Thursday 1 November 2018

मानव रचना करेगा बसों पर लागू और राजधानी का प्रदूषण कम करेगा परियायंत्र


फरीदाबाद, 1 नवंबर: प्रदूषण कम करने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। दीवाली से पहले सरकार एक और प्रोजेक्ट लेकर आ रही है, जिसके तहत सड़क पर चलने वाली गाड़ियां ही प्रदूषण खत्म करेंगी। फरीदाबाद स्थित मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज के छात्रों ने एक ऐसा यंत्र बनाया है जो प्रदूषण कम करने में कारगर है। गहन रिसर्च के बाद तैयार किए गए इस प्रोजेक्ट को सीपीसीबी की ओर से मंजूरी दी गई। आज केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मानव रचना की पाँच बसों पर लगे परियायंत्र को हरिझंडी दिखाई है। कुल 30 बसों पर परियायंत्र लगाने की मंजूरी दी गई है। यह ईपीसी फंड के तहत सीपीसीबी और मानव रचना बसों पर मिलकर लागू करेगा। बसों पर लगे इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद जल्द इसे कारों, ऑटो और बाइक्स पर भी लागू किया जाएगा।

मानव रचना इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर के छात्र अमित और प्राचि ने अपने मेंटर डॉ. बीएस गिल के साथ मिलकर तीन साल की मेहनत के बाद परियायंत्र तैयार किया है। डॉ. बीएस गिल का कहना है कि, परियायंत्र 98 प्रतिशत तक पीएम को इकट्ठा कर सकता है और यही इसकी यूएसपी है। आपको बता दें, परियायंत्र बस की उलटी दिशा से तेज हवा के साथ आ रहे धूल कणों को फिल्टर इकट्ठा करता जाएगा, हर महीने उसे साफ करके धूल हटाई जाएगी। परियायंत्र बिना बिजली के चलता है और एक परियायंत्र छह रूम एयर फिल्टर जैसा काम करता है। सिर्फ यही नहीं परियायंत्र आंधी-तूफान और बारिश में भी क्षतिग्रस्त नहीं होगा।

छात्रों का यह प्रोजेक्ट कई अवॉर्ड जीत चुका है। राजस्थान सरकार भी जल्द इस प्रोजेक्ट को अपनी सभी सरकारी बसों पर लगाने जा रही है। इसके अलावा जल्द ही दिल्ली में भी परियायंत्र लगी बसें सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी।केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिखाई परियायंत्र को हरिझंडी

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