होता है।

दर्द खोपड़ी में फैल सकता है या आंखों के चारों ओर या गर्दन के नाप के क्षेत्र में अधिक स्थानीयकृत हो सकता है।

यदि कोई विरोधाभास नहीं है, तो दर्द को नियंत्रित करने के लिए आम एनाल्जेसिक या एंटी-इंफ्लैमेटरीज का उपयोग किया जा सकता है। शांत और मंद प्रकाश वाले स्थान आमतौर पर कुछ राहत लाते हैं।

7- मस्तिष्क दर्द
पूरे शरीर में मांसपेशी दर्द वयस्कों में एक सामान्य फ्लू लक्षण है, लेकिन यह केवल बच्चों के एक छोटे से हिस्से में मौजूद है।

निचले हिस्से, बाहों और पैरों की मांसपेशियों को अक्सर सबसे ज्यादा प्रभावित किया जाता है। मांसपेशियों के अलावा, जोड़ भी दर्द हो सकता है।

मांसपेशी दर्द एक सामान्य फ्लू लक्षण है। सर्दी में, यह असामान्य है, और जब मौजूद है, आमतौर पर कमजोर है।

8- थकान और कमजोरी
थकान की कमी और ताकत की कमी सर्दी के संबंध में एक सामान्य फ्लू लक्षण भी है। थकान सभी उम्र में होती है, लेकिन यह बच्चों में अधिक ध्यान देने योग्य है, खासकर जब बुखार अधिक होता है।

थकावट एक लक्षण है जो तस्वीर में जल्दी दिखाई देता है और उपचार के कई दिनों तक रह सकता है। कुछ रोगी 3 सप्ताह तक ताकत और मनोदशा की कमी की भावना की रिपोर्ट करते हैं।

थकान से जुड़ी जटिलताओं

इन्फ्लूएंजा की एक दुर्लभ जटिलता मायोकार्डिटिस है, जो दिल की मांसपेशियों की सूजन है। एक मरीज, जो फ्लू को ठीक करने के कुछ दिनों के बाद, फिर से तीव्र थकान, सांस की तकलीफ और पैरों में सूजन की प्रगतिशील बीमारी के साथ प्रस्तुत करता है, कार्डियक भाग के लिए मूल्यांकन किया जाना चाहिए।

9- भूख की कमी
बीमारी के पहले 48 घंटों में भूख की कमी बहुत आम है, खासतौर पर उस चरण के दौरान जब बुखार उच्चतम होता है।

आपको बेताब सोचने की ज़रूरत नहीं है कि रोगी को हर कीमत पर खाना चाहिए। पहले दो दिनों के लिए, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रोगी को हाइड्रेटेड रखना है। भूख आमतौर पर धीरे-धीरे लौटती है।

जो रोगी अच्छी तरह से भोजन नहीं कर रहा है, उसके लिए सबसे अच्छी रणनीति यह है कि बुखार सबसे कम होने पर भोजन की पेशकश करना है।

10- वोटिंग और डायरेरिया (इन्फैंट्स में सबसे ज्यादा कॉमन)
उल्टी, दस्त और पेट दर्द वायरल उत्पत्ति के गैस्ट्रोएंटेरिटिस के लक्षण हैं, लेकिन शायद ही कभी वयस्क फ्लू में होते हैं।

हालांकि, 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लगभग 10% फ्लू के कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण हैं। उल्टी आमतौर पर अतिसार से अधिक आम है।

उल्टी और दस्त से जुड़ी जटिलताओं

निर्जलीकरण मुख्य जटिलता है जो उल्टी और / या दस्त का अनुभव करने वाले बच्चों में हो सकती है। घर का बना सीरम या मौखिक रिहाइड्रेशन सेरा इन तस्वीरों के इलाज और रोकथाम के सबसे उपयुक्त तरीके हैं।


1. एकोनाइट नेपेलस: फ्लो के पहले चरण के लिए एकोनाइट सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक दवा है। एकोनाइट रोगी फ्लू के लक्षण बहुत जल्दी आते हैं, और रोगी बहुत चिंतित और बेचैन होता है। शुष्क, ठंडी हवा के संपर्क से बीमारी। शिखर और ठंडी तरंगें शरीर के माध्यम से उच्च बुखार के साथ गुजरती हैं।

2. आर्सेनिकम एल्बम: रोगी गर्म चेहरे और शरीर की ठंड के साथ चिंता और बेचैनी से भरा है। शारीरिक तनावहीनता के कारण कई बार थकावट के साथ रोगी पतन हो जाता है। बुखार के बाद ठंड और कठोरता के साथ मतली, उल्टी और दस्त की रोगी शिकायतें। रोगी को पानी के छोटे सिप्स के लिए प्यास है और कंपनी चाहता है। मृत्यु का बहुत डर है।


3. बेलाडोना: फ्लू की अचानक शुरुआत की रोगी शिकायत। पतले विद्यार्थियों और चमकीले आंखों के साथ गर्म, लाल चेहरे की रोगी शिकायत। बहुत गंभीर थ्रोबिंग सिरदर्द की रोगी शिकायत जो गति से भी बदतर हो जाती है। मरीज को पानी के लिए बहुत कम या प्यास के साथ बुखार होता है। शरीर गर्म होने के बावजूद हाथों और पैरों की बर्फीली ठंडीता। बुखार के साथ Delirium। सभी इंद्रियों की संवेदनशीलता से अधिक, इसलिए रोगी प्रकाश, या छूने और शोर के लिए और भी बुरा महसूस करता है। लक्षण 3 बजे खराब हो जाते हैं।


4. ब्रायोनिया अल्बा: फ्लू की रोगी शिकायतों जो धीरे-धीरे सेट होती है और धीरे-धीरे प्रगति करती है। रोगी बहुत चिड़चिड़ाहट है और अकेले रहना पसंद करता है। उनके सभी लक्षण, संयुक्त या मांसपेशियों में दर्द से अलग, आंदोलन से भी बदतर हैं और आराम से बेहतर हैं। रोगी बड़ी मात्रा में पानी के लिए बहुत प्यास है, और जूल में पीते हैं। रोगी को त्वचा की सूखापन की भी शिकायतें, लेपित जीभ के साथ, होंठ टूट जाते हैं। बाएं पक्षीय गंभीर सिरदर्द जो गति के साथ बढ़ता है। बुखार के दौरान डिलिरियम, मरीज घर जाना चाहता है हालांकि वह पहले से ही घर पर है।


