Wednesday 25 October 2017

हिना-जीतू ने जीता 10मी. एयर पिस्टल मिक्स ईवेंट का पहला अधिकारिक तौर पर मेडल


नई दिल्ली: 25 अक्टूबर (National24news)  हिना के साथ ओलिंपिक 2020 तक टयूनिंग बनाकर रखना चाहूंगा। ताकि देश को इस बार इस ईवंेट में गोल्ड मेडल दिला सकूं। यह कहना है डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज दिल्ली में मंगलवार से शुरू हुए आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्डकप फाइनल में 10मी. एयर पिस्टल मिक्स ईवेंट का पहला आधिकारिक तौर पर मेडल जीतने वाले आर्मी शूटर जीतू रॉय का। हिना भी जीतू की बात को एग्री करती हैं। जीतू ने हिना सिद्धु के साथ 483.4 अंक बनाते हुए वर्ल्डकप फाइनल में फ्रांस के गोबेरविले-फोकेट (481.1)और चाइना के केए-यंग(418.2) की जोड़ी को पछाड़ते हुए यह गोल्ड मेडल हासिल कर देश को नाम ऊंचा किया है।

अजीब लगता स्लो स्टॉर्ट करना
जीतू ने बताया कि वह हमेशा स्लो स्टॉर्ट करते हैं। उन्हें भी अजीब लगता है। लेकिन वह इसी प्रकार से रिदम में लौटते हैं। इस मैच में भी स्लो स्टॉर्ट की वजह से उनकी टीम दो राउंड में पीछे रही। लेकिन इसके बाद जब मैने रिदम पकड़ा और हिना के साथ टयूनिंग बैठी तो इस फाइनल में वापसी की और गोल्ड मेडल जीत लिया। हिना ने बताया कि हमने अभ्यास में पहले ही टयूनिंग बना ली थीं। मैने जीतू को समझा रखा था कि अगर मैं एक्शन खोल दूं तो समझ लेना मेरा शॉट गया और अब तुम्हारी बारी। और नहीं खोलूं तो तुम इंतजार करना। इस वजह से ही जीतू अच्छी प्रकार से अपने शॉट की तैयारी कर रिदम में आ सके।

चार वर्ल्डकप में तीन गोल्ड
जीतू ने बताया कि हिना के साथ वह चार वर्ल्डकप में तीन गोल्ड जीत चुके हैं। इससे पहले दो गोल्ड उन्होने दिल्ली और अजरबेज़ान के ग्वाला में हुए वर्ल्डकप में मिक्स ईवेंट में ही जीते। लेकिन तब यह ईवेंट टेस्ट ईवेंट थे। प्रायोगिक तौर पर होने के कारण दोनो बार हमें  प्रतीकात्मक रूप से सम्मानित किया गया। लेकिन इस बार यह अधिकारिक तौर पर पहला मेडल हमने देश के लिए जीता है।

50मी. अब मेरे दिमाग में नहीं
जीतू से जब पूंछा गया कि उनका फेवरेट ईवेंट 50मी. पिस्टल का है। जोकि इस बार ओलिंपिक में नहीं होगा। तो उन्होने बताया कि मेरे दिमाग में यह नहीं कि कौन सा ईवेंट है। केवल टारगेट पर शूट करने पर फोकस करता हूं। हालांकि मैने 50मी. में ही  ज्यादा मेडल जीते हैं। लेकिन यह आईएसएसएफ का निर्णय हैं। इसलिए वह इसमें कुछ नहीं कह सकते हैं।

अब न बदले नियम
जीतू-हिना ने बताया कि अभी तक मिक्स ईवंेट के नियमों में बार-बार बदलाव किए जा रहे हैं। अब अधिकारिक तौर पर मेडल मिलने से उम्मीद है कि इसके नियम अब नहीं बदले जाएंगे। और ओलिंपिक कोटे के लिए दौड़ शुरू होगी। यह नियम काफी टफ हैं। लेकिन प्रतिस्पर्धा के हिसाब से काफी बेहतर हैं। इन नियमों में एक शूटर दूसरे शूटर से शूट करने से पहले दोबारा शूट नहीं कर सकता है। इसलिए टयूनिंग बेहतर होने पर ही इस ईवेंट में मेडल जीता जा सकता है। 
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