फरीदाबाद 29 जून। कम्पनी में काम करते हुए एक मजदूर इन्द्र निवासी सुभाष नगर का लोहे से पैर कटने के कारण पैर में मवाद भर गयी थी उसने विभिन्न अस्पतालों सहित सफदरजंग अस्पताल में भी दिखाया परंतु वहां भी उसे डाक्टरो ने पैर काटने की सलाह दी परंतु जब वह यूनिवर्सिल अस्पताल में आया तो हमारी टीम ने उसके पैर के लिए नई तकनीक (हायरपर बारिग आक्सीजन थेरेपी) के द्वारा उसके पैर को कटने से बचाया एवं अब मरीज पूरी तरह से दुरूस्त है यह जानकारी यूनिवर्सिल अस्पताल के चेयरमैन डा. शैलेश जैन ने दी।
डा. शैलेश जैन ने बताया कि जब मरीज इन्द्र हमारे अस्पताल में आया था तब उसके पैर की हालत काफी नाजुक थी उसके पूरे पैर में मवाद भर गया था और पूरे पैर में सैफटीक हो गया था जिसका ईलाज काफी समझदारी एवं सावधानी पूर्वक करना था जिसके लिए उन्होंने अस्पताल के डा. निधि अग्रवाल, डा. नमन गोयल, डा. गजेन्द्र, डा. पारितोष से विचार विमर्श किया व उसकी नई तकनीक (हायरपर बारिग आक्सीजन थेरेपी) की जिससे उसके पैर में सुधार आने लगा और उसका मवाद सूखने लगा और वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गया।
मरीज इन्द्र ने बताया कि उसको सभी जगह से निराशा मिल रही थी और वह पूरी तरह से निराश था जब किसी दोस्त ने यूनिवर्सल अस्पताल के बारे में बताया और वह यहां आया और डा. शैलेश जैन से मिला जिस पर उन्होंने मुझे पूर्ण आश्वासन दिया और आज उनका विश्वास ने मुझे व मेरे पैर को बचा दिया।
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