5. जेल्समियम: गेल्सिमियम सबसे अच्छी होम्योपैथिक दवा है जहां फ्लू के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं। रोगी की भारीता, कमजोरी की शिकायतें। रोगी बहुत सुस्त और सुस्त है। कमजोरी के साथ कमजोरी है।


 6. यूपेटोरियम पेरोफियाटियम: फ्लू के दौरान मांसपेशियों और हड्डियों में उच्च बुखार और गंभीर दर्द की रोगी शिकायतें। रोगी को लगता है जैसे उसकी हड्डियां टूट गई हैं। रोगी ठंडा है, लेकिन शीतल पेय की इच्छा है। ठंडा होने से ठीक पहले बहुत प्यास है। बुखार के साथ गंभीर सिरदर्द की रोगी शिकायतें। लक्षण 7 से 9 बजे के बीच बढ़ जाते हैं। शरीर में दर्द और शव पूरे रीढ़ की हड्डी को ऊपर और नीचे चलाते हैं। सिरदर्द की रोगी शिकायतें जो पीछे से शुरू होती हैं और अपने माथे पर विकिरण करती हैं।


 जनहित के मुद्दों पर भाजपा सरकार सबसे अधिक संवेदनशील: बराला

जनहित के मुद्दों पर भाजपा सरकार सबसे अधिक संवेदनशील: बराला

फरीदाबाद 8 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा है कि भाजपा सरकार जनहित मुद्दों पर सबसे अधिक संवेदनशील रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने न केवल दशकों से तकनीकी अड़चनों वाले मुद्दों पर आगे बढ़ने की हिम्मत की अपितु पूर्व सरकारों द्वारा निजी हितों के कारण अधूरी छोड़ी गई जिम्मेदारियों को भी बेहतर तरीके से निभाया है। आज हमारे कार्यकर्ता को निरन्तर जनसेवा में बने रहने के लिए कड़ी मेहनत करनी है, ताकि आमजन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सके।

फरीदाबाद में प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में अध्यक्षीय सम्बोधन में कार्यकर्ताओं के निरन्तर किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि भाजपा ने केंद्र और प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद से ही पूर्व सरकारों के मुकाबले सबसे अधिक संवेदनशील रुख अपनाते हुए आमजन की तकलीफों को न केवल समझा है, अपितु उनका समाधान निकलते हुए मरहम लगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि व्यापक स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन करने के साथ-साथ बहुत से ऐसी अड़चनों का भी भाजपा ने केंद्र, प्रदेश में समाधान किया है, जिसे पूर्व की सरकारें अपने राजनीतिक हितों में अड़चन मानकर छोड़ गई थी। पूर्व सरकारों द्वारा हमेशा ही वोटबैंक और राजनीतिक महत्वकांशा को अग्रणी रखते हुए आमजन के प्रति दायित्वबोध को नजर अंदाज किया। लेकिन 4 साल से भाजपा इस दिशा में राजनीतिक महत्वकांशा पर राष्ट्र विकास और जनसेवा को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ रही है। 

बराला ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता को संतुष्टि होनी चाहिए, क्योंकि उनकी मेहनत की बदौलत आज समाज के अंतिम छोर पर अंतिम पंक्ति में मौजूद व्यक्ति तक योजना का लाभ पहुंचना सुनिश्चित हुआ है। उनकी ईमानदार मेहनत का सुफल जनसामान्य को मिलने से कार्यकर्ता में यह भाव होना चाहिए कि विपक्षी पार्टियां किसी भी प्रकार से भाजपा को प्रभावित नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि हम सबको लगातार एकजुट रहना है और जनसेवा के इस अवसर की निरंतरता पर आगे बढ़ते जाना है। इस कड़ी में कार्यकर्ता को अधिक से अधिक अवसर मिलते रहेंगे, जिसे उन्हें लक्ष्य पूरा होने तक निभाना है।

Wednesday 4 July 2018

कैलाश और नाज़ ने प्री-यूपी स्टेट शूटिंग में जीता सोना, आरज़ू को कांस्य पदक

कैलाश और नाज़ ने प्री-यूपी स्टेट शूटिंग में जीता सोना, आरज़ू को कांस्य पदक

उत्तर प्रदेश :  4 जुलाई : बडिंग शूटर्स अकैडमी वसुन्धरा सैक्टर-5 के निशानेबाज़ों ने मेरठ में हुई 9वीं प्री-यूपी स्टेट शूटिंग चैम्पयनशिप में लहराया परचम। अजय त्यागी (कैलाश) ने 25 मीटर .32 सेंटर फायर इवेंट में 119/150 स्कोर के साथ गोल्ड मेडल जीता। वहीं प्रहलाद गढ़ी की दो बहनों नाज़ खान और आरज़ू सैफी ने 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में पदक जीते, नाज़ ने 364/400 अंको के स्कोर पर स्वर्ण पदक जीता और आरज़ू को 356/400 अंकों के स्कोर के साथ कांस्य पदक पर संतोष करना पड़ा। इस प्रतियोगिता में बडिंग शूटर्स अकैडमी के कुल नौ निशानेबाज़ों ने अगले महीने लखनऊ में होने जा रही यूपी स्टेट शूटिंग चैम्पयनशिप के लिए क़वालीफाई कर लिया है।

बीएसए शूटिंग क्लब के कोच फरीद अली सैफी ने निशानेबाज़ों के अच्छे प्रदर्शन पर खुशी ज़ाहिर करते हुए बताया कि "हमारी अकैडमी के निशानेबाज़ों ने प्री-यूपी स्टेट शूटिंग में अच्छा प्रदर्शन करने के साथ पदक भी जीते हैं, इस प्रतियोगिता में पुरे उत्तर प्रदेश से तकरीबन दो हज़ार निशानेबाज़ों ने भाग लिया। पदक विजेताओं के साथ, पंखुड़ी भार्गव, अनुष्का त्यागी, उमर फारूक, साहिल और मयंक शर्मा ने अगले महीने लखनऊ में होने जा रही यूपी स्टेट शूटिंग चैम्पयनशिप में भाग लेंगे। इन सबने प्रदेश की इस सबसे बड़ी शूटिंग प्रतियोगिता के लिए क़वालीफाई कर लिया है। खेलों में अब युवा अच्छा कैरियर बना सकते हैं, और शूटिंग बहुत तेज़ी से भारत मे पॉपुलर हो रहा है, देश के निशानेबाज़ों ने पूरी दुनिया भारत का झंडा बुलंद किया है।" फरीद ने इस सफलता का श्रेय अकैडमी की कोच समीना सैयद को भी दिया. 

Friday 29 June 2018

बेटी के सपनों को पूरा करने में कारगर सुकन्या समृद्धि योजना : सोनल गोयल

बेटी के सपनों को पूरा करने में कारगर सुकन्या समृद्धि योजना : सोनल गोयल

झज्जर, 30 जून। उपायुक्त सोनल गोयल ने जिला प्रशासन के #प्रशासनिक_शिविर एवं #रात्रि_चौपाल कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, खानपुर खुर्द में लोगों की समस्याएं सुनी। इस अवसर पर विभिन्न विभागों की ओर से सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए प्रदर्शनी भी लगाई गई। उपायुक्त सोनल गोयल ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया साथ ही ग्रामीणों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। जिला प्रशासन की ओर से महिलाओं को जूट बैग सौंपकर #पर्यावरण_संरक्षण का संदेश दिया।

प्रशासनिक शिविर के दौरान एसपी पंकज नैन ने भी  ग्रामीणों से रूबरू होते हुए युवाओं को नशे से बचने तथा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी। बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए। उन्होंने ग्रामीणों को महिलाओं का आदर करने व उनकी रक्षा करने की बात कही।

 प्रदर्शनी में जिला प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे उमंग-एक पहल, अटल सेवा केंद्र (सीएससी) के माध्यम से दी जाने वाली सुविधाओं, स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए उत्पादों का भी प्रदर्शन किया।

 इससे पहले उपायुक्त व अन्य अधिकारियों ने स्कूल परिसर में पौधरोपण भी किया। प्रशासनिक शिविर के दौरान खानपुर खुर्द के मेधावी विद्यार्थी व खिलाड़ियों को उपायुक्त ने प्रशस्ति पत्र से सम्मानित भी किया। 

 श्रीमती सोनल गोयल ने कहा कि #प्रधानमंत्री_श्री_नरेंद्र_मोदी ने #बेटी_बचाओ_बेटी_पढ़ाओ अभियान का शुभारंभ करते हुए बेटियों को समर्पित #सुकन्या_समृद्धि_योजना आरंभ की है। किसी भी बैंक या डाकघर में जाकर बेटियों के उज्ज्वल भविष्य तथा सामाजिक आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए यह खाता खुलवाया जा सकता है। इस खाते में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख रुपए तक की राशि जमा कराई जा सकती है और इस राशि को आयकर मुक्त भी रखा गया है। साथ ही इस खाते में जमा राशि पर 8.1 प्रतिशत ब्याज भी मिलता है जोकि बचत खातों की तुलना में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि इस खाते में जमा राशि से आप अपनी बेटी के करियर, उच्च शिक्षा आदि से संबंधित उन सपनों को पूरा कर सकते है जिन्हें पूरा होने पर दुनिया में आपका नाम होगा।

 उपायुक्त ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए चलाए जा रहे #सक्षम_हरियाणा कार्यक्रम के तहत मातनहेल खण्ड को चुने जाने की ग्रामीणों को बधाई दी। उन्होंने बताया कि #मुख्यमंत्री_श्री_मनोहर_लाल का दृष्टिकोण है कि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को मिलने वाली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होना चाहिए ताकि बच्चों को जीवन में अपनी मंजिल मिलने में आसानी हो। हमारे लिए गर्व की बात है कि झज्जर जिला के मातनहेल, साल्हावास व बेरी खण्ड को सक्षम हरियाणा के तहत राज्य स्तर पर चयनित किया गया है जोकि हम सबके लिए गर्व की बात है। इस अवसर पर उपायुक्त ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी तथा मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए। प्रशासनिक शिविर में उपायुक्त का गांव खानपुर खुर्द की महिलाओं व ग्राम पंचायत ने शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। वहीं स्कूली बच्चों की टीम ने सक्षम हरियाणा -चलो चले सरकारी स्कूल विषय पर  नाटक व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। शिक्षक नरेश ने सक्षम कार्यक्रम पर तैयार रागिनी की प्रस्तुति दी। प्रशासनिक शिविर के दौरान स्कूल परिसर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन भी हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच व दवा वितरण किया गया।

 इस अवसर पर एडीसी सुशील सारवान, एएसपी शशांक कुमार सावन, एसडीएम रोहित यादव, सीटीएम अश्वनी कुमार, डीएसपी अजमेर सिंह, डीआरओ मनबीर सांगवान, डीडीपीओ हरि सिंह श्योराण, बीडीपीओ परविन्द्र सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी सतबीर सिंह सिवाच, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता सभ्रवाल, एनआरएलएम के डीपीएम योगेश पाराशर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे। 

विकास पर चर्चा के साथ होंगी खेल प्रतियोगिताएं आज उपायुक्त सोनल गोयल व एसपी पंकज नैन जिला प्रशासन के अधिकारियों की टीम के साथ गांव खानपुर खुर्द में शनिवार की सुबह विकास कार्यों का जायजा लेगी। इसके अतिरिक्त ग्रामीणों विशेषकर महिलाओं के लिए विभिन्न खेलों विशेषकर रस्साकशी, कबड्डी, आलू चम्मच दौड़, म्यूजिकल चेयर आदि के मुकाबलों का आयोजन भी होगा। इन मुकाबलों में ग्रामीणों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी भागीदारी करेंगे। स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता के लिए योगाभ्यास का भी विशेष सत्र रखा गया है। 
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Friday 22 June 2018

Ashbeer Saini prevails by three shots to bag maiden win

Ashbeer Saini prevails by three shots to bag maiden win


Karnal, Haryana, June 22, 2018: Kapurthala lad Ashbeer Saini’s career got a new lease of life after he bagged his maiden professional title at the PGTI Feeder Tour event at the Madhuban Meadows Golf Club in Karnal, Haryana. The 24-year-old Saini, who returned a sedate one-over-71 in the final round, prevailed by three shots at nine-under-201 for a wire-to-wire victory.


Delhi’s Pawan Verma fired a three-under-67 to gain two spots and finish in second at six-under-204.


Ashbeer Saini (63-67-71), the overnight leader by five shots, had an ordinary front-nine on Friday making two birdies and two bogeys. His best effort on the outward nine was a chip-in for a terrific par-save on the fifth.


The luxury of a commanding overnight lead and the absence of any serious challenge on the final day ensured Ashbeer’s win despite his double bogey on the 13th. He finally sealed it with a superb drive that resulted in a birdie on the 15th.


Saini had joined the professional ranks in 2013 as a bright prospect after having had the distinction of being India’s leading junior and amateur golfer in the preceding years.


However, the golfer who has been inspired by his city-mate Gaganjeet Bhullar, could not achieve the desired results in his first five seasons as a professional and was also hampered by a wrist injury that he suffered in 2016.


Saini said, “This win is huge for me as it helps me finally break the victory barrier and put behind the disappointments of the past. I’ve fully recovered from my injury now and this win might just prove to be the turning point of my career.


“My game is improving with every passing event and I’ve been pretty consistent of late as is evident from my top-10 finishes in all three Feeder Tour events this season.


“My driving and putting were outstanding this week. I once again created opportunities today by landing my drives on or close to the green on almost three occasions. I feel I’m now well prepared to make an impact on the main tour,” added Ashbeer, who moved up four spots to third place on the Feeder Tour Order of Merit.


Pawan Verma (72-65-67) produced the third day’s joint best score, a 67, to bag his second runner-up finish of the season. Verma, a former winner on the Feeder Tour, thus climbed from fourth to second place on the Feeder Tour Order of Merit.


Gurugram’s Kushal Singh, who also carded the day’s joint best 67, finished tied third along with Lucknow’s Amardeep Rawat (69) at five-under-205.


Karnal’s Maniram finished tied 19th at eight-over-218.


Gurugram-based Dhruv Sheoran, winner of the first two events of the season, missed the cut at Karnal but continues to lead the money list by over Rs. 30,000 as his season’s earnings read Rs. 2,03,440.


   

Wednesday 13 June 2018

Devanshi Rana wins Gold Medal in South Delhi Open Shooting

Devanshi Rana wins Gold Medal in South Delhi Open Shooting

NEW DELHI : 13 JUNE । Famous Shooter and Indian junior team's coach Jaspal Rana's daughter Devanshi Rana won a Gold medal in 10 meter pistol event of 2nd South Delhi District Open Shooting Competition. The South Delhi District Rifle Association (SDDRA), conducted the 2 nd South Delhi District Open Shooting Competition 2018 in Air Pistol & Air Rifle events at the Siri Fort Sports Complex on 26th May 2018 and 9th June 2018. The 2-day long competitions saw participation by 163 enthusiastic shooters – the youngest being 8 years old and the eldest 62 years.

The Chief Guest on the occasion was Shri Asif Ali, IPS, Dy Commissioner of Police (Licensing), Delhi Police. Insp. Azam Khan, SHO of Jamia Police Station and a renowned international level shotgun shooter also graced the occasion. They also gave away the medals to the winners. According to Shri Anupam Kamal, President of SDDRA, the uniqueness of this competition was that even children from economically weaker sections (EWS) participated through the NGO ISHWAR. Also, a special category of Under-12 boys and girls was created, where children could participate in the competition in sitting or standing position. 

As per Shri Nishant Mangla, General Secretary of SDDRA, the Gold Medal winners were: Vinay (Para category); Divij Belwal; Shaurya Sarin; Anmol Arora; Tanjeet Singh; Anupam Kamal; Dr Deepak Jain (Veteran category); Rishabh Mavi; Siddharth Mavi; Harpreet Singh; Mirza Mohd. Mustafa; Khushi Kapoor; Mahima Singh; Devanshi Rana; Lovleen Kaur; Pooja Agarwal (Para category); Aadya Mall; Simran Kaur; Bhanu Priya; Kaushal Singh; Viraj Singh; Diya Phogaat. 
The Silver Medal winners were: Agneya Kaushik; Dhruv Rawat; Abhijeet Chaudhary; Ravi Mathur; RK Sisodia; Satvik Kapoor; Aman Aryan Roach; Ojasvi Sangwan; Aishwary
Chatterjee; Harleen Kaur; Surabhi Chhikara; Aarzoo Saifi; Samina; Shreya Jain; Ekaksh Grover; Daksh Jamwal; Prarthana Khanna. 

The Bronze Medal Winners were: Aditya Verma; Yash Jaggi; Naveen Singh Panwar; Mohan Singh; Ishwinder Jit Singh; Pratyush Aman Barik; Deepak Kumar Saini; Diya Phogaat; Nishtha Sharma; Aditi Sehrawat; Shipra Singh; Jahnvi Madan; Videh Jain; Naamya Kapoor. The award ceremony concluded with the vote of thanks by Shri Abhijeet Singh, Vice President, SDDRA. 

Monday 28 May 2018

 दिन में मेकअप करते वक्त भूलकर भी ना करें ये गलतियां – मंजू मेकओवर आर्टिस्ट

दिन में मेकअप करते वक्त भूलकर भी ना करें ये गलतियां – मंजू मेकओवर आर्टिस्ट

फरीदाबाद, 28 मई:  मेकओवर आर्टिस्ट मंजू ने ख़ास बातचीत में बताया की खूबसूरत दिखने की तमन्‍ना हर महिला की होती है। इसके लिए वह दिन और रात का समय नहीं देखती है। लेकिन अगर आपको दिन में कहीं जाना हो तो उसके लिए मेकअप के दौरान कुछ बातों को ध्‍यान में रखिए। अगर आप उन टिप्स को फॉलो नहीं करती हैं तो हो सकता है कि पार्टी में जाकर आप हंसी के पात्र बन जाए या फिर आपके करीबी ही आपको आपके मेकअप के लिए टोकने लग जाएं। अगर आप चाहती हैं 

पूरी पार्टी में आप ही हाईलाइट हों तो आपको मेकअप के वक्त कुछ मामूली सी चीजों में ध्यान में रखने की जरूरत है। दिन में श्रृंगार के टिप्‍स दिन के किया गया मेकअप कम से कम होना चाहिए, क्योंकि आप भारी-भरकम मेकअप करके लोगों की नजरों में नहीं आना चाहेंगी जो आपकी दिखावट किसी टेलीविजन सीरियल के कैरेक्टर सी बनाकर लोगों के सामने पेश कर सकता है। काजल प्रयोग करना ज़रूरी है 

क्योंकि यह आपकी आंखों की खूबसूरती को बढ़ाता है। मस्कारा न लगायें और इसके बजाय अपनी आंखों को आकर्षक बनाने के लिए किसी न्यूट्रल शेड का आई शैडो इस्‍तेमाल करें। ब्लश लगाने से बचें इसकी बजाय हल्का फाउंडेशन ही आपके चेहरे की कई खामियों को छुपाने के लिये काफी होता है। आई मेकअप के लिए दिन में डार्क कलर का आई शैडो डरावना लग सकता है इसलिए हमेशा न्‍यूड या न्‍यूट्रल कलर का आई शैडो लगाएं। यह नेचुरल भी लगता है और क्‍लासी भी। इसके अलावा शिमर आई शैडो का प्रयोग ना करें। सुबह के समय आईलाइनर या मस्‍कारा से अपनी आंखों को ऊपर और नीचे ना रंगे। आप एक पतली सी आइलाइनर या काजल की रेखा खींच सकती हैं।

 दिन के समय मस्‍कारा ना लगायें। लिपस्टिक इस्तेमाल करें और अपने चेहरे की रौनक तरोताजा दिखाने के लिये इस पर हल्के ग्लॉस का टच दें। दिन के लिये हल्का मेक-अप हमेशा उपयुक्त साबित होता है। आपको अपने होंठो पर न्‍यूड कलर लगाना चाहिये। यदि आप चाहें तो शिमर ग्‍लॉस का प्रयोग भी कर सकती हैं। इसका ख्‍याल रखें कि दिन के समय कभी भी डार्क कलर का प्रयोग ना करें जैसे, रेड या ब्राउन। अपने चेहरे को फेस वॉश से धोएं और कॉटन बॉल को टोनर में भिगो कर उससे चेहरे को पोछें। टोनर लगाने से चेहरे का मेकअप बरकरार रहता है और फैलता भी नहीं है। हमेशा वही फाउंडेशन यूज करें जो आपके चेहरे के रंग से एक शेड हल्‍का हो। इस मेकअप टिप्‍स को दिन और रात के मेकअप के लिये आजमाएं। इससे चेहरा नेचुरल लगेगा। साथ ही फाउंडेशन के रंग का ही कॉम्‍पैक यूज करें। दिन के समय रोज़ी ब्‍लश का यूज ना करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के फेज़-1 का शुभारंभ किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के फेज़-1 का शुभारंभ किया

बागपत :28 मई । प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दो नवनिर्मित एक्सप्रेसवे देश के नाम समर्पित किये । इनमें से पहला निज़ामुद्दीन सेतु से दिल्ली- उत्तर प्रदेश सीमा तक विस्तृत 14 लेन वाले अभिगम नियंत्रितदिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का प्रथम चरण है । देश के नाम समर्पित दूसरी परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 1 पर कुंडली से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 पर पलवल तक विस्तृत 135 किलोमीटर लंबा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) है ।

एक बार कार्य पूर्ण हो जाने पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे देश की राजधानी से मेरठ जाने में लगने वाले समय एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के अनेक दूसरे भागों में जाने में लगने वाले समय को काफी कम कर देगा ।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के शुभारंभ के बाद जैसे ही प्रधानमंत्री नेराजमार्ग के परीक्षण के लिये कुछ किलोमीटर तक खुली जीप में यात्रा की,नवनिर्मित मार्ग परएकत्रित लोगों ने उनका अभिवादन किया ।

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) दिल्ली के लिये अनियत यातायात को मोड़ करराष्ट्रीय राजधानी में भीड़भाड़ एवं प्रदूषण को कम करने के दोहरे लक्ष्य की प्राप्ति में योगदान देगा ।

इस अवसर पर बागपत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का समूचाप्रसार जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा । उन्होंने कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे दिल्ली में यातायात की भीड़भाड़ कम करने में मददगार होगा । प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों के जीनव स्तर को उन्नत बनाने में आधुनिक अवसंरचना की एक महत्वपूर्ण भूमिका है । उन्होंने सड़कों, रेलवे, जलमार्गों इत्यादि समेत ढांचागत व्यवस्था के निर्माण में उठाये जा रहे कदमों का ब्यौरा प्रस्तुत किया । प्रधानमंत्री ने अवसंरचना विकास की गति में वृद्धि के उदाहरण दिये ।

महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में प्रधानमंत्री ने विस्तार से बताया कि कैसे स्वच्छ भारत अभियान, एवं उज्ज्वला योजना के अंतर्गत एलपीजी कनेक्शन महिलाओं के जीवन को आसान बना रहे हैं । उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के अंतर्गत प्रदान 13 करोड़ ऋण में से 75 प्रतिशत से अधिक महिला उद्यमियों को दिये गए हैं।

प्रधानमंत्री ने अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के लिये उठाये जा रहे कदमों का उल्लेख भी किया ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के केंद्रीय बजट में ग्रामीण एवं कृषि संबंधी अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिये 14 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है ।

Wednesday 2 May 2018

Homeopathy for Cold cough Flu

Homeopathy for Cold cough Flu

FARIDABAD : 2 MY I भरी हुई नाक तब होती है जब नाक और आसन्न ऊतकों और रक्त वाहिकाओं को अधिक तरल पदार्थ के साथ सूज हो जाता है, जिससे "घृणित" लग रहा हो। नाक की भीड़ या अनुनासिक निर्वहन या "बहुरंगी नाक" के साथ नहीं हो सकती है।


आमतौर पर नाक की भीड़ पुराने बच्चों और वयस्कों के लिए एक झुंझलाहट है। लेकिन नाक की भीड़ उन बच्चों के लिए गंभीर हो सकती है जिनकी नींद उनकी नाक की भीड़ या शिशुओं से परेशान होती है, जिनके परिणामस्वरूप एक कठिन समय पर भोजन हो सकता है।


कारण - नाक की भीड़ किसी भी चीज के कारण हो सकती है जो अनुनासिक ऊतकों को उत्तेजित या उत्तेजित करती है। संक्रमण - जैसे सर्दी, फ्लू या साइनसाइटिस - एलर्जी और विभिन्न परेशानी, जैसे कि तम्बाकू धूम्रपान, सब कुछ नाक का कारण हो सकता है कुछ लोगों को बिना किसी स्पष्ट कारण के लिए लंबे समय से चलने वाले नाक हैं - एक शर्त जिसे नॉनलार्लिक राइनाइटिस या वासोमोटर रिनिटिस (वीएमआर) कहा जाता है।

कम सामान्यतः, नाक की भीड़ कणिकाओं या एक ट्यूमर के कारण हो सकती है।


नाक की भीड़ के संभावित कारणों में शामिल हैं: तीव्र साइनसाइटिस, एलर्जी, क्रोनिक साइनसिस, सामान्य सर्दी, डिकॉग्स्टेस्टेंट नाक स्प्रे अति प्रयोग, विच्छेदन सेप्टम, मादक पदार्थों की लत, सूखी हवा, बढ़े हुए एनोनेओड्स, नाक में विदेशी शरीर, हार्मोनल परिवर्तन, फ्लू, दवाएं, जैसे कि उच्च रक्तचाप की दवाएं, नाक जंतु, गैर एलर्जी रैनिटिस, व्यवसायिक अस्थमा, गर्भावस्था, श्वसन संक्रमण संबंधी वायरस, तनाव, थायराइड विकार, तंबाकू का धुआं, बहुभुज के साथ ग्रैनुलोमेटोसिस





NUX VOMICA 30-Nux Vomica नाक बाधा रात के समय में अपने चरम पर है जब राहत प्रदान करने में महान मदद के प्रभावी होम्योपैथिक उपाय नक्स वोमिका रात के घंटों में बेहद भरे हुए नाक वाले रोगियों को आराम प्रदान करने में बहुत फायदेमंद है। रोगियों को इस होम्योपैथिक उपाय की आवश्यकता होती है, रात के समय तीव्र नाक भराई होती है। व्यक्ति यह भी वर्णन कर सकता है कि दिन के दौरान, रात में नाक निर्वहन होता है, इसे अवरुद्ध कर दिया जाता है। इसके अलावा मरीज़ एक तरफ नाक की बाधा और अन्य पर मुक्ति के मुक्त महसूस कर सकते हैं। खुली हवा में जाकर नाक अवरोध को भी बिगड़ता है।

सैम्बुक्स एनआईजी 30-सॅंबुबुस नाक रुकावट के लिए एक और शीर्ष होम्योपैथिक दवा है जो अत्यंत नाक नाक छिद्रों के साथ है। रुकावट के कारण सांस लेने में बहुत मुश्किल है और यह व्यक्ति को बैठने के लिए मजबूर करता है। अधिकतर रात में, घुटन और साँस लेने में कठिनाई के कारण व्यक्ति को नींद से बैठना पड़ता है। नाक अवरोध के लिए शिशुओं को दिया जाने पर सैंबुबुस भी बहुत प्रभावशाली होता है। रुकावट घुटन और मुँह में सांस लेने की ओर जाता है और शिशु को मां की फूड लेने के दौरान बुरी स्थिति का सामना करना पड़ता है

आर्सेनिक्स एल्बम 30-आर्सेनिकम एल्बम का निर्धारण तब किया जाता है जब नाक के अवरोध नाक एलर्जी के कारण होते हैं। यह मुख्य रूप से निर्धारित होता है जब नाक अवरोध के साथ जल नाक निर्वहन जल रहा है। वहाँ नाक से प्रचुर मात्रा में पानी और उत्तेजक निर्वहन है। तीव्र प्यास है और मरीज को खुली हवा में भी बुरा लगता है।

ग्लेज़ैमियम 30-गिल्सिमियम निर्धारित किया जाता है जब नाक रुकावट में बंद महसूस होने के साथ सुस्त सिरदर्द होता है, और एक धाराप्रवाह नाक निर्वहन होता है।

सिनापिस एनआईजीआरए 30 - सिनापीस नीग्रै एलर्जी के कारण नाक की भीड़ के लिए एक और उपाय है। यह तब निर्धारित होता है जब वैकल्पिक नहर एलर्जी की प्रतिक्रिया के कारण अवरुद्ध होते हैं। नाक और आंखों से भी मुक्ति होती है।

कैलकिया कार्ब 30- नाक पॉलीप के कारण कैल्केरा कार्ब नाक रुकावट के लिए बहुत प्रभावी है कार्ब नाक कणों के लिए एक और उत्कृष्ट होम्योपैथिक दवा है। यह ज्यादातर बाएं पक्षीय नाक कणों के लिए संकेत दिया जाता है। बाएं तरफ नलिका अवरुद्ध लगता है नाक से भ्रूण पीला डिस्पैच के साथ इसमें शामिल किया जा सकता है नाक में दुख और विकृत सनसनी भी महसूस होती है। नाक में आक्रामक गंध भी चिह्नित है नाक की जड़ में बहुत अधिक सूजन होती है। क्लेक्वेरा कार्ब का निर्धारण तब किया जाता है जब लोग आसानी से ले जाते हैं। मौसम में बदलाव नाक की शिकायतों से जुड़ा होता है। कैल्केरा कार्ब वसा, पिलपिला व्यक्तियों के लिए अधिक उपयुक्त है, जिनके अंडे की लालसा है।

लैम्ना लघु 30 - पॉलिप्स के कारण नाक अवरोध को हटाने के लिए लेम्ना माइनर शीर्ष होम्योपैथिक उपाय है। इसका उपयोग करने वाले लक्षण श्वास लेने में कठिनाई के साथ नाक कब्ज और गंध की हानि होते हैं। पोस्टेरियर टपकता भी नाक रुकावट के साथ आते हैं। कुछ व्यक्ति नाक डिस्चार्ज का अनुभव करते हैं, जबकि अन्य में, नाक गुहा शुष्क रहता है। अवरुद्ध नाक में आक्रामक गंध है लेम्ना माइनर पॉलीप के लिए सबसे प्रभावी होम्योपैथिक उपाय है जो गीली मौसम में बिगड़ता है। पॉलीप के मामलों में, लेम्ना माइनर नाक अवरोध को कम कर देता है, श्वसन की समस्या से राहत देता है, और गंध की शक्ति फिर से आती है।

संगीन्रिया नाइट्रिकम 3 एक्स - सोंगुनेरिया नाइट्रिकम, पॉलीप के कारण नाक की भीड़ के लिए भी प्रभावी है और यह नाक को नाक के नाक के साथ अवरुद्ध होने पर भी एक प्रभावी होम्योपैथिक दवा है। डिस्चार्ज प्रकृति में बहुत जलते हैं और व्यक्ति को छींकने का भी अनुभव होता है।

काली बीआईटीमाइकियम 30-काली बिच्रिमिक्यू सिनाइसिस के कारण नाक की भीड़ के लिए एक उत्कृष्ट उपाय है, जहां डिस्चार्ज गले में वापस चला जाता है।

Wednesday 11 April 2018

कॉमन वेल्थ खेलों में मानव रचना के छात्रों का डंका

कॉमन वेल्थ खेलों में मानव रचना के छात्रों का डंका

फरीदाबाद 11 अप्रैल। मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के छात्रों ने कॉमन वेल्थ खेलों में जीत का परचम लहराकर पूरे विश्व में नाम रोशन किया है। फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में एमबीए की छात्रा श्रेयसी सिंह ने स्वर्ण और छात्र अंकुर मित्तल ने कांस्य पदक जीता है। 

श्रेयसी सिंह ने ऑस्ट्रेलियाई शूटर एम्मा कॉक्स को मात देते हुए 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में महिलाओं के डबल ट्रैप शूटिंग इवेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। आपको बता दें, श्रेयसी ने स्कॉटलैंड के ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स-2014 में सिल्वर मेडल जीता था। इस बार वह अपने मेडल कर रंग बदलने में कामयाब रहीं।

वहीं, शूटर अंकुर मित्तल ने सातवें दिन पुरुषों की डबल ट्रैप स्पर्धा का कांस्य पदक अपने नाम किया। अंकुर ने 53 अंक हासिल करते हुए तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक जीता।

मानव रचना शैक्षणिक संस्थान को दोनों खिलाड़ियों पर गर्व है। उम्मीद करते हैं छात्र यूं ही आगे बढ़कर विश्वभर में देश का नाम रोशन करेंगे।

Saturday 31 March 2018

आस्ट्रेलिया के सिडनी में जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में मशहूर निशानेबाज़ जसपाल राणा की बेटी देवांशी राणा ने दो स्वर्ण पदक जीते

आस्ट्रेलिया के सिडनी में जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में मशहूर निशानेबाज़ जसपाल राणा की बेटी देवांशी राणा ने दो स्वर्ण पदक जीते

नई दिल्ली : 31 मार्च । आस्ट्रेलिया के सिडनी में जूनियर शूटिंग वर्ल्ड कप में मशहूर निशानेबाज़ जसपाल राणा की बेटी देवांशी राणा ने दो स्वर्ण पदक जीतकर दिल्ली का नाम रोशन किया है, देवांशी ने दस मीटर एयर पिस्टल और 25 मी स्पोर्ट्स पिस्टल में टीम इवेंट का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस दोहरी स्वर्णिम सफलता के बाद दिल्ली लौटी देवांशी का इंदिरा गाँधी हवाई अड्डे पर ज़ोरदार स्वागत किया गया। 

दिल्ली स्टेट राइफल एसोसिएशन के सचिव और भारतीय टीम की कोच राजीव शर्मा के साथ ही संयुक्त सचिव फरीद अली, उपाध्यक्ष शकुन भुगरा, कोषाध्यक्ष जसपाल सिंह मारवाह और सभी गवर्निंग बॉडी सदस्यों ने देवांशी राणा को बधाई दी, और भारतीय निशानेबाज़ों को भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन करने की शुभकामनाएं दीं.. 

देवांशी राणा को ओएनजीसी इस्पोंसर कर रही है। प्रतियोगिता में देवांशी राणा के पिता जसपाल राणा टीम के कोच और चाचा सुभाष राणा ज्यूरी की भूमिका निभा रहे है वहीं देवांशी राणा भी देश के लिए दो स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रही। राणा परिवार की अब तीसरी पीढ़ी ने भी अब निशानेबाजी में स्वर्णीम शुरुवात कर दी है।

Sunday 18 March 2018

सर्वश्रेष्ठ किडनी स्टोन्स होम्योपैथिक उपचार

सर्वश्रेष्ठ किडनी स्टोन्स होम्योपैथिक उपचार

फरीदाबाद 19 मार्च।  होम्योपैथिक किडनी स्टोन उपचार प्रोटोकॉल में क्लासिकली होम्योपैथिक चिकित्सा चयन का प्रयोग किया जाता है जिसमें कुछ स्वाभाविक रूप से माइक्रो-मिनरल आधारित होमियोपैथिक मदर टिंचर होते हैं, जो कि सबसे हठ रीनल रॉक स्टोन को तोड़ने के लिए भी उपयोग किया जाता है।

गुर्दा की पथरी को तोड़ने के लिए, होम्योपैथी प्रकृति की शक्ति का इस्तेमाल करती है। विभिन्न होम्योपैथिक मदर टिंचर जैसे फ़िलेंथस निरूरी, सिकोरीयम इंटीबुस, बोहेराविया डिफुसा, बरबेरीस वुल्गारिस आदि हैं।

होम्योपैथिक दवा जो कि होम्योपैथिक उपचार में गुर्दे की पथरी के लिए उपयोग की जाती है नीचे वर्णित है -
1. Lycopodium
2. Tabaccum
3. Urticaurens
4. Sarsaparilla
5. Cantharis
गुर्दे की पथरी तोड़ने के लिए लक्षणों के अनुसार इन होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग कर सकते हैं। होम्योपैथी उपचार विशुद्ध रूप से प्राकृतिक है और बिना साइड इफेक्ट है।
उपरोक्त औषधि का उपयोग मदर टिंचर के साथ किया जा सकता है साथ में बहुत सारे पानी का सेवन किया जा सकता है।
 1.      Berberis vul
 2.      Phyllanthus niruri
 3.      Cichorium Intybus
 4.      Boerhavia diffusa
 5.      Berginea linguilata
इन सभी 5 होम्योपैथिक टिंचर गुर्दे की पथरी के लिए बहुत प्रभावी दवाइयां हैं। हालांकि विभिन्न कंपनियों के कई होम्योपैथिक दवाइयां हैं, लेकिन मैं अपने रोगियों में इन उपायों का उपयोग कर रहा हूं और उन्हें बहुत सफल पाया।

गुर्दे की पथरी के लिए जोखिम कारक क्या हैं?
• प्रोटीन, कैल्शियम या ऑक्सलेट में समृद्ध आहार
• कम पानी का सेवन
यूटीआई के प्रारंभिक इतिहास - प्राकृतिक पथ संक्रमण
• मोटापा
गुर्दे के पत्थरों का पारिवारिक इतिहास
• सिस्टिनुरिया

गुर्दा पत्थर क्या हैं?
गुर्दा की पथरी छोटे, कठोर द्रव्यमान हैं जो गुर्दे के भीतर बनाई जाती हैं।

गुर्दा पत्थरों के लक्षण क्या हैं?
गुर्दे की पथरी पर कोई लक्षण नहीं होते हैं। दूसरी बार, वे मूत्र और / या तरफ या पीठ में गंभीर दर्द का कारण बनते हैं। जब गुर्दा की पथरी बड़ी होती है या एक से अधिक होती है, तो वे मूत्र के प्रवाह को अवरुद्ध कर सकते हैं।

गुर्दे की पथरी के प्रकार -

मुख्य रूप से 4 प्रकार की गुर्दा की पथरी होती है
 कैल्शियम स्टोन्स: जो लोग इस प्रकार के पत्थर के रूप में बनाते हैं उनके मुंह में कैल्शियम, ऑक्सलेट, या पेशाब में बहुत ज्यादा या साइट्रेट पर्याप्त नहीं है। आहार में नमक की उच्च मात्रा में खपत मूत्र में कैल्शियम के उच्च स्तर की ओर जाता है। कुछ रोगियों में पैराथामोन की अधिक मात्रा में गुर्दे की पथरी होगी, जो कैल्शियम नियंत्रित हार्मोन है। लोग मिथक के साथ हमारे पास आते हैं कि दूध पीना गुर्दे के पत्थरों का कारण हो सकता है जो गलत है। दूध पीने से डॉ। अभिषेक के अनुसार गुर्दे की पथरी नहीं होती है। हालांकि कम पानी पीने से गुर्दे की पथरी का वास्तविक कारण होता है।

स्ट्रावेट स्टोन्स: क्रोनिक जीवाणु मूत्र संक्रमण आमतौर पर इन पत्थरों का कारण बनता है। बैक्टीरियल मूत्र संक्रमण मूत्र के परिणाम के रासायनिक परिवर्तन की ओर जाता है, स्ट्रल्वइट प्रकार के गुर्दे के पत्थर के रूप में। कठोरता के कारण इन पत्थरों को तोड़ना मुश्किल है होम्योपैथिक उपचार जैसे कैंटेरिस और बरबेरीस वूल ऐसे किडनी पत्थरों को तोड़ने के लिए प्रभावी हैं
यूरिक एसिड स्टोन्स: इस तरह के पत्थर के रूप तब होते हैं जब मूत्र बहुत अम्लीय होता है, जिससे अत्यधिक यूरिक एसिड उत्पादन होता है। उच्च प्रोटीन आहार से बचें, पानी की बहुत सारी रोज़ का सेवन करें

सिस्टीन स्टोन्स: ये उन व्यक्तियों में पाए जाते हैं जिनके पास सिस्टीन पत्थर का पारिवारिक इतिहास है शरीर रक्त से सिस्टीन के रसायन को साफ करने में सक्षम नहीं है।


किडनी स्टोन्स शरीर को कैसे छोड़ देते हैं?

कई मामलों में, एक व्यक्ति मूत्र के माध्यम से पत्थर को पारित करेगा यह एक दर्दनाक प्रक्रिया हो सकती है, और इसमें कुछ दिन लग सकते हैं।

आप गुर्दा की पथरी कैसे रोक सकते हैं?

अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें: बहुत सारे पानी पीने से प्रति दिन 10-12 ग्लास तरल की सिफारिश की जाती है। पानी और तरल पदार्थ की अधिक मात्रा में मूत्र पतला रखने में मदद मिलती है - जिससे मूत्र में खनिजों के पत्थर बनाने की एकाग्रता कम हो जाती है।

नमक की मात्रा को कम करें जो आपको खाती है: आहार में नमक (सोडियम) को कम करने से मूत्र में कैल्शियम की मात्रा कम हो जाती है जिससे कैल्शियम पत्थर के गठन की प्रवृत्ति कम हो जाती है। डॉ। अभिषेक आहार में कम नमक का सुझाव देते हैं और साथ ही नमकीन नमकीन, प्रसंस्कृत मीट, कैन्ड नूडल्स, चावल, और सूप्स जैसे उच्च सोडियम खाद्य पदार्थों से बचने से बचते हैं।

आहार कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा में समृद्ध होना चाहिए: अन्य मिथक कैल्शियम को कैल्शियम किडनी पत्थरों से पीड़ित रोगियों के आहार में प्रतिबंधित होना चाहिए।


किडनी स्टोन में निम्नलिखित खाद्य से बचें

• Anchovies
• एस्परैगस
• बोउलोन
• जामुन
• बोउलोन
• शोरबा
• चॉकलेट
• कैवियार
• हिलसा
• मूंगफली
• एक प्रकार का फल
• ग्रीन्स
• अंग मांस, यकृत, गुर्दे, दिमाग
• मांस
• स्कैलप्प्स
• चाय
• शंबुक

रेनाल पत्थर के लिए निदान परीक्षण
अल्ट्रासाउंड
• एक्सरे क्यूब
• अंतःशिरा पीललोग्राम
• कुब के सीटी स्कैन - मूत्रमार्ग मूत्राशय

आरा होम्योपैथिक उपचार के लिए गुर्दा की पथरी में हर्बल होम्योपैथिक उपचार और माँ टिंचर के संयोजन का उपयोग किया जाता है जो कि सबसे जिद्दी गुर्दा की पत्थरों को तोड़ने के लिए उपयोग किया जाता है।

कोई भी होम्योपैथी चिकित्सा का उपयोग गुर्दा की पथरी तोड़ सकता है। होम्योपैथिक उपचार किसी भी दुष्प्रभाव के बिना विशुद्ध रूप से प्राकृतिक है।

Saturday 17 March 2018

दा क्रिकेट गुरुकुल के जितेंद्र पाल का कोलकता नाइट्स राइडर शिविर में चयन

दा क्रिकेट गुरुकुल के जितेंद्र पाल का कोलकता नाइट्स राइडर शिविर में चयन

फरीदाबाद, 17 मार्च। शहर की दा क्रिकेट गुरुकुल अकादमी में अभ्यास कर रहे जितेंद्र पाल का चयन कोलकता नाइट्स राइडर टीम शिविर के लिए हुआ है। यह शिविर 19 से 28 मार्च तक कोलकाता में आयोजित होगा। जिला क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट रजत भाटिया ने बताया कि जितेंद्र पाल शिविर के लिए 18 तारीख को रवाना होगा।

हरियाणा रणजी एवं इंडिया ए कोच विजय यादव ने कहा कि जितेंद्र पाल के इस शिविर के साथ ही आईपीएल के लिए उसका रास्ता साफ हो गया है। जितेंद्र पाल से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।

लेवल ए कोच अनिकेत ने बताया की जितेंदर पाल भिवानी का रहने वाला है और पिछले सात साल से दा क्रिकेट गुरुकुल अकादमी में अभ्यास कर रहा है। जितेंद्र पाल आल राउंडर और आॅफ स्पिनर गेंदबाज है। शिविर में उसका चयन आॅफ स्पिनर के तौर पर हुआ है। और  जितेंद्र पाल ने 8 साल से क्रिकेट खेलना शुरू किया था और  जितेंद्र पाल पिछले 6 सालो से भिवानी से डिस्ट्रिक्ट से खेल रहा है और हरियाणा से स्टेट खेल रहा